Short Questions (with Answers)
1. विश्व बाजार क्या है?
उत्तर : विश्व बाजार वह है जहाँ एक देश के उत्पाद पूरी दुनिया में उपलब्ध होते हैं।
2. अलेग्जेंड्रिया क्यों महत्वपूर्ण था?
उत्तर : यह अफ्रीका, एशिया और यूरोप के व्यापारियों का प्रमुख केंद्र था।
3. औद्योगिक क्रांति क्या है?
उत्तर : यह वाष्प चालित मशीनों द्वारा वस्तुओं के बड़े पैमाने पर उत्पादन की प्रक्रिया थी।
4. गिरमिटिया मजदूर कौन थे?
उत्तर : वे श्रमिक थे जिन्हें नगदी फसलों की खेती के लिए भारत से दूसरे देशों में ले जाया गया।
5. उपनिवेशवाद क्या है?
उत्तर : एक प्रणाली जिसमें यूरोपीय देशों ने एशिया और अफ्रीका जैसे क्षेत्रों का शोषण किया।
6. औद्योगिक क्रांति का केंद्र कहाँ था?
उत्तर : इसका केंद्र इंग्लैंड था।
7. औद्योगिक क्रांति का मुख्य प्रभाव क्या था?
उत्तर : इसने वैश्विक व्यापार और बाजार का विस्तार किया।
8. गिरमिटिया मजदूरों को कहाँ ले जाया गया?
उत्तर : उन्हें फिजी, मॉरिशस, त्रिनिदाद जैसे देशों में ले जाया गया।
9. विश्वव्यापी आर्थिक संकट कब शुरू हुआ?
उत्तर : यह 1929 में शुरू हुआ।
10. ब्रेटन वुड्स सम्मेलन का उद्देश्य क्या था?
उत्तर : वैश्विक आर्थिक स्थिरता के लिए संस्थाओं का निर्माण करना।
11. बहुराष्ट्रीय कंपनी क्या है?
उत्तर : ऐसी कंपनियाँ जो एक से अधिक देशों में व्यापार करती हैं।
12. भूमंडलीकरण का अर्थ क्या है?
उत्तर : यह विश्व के आर्थिक, सांस्कृतिक और सामाजिक एकीकरण की प्रक्रिया है।
13. रेशम मार्ग क्या था?
उत्तर : यह एशिया और यूरोप के बीच व्यापार का प्राचीन स्थल मार्ग था।
14. आर्थिक मंदी का मुख्य कारण क्या था?
उत्तर : उत्पादन अधिक था और खरीदने वाले कम थे।
15. गिरमिटिया मजदूरों को क्यों ले जाया गया?
उत्तर : उन्हें गन्ना और अन्य नगदी फसलों की खेती के लिए ले जाया गया।
16. औद्योगिक क्रांति का मुख्य उत्पाद क्या था?
उत्तर : कपड़ा उद्योग।
17. भूमंडलीकरण के लाभ क्या हैं?
उत्तर : यह रोजगार के नए अवसर पैदा करता है और वैश्विक व्यापार बढ़ाता है।
18. सार्क का उद्देश्य क्या है?
उत्तर : दक्षिण एशिया में क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाना।
19. औपनिवेशिक शासन ने भारत पर क्या प्रभाव डाला?
उत्तर : भारत की स्थानीय अर्थव्यवस्था और उद्योग कमजोर हुए।
20. आर्थिक मंदी का प्रभाव भारत पर क्या था?
उत्तर : कृषि उत्पादों की कीमतें गिर गईं और किसान कर्ज में डूब गए।
21. 1991 के बाद भारत में क्या हुआ?
उत्तर : भारत में आर्थिक उदारीकरण और निजीकरण शुरू हुआ।
22. न्यू डील नीति का उद्देश्य क्या था?
उत्तर : आर्थिक संकट से निपटने के लिए रोजगार और उत्पादन को बढ़ावा देना।
23. प्रथम विश्व युद्ध का प्रभाव वैश्विक अर्थव्यवस्था पर क्या था?
उत्तर : इससे यूरोप की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई।
24. द्वितीय महायुद्ध के बाद कौन-सी नई संस्थाएँ बनीं?
