प्रश्न/उत्तरम् (Question /Answers)
प्रश्न 1 : कर्णस्य कवचं कुण्डलं कः गृह्णाति?
उत्तर: कर्णस्य कवचं कुण्डलं शक्रः गृह्णाति।
अनुवाद (हिंदी): कर्ण का कवच और कुंडल कौन लेता है?
उत्तर: कर्ण का कवच और कुंडल इन्द्र लेते हैं।
प्रश्न 2 : कर्णः प्रथमं किं दातुम् इच्छति?
उत्तर: कर्णः सालङ्कारं गोसहस्रं दातुम् इच्छति।
अनुवाद (हिंदी): कर्ण सबसे पहले क्या देना चाहता है?
उत्तर: कर्ण सबसे पहले गहनों सहित हजार गायें देना चाहता है।
प्रश्न 3 : कर्णः कस्य सह युद्धं करोति?
उत्तर: कर्णः पाण्डवेषु अर्जुनस्य सह युद्धं करोति।
अनुवाद (हिंदी): कर्ण किसके साथ युद्ध करता है?
उत्तर: कर्ण पांडवों में अर्जुन के साथ युद्ध करता है।
प्रश्न 4 : शक्रः कर्णं कस्य रूपेण प्रविशति?
उत्तर: शक्रः कर्णं ब्राह्मणरूपेण प्रविशति।
अनुवाद (हिंदी): इन्द्र कर्ण के पास किस रूप में आते हैं?
उत्तर: इन्द्र ब्राह्मण के रूप में आते हैं।
प्रश्न 5 : कर्णः अन्ते किं ददाति?
उत्तर: कर्णः अन्ते कवचं कुण्डलं च ददाति।
अनुवाद (हिंदी): कर्ण अंत में क्या देता है?
उत्तर: कर्ण अंत में अपना कवच और कुंडल देता है।
प्रश्न 6 : कवचं कुण्डलं च कर्णं किं रक्षति?
उत्तर: कवचं कुण्डलं च कर्णं मृत्युभयात् रक्षति।
अनुवाद (हिंदी): कवच और कुंडल कर्ण को किससे बचाते हैं?
उत्तर: कवच और कुंडल कर्ण को मृत्यु से बचाते हैं।
प्रश्न 7 : कर्णः किंस्मिन् कौरवपक्षे युद्धं करोति?
उत्तर: कर्णः महाभारतयुद्धे कौरवपक्षे युद्धं करोति।
अनुवाद (हिंदी): कर्ण किस युद्ध में कौरव पक्ष के लिए लड़ता है?
उत्तर: कर्ण महाभारत युद्ध में कौरव पक्ष के लिए लड़ता है।
प्रश्न 8 : कर्णस्य यशः कः उपमीयते?
उत्तर: कर्णस्य यशः सूर्येण चन्द्रेण च उपमीयते।
अनुवाद (हिंदी): कर्ण की कीर्ति की तुलना किससे की जाती है?
उत्तर: कर्ण की कीर्ति की तुलना सूर्य और चंद्रमा से की जाती है।
प्रश्न 9 : धर्मः किंस्मिन् स्थिरं तिष्ठति?
उत्तर: धर्मः केवल दानधर्मे स्थिरं तिष्ठति।
अनुवाद (हिंदी): धर्म किसमें स्थिर रहता है?
उत्तर: धर्म केवल दान में स्थिर रहता है।
प्रश्न 10 : कर्णः शल्यं किं कथयति?
उत्तर: कर्णः शल्यं “दानं सत्यम्” इति कथयति।
अनुवाद (हिंदी): कर्ण शल्य से क्या कहता है?
उत्तर: कर्ण शल्य से कहता है, “दान सत्य है।”
प्रश्न 11 : शक्रः कर्णं किमर्थं छलयति?
उत्तर: शक्रः अर्जुनस्य रक्षणार्थं कर्णं छलयति।
अनुवाद (हिंदी): इन्द्र कर्ण को क्यों छलते हैं?
उत्तर: इन्द्र अर्जुन की रक्षा के लिए कर्ण को छलते हैं।
प्रश्न 12 : कर्णस्य कण्ठात् किम् निपतति?
उत्तर: कर्णस्य कण्ठात् कवचं कुण्डलं च निपतति।
अनुवाद (हिंदी): कर्ण के शरीर से क्या उतारा जाता है?
उत्तर: कर्ण के शरीर से कवच और कुंडल उतारे जाते हैं।
प्रश्न 13 : कर्णस्य गुणाः के के भवन्ति?
उत्तर: कर्णस्य गुणाः दानशीलता, सत्यता च भवन्ति।
अनुवाद (हिंदी): कर्ण के क्या गुण हैं?
उत्तर: कर्ण के गुण दानशीलता और सत्यता हैं।
प्रश्न 14 : कर्णः शल्यं वारयितुम् किं कथयति?
उत्तर: कर्णः शल्यं “अलं वारयितुम्” इति कथयति।
अनुवाद (हिंदी): कर्ण शल्य को रोकने के लिए क्या कहता है?
उत्तर: कर्ण शल्य से कहता है, “मुझे मत रोको।”
प्रश्न 15 : कर्णस्य कर्तव्यम् किं आसीत्?
उत्तर: कर्णस्य कर्तव्यम् दानं दातुम् आसीत्।
अनुवाद (हिंदी): कर्ण का कर्तव्य क्या था?
उत्तर: कर्ण का कर्तव्य दान करना था।
रिक्तस्थानानि पूरयन्तु (Fill in the Blanks:)
1. कर्णः _______ पक्षे युद्धं करोति। (कौरव)
(कर्ण _______ पक्ष में युद्ध करता है।)
2. कर्णस्य _______ कवचं कुण्डलं च रक्षति। (शरीरम्)
(कर्ण का _______ कवच और कुंडल बचाते हैं।)
3. शक्रः _______ रूपेण कर्णम् आगच्छति। (ब्राह्मण)
(इन्द्र _______ रूप में कर्ण के पास आते हैं।)
4. कर्णः सालङ्कारं _______ दातुम् इच्छति। (गोसहस्रं)
(कर्ण _______ देना चाहता है।)
5. कवचं कुण्डलं _______ दानं सत्यमिति कथयति। (कर्णः)
(कवच और कुंडल का दान _______ सत्य है।)
6. शल्यः कर्णं _______ कर्तुं प्रयासं करोति। (वारयितुम्)
(शल्य कर्ण को _______ रोकने का प्रयास करता है।)
7. शक्रः अर्जुनस्य _______ कर्णस्य समीपं गच्छति। (रक्षणार्थम्)
(इन्द्र _______ के लिए कर्ण के पास जाते हैं।)
8. कर्णस्य _______ धर्मे स्थिरं भवति। (दानं)
(कर्ण का धर्म _______ में स्थिर रहता है।)
9. कर्णः अन्ते _______ ददाति। (कवचं कुण्डलं च)
(कर्ण अंत में _______ देता है।)
10. कर्णः “______ क्षयं गच्छति” इति शल्यं कथयति। (धर्मः)
(कर्ण कहता है, “_______ नष्ट हो जाता है।”)
सत्य / असत्य (True/False)
1. शक्रः कर्णं ब्राह्मणरूपेण छलयति। (सत्य)
(इन्द्र कर्ण को ब्राह्मण रूप में छलते हैं।)
2. कर्णः अर्जुनस्य सह कौरवपक्षे युद्धं करोति। (सत्य)
(कर्ण अर्जुन के साथ कौरव पक्ष में युद्ध करता है।)
3. कर्णस्य कवचं कुण्डलं शल्यः गृह्णाति। (असत्य)
(कर्ण का कवच और कुंडल शल्य लेता है।)
4. कर्णः प्रथमं अश्वं दातुम् इच्छति। (असत्य)
(कर्ण सबसे पहले घोड़ा देना चाहता है।)
5. धर्मः केवल दाने स्थिरं भवति। (सत्य)
(धर्म केवल दान में स्थिर रहता है।)
6. शल्यः कर्णं दानं कर्तुं प्रेरयति। (असत्य)
(शल्य कर्ण को दान करने के लिए प्रेरित करता है।)
7. कर्णः शक्रं नमः करोति। (सत्य)
(कर्ण इन्द्र को प्रणाम करता है।)
8. कवचं कुण्डलं दानं कर्णस्य धर्मस्य लक्षणम्। (सत्य)
(कवच और कुंडल का दान कर्ण के धर्म का उदाहरण है।)
9. कर्णः कौरवेषु राजा आसीत्। (असत्य)
(कर्ण कौरवों का राजा था।)
10. कर्णस्य यशः सूर्येण चन्द्रेण च तुल्यं भवति। (सत्य)
(कर्ण की कीर्ति सूर्य और चंद्रमा के समान है।)
Leave a Reply