उत्तर : संयुक्त राष्ट्र संघ, विश्व बैंक, और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष।
25. आधुनिक भूमंडलीकरण का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर : वैश्विक मुक्त व्यापार और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना।
Medium Questions (with Answers)
1. विश्व बाजार का विस्तार कैसे हुआ?
उत्तर : विश्व बाजार का विस्तार 18वीं शताब्दी में औद्योगिक क्रांति के साथ शुरू हुआ। उत्पादन बढ़ने के कारण व्यापारियों ने नए बाजारों की तलाश की। यूरोपीय देशों ने उपनिवेश बनाकर कच्चा माल हासिल किया और निर्मित वस्तुओं को बेचा। इस प्रक्रिया ने विश्वव्यापी आर्थिक तंत्र को जन्म दिया।
2. औद्योगिक क्रांति से श्रमिक वर्ग पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर : औद्योगिक क्रांति ने श्रमिक वर्ग को कारखानों में केंद्रित कर दिया। उनकी मजदूरी कम थी, और काम के घंटे लंबे थे। इसके बावजूद, यह प्रक्रिया श्रमिकों के लिए रोजगार और कौशल विकास का अवसर भी लेकर आई। धीरे-धीरे श्रमिक आंदोलनों का उदय हुआ।
3. गिरमिटिया मजदूरों की स्थिति कैसी थी?
उत्तर : गिरमिटिया मजदूरों को अनुबंध के तहत विदेश ले जाया गया। उन्हें गन्ना, चाय, और तंबाकू की खेती में लगाया गया। उनकी मजदूरी बहुत कम थी और कार्य परिस्थितियाँ कठोर थीं। इसके बावजूद, इन मजदूरों ने कई देशों में भारतीय संस्कृति का प्रसार किया।
4. विश्वव्यापी आर्थिक संकट (1929) के कारण क्या थे?
उत्तर : इस संकट का मुख्य कारण उत्पादन की अधिकता और मांग की कमी थी। अमेरिकी शेयर बाजार के पतन ने इसे और गंभीर बना दिया। कृषि उत्पादों की कीमतों में गिरावट और अंतरराष्ट्रीय व्यापार में ठहराव आया। इससे उद्योग, व्यापार और रोजगार प्रभावित हुआ।
5. बहुराष्ट्रीय कंपनियों का भूमंडलीकरण में क्या योगदान है?
उत्तर : ये कंपनियाँ विभिन्न देशों में व्यापार और उत्पादन करती हैं। उन्होंने रोजगार के नए अवसर और आधुनिक तकनीकों को बढ़ावा दिया। साथ ही, वैश्विक उपभोक्ता संस्कृति को भी विकसित किया। हालांकि, कई बार ये स्थानीय उद्योगों के लिए खतरा बनती हैं।
6. भारत के स्वतंत्रता संग्राम में भूमंडलीकरण का क्या प्रभाव था?
उत्तर : भूमंडलीकरण ने भारतीय समाज को वैश्विक मुद्दों से जोड़ा। इसके तहत भारतीय मजदूरों ने विदेशी धरती पर कठिन परिस्थितियों में काम किया। इससे भारतीय समाज में सामाजिक और राजनीतिक जागरूकता बढ़ी।
7. औद्योगिक क्रांति ने विश्व व्यापार को कैसे बदला?
उत्तर : औद्योगिक क्रांति ने बड़े पैमाने पर उत्पादन को बढ़ावा दिया। मशीनों से बने सस्ते उत्पाद दुनियाभर में भेजे गए। व्यापार मार्गों का विस्तार हुआ, और उपनिवेशों से कच्चा माल लाकर यूरोपीय देशों में वस्तुएं बनाई गईं। इससे वैश्विक बाजार का स्वरूप व्यापक हुआ।
8. भूमंडलीकरण के कारण भारतीय ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर : भूमंडलीकरण के कारण कृषि के क्षेत्र में बड़े बदलाव हुए। आधुनिक तकनीक और उपकरण गाँवों तक पहुँचे। पारंपरिक फसलों की जगह नगदी फसलों को प्राथमिकता दी गई। हालाँकि, इससे कई छोटे किसानों को नुकसान भी हुआ।
9. सार्क संगठन का उद्देश्य क्या है?
उत्तर : सार्क (SAARC) का उद्देश्य दक्षिण एशियाई देशों के बीच आर्थिक, सामाजिक, और सांस्कृतिक सहयोग बढ़ाना है। यह संगठन गरीबी उन्मूलन और क्षेत्रीय विकास पर ध्यान केंद्रित करता है। यह क्षेत्रीय एकता और स्थिरता के लिए भी कार्य करता है।
10. भूमंडलीकरण के कारण उपभोक्ता संस्कृति कैसे बदली?
उत्तर : भूमंडलीकरण ने वैश्विक स्तर पर उपभोक्ता संस्कृति को बदला। ब्रांडेड उत्पादों और सेवाओं की मांग बढ़ी। लोगों का ध्यान स्थानीय वस्तुओं से हटकर अंतर्राष्ट्रीय उत्पादों की ओर गया। इसके कारण उपभोक्ता व्यवहार और जीवनशैली में बड़ा बदलाव आया।
11. भारत में भूमंडलीकरण का प्रभाव क्या है?
उत्तर : 1991 के बाद भारत में आर्थिक उदारीकरण शुरू हुआ। विदेशी निवेश और बहुराष्ट्रीय कंपनियों का आगमन बढ़ा। सेवा क्षेत्र में तेजी आई और सूचना तकनीक का विकास हुआ। इससे रोजगार के नए अवसर सृजित हुए और आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ीं।
12. 1929 की आर्थिक मंदी का भारत पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर : मंदी के कारण भारत में कृषि उत्पादों की कीमतें गिर गईं। किसान कर्ज में डूब गए और औद्योगिक उत्पादन ठप हो गया। शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में गरीबी बढ़ी। इससे सविनय अवज्ञा आंदोलन को बल मिला।
13. न्यू डील नीति क्या थी?
उत्तर : अमेरिकी राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट ने आर्थिक मंदी से निपटने के लिए न्यू डील नीति लागू की। इसका उद्देश्य रोजगार बढ़ाना, कृषि और उद्योग में सुधार करना था। इसने सामाजिक कल्याण योजनाओं को बढ़ावा दिया।
14. 1991 के बाद भारत में कौन-कौन से बदलाव हुए?
उत्तर : भारत में आर्थिक उदारीकरण और निजीकरण को बढ़ावा मिला। विदेशी निवेश, बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ, और सूचना तकनीक का विकास हुआ। सेवा क्षेत्र में तीव्र विस्तार हुआ। साथ ही, जीवनशैली और उपभोक्ता व्यवहार में बड़े बदलाव देखे गए।
15. प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के बीच विश्व अर्थव्यवस्था कैसी थी?
उत्तर : इस दौरान उपनिवेशवाद, आर्थिक मंदी, और श्रमिक आंदोलनों का प्रभाव था। यूरोप की अर्थव्यवस्था कमजोर हुई, जबकि अमेरिका और सोवियत रूस उभरती शक्तियाँ बनीं। कृषि और उद्योग पर संकट गहराया।
Long Questions (with Answers)
1. औद्योगिक क्रांति का विश्व अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर : औद्योगिक क्रांति ने उत्पादन बढ़ाकर वैश्विक व्यापार का विस्तार किया। इससे नए बाजारों की मांग बढ़ी और उपनिवेशों का शोषण शुरू हुआ। श्रम के नए रूप, जैसे गिरमिटिया मजदूरी, उभरे। यूरोपीय देशों ने कच्चे माल के लिए उपनिवेश बनाए और तैयार उत्पाद बेचने के लिए बाजार विकसित किए। यह प्रक्रिया वैश्विक पूँजीवाद का आधार बनी।
2. विश्वव्यापी आर्थिक संकट के प्रमुख परिणाम क्या थे?
उत्तर : 1929 का संकट वैश्विक व्यापार और उद्योग के लिए विनाशकारी था। लाखों लोग बेरोजगार हो गए। औद्योगिक उत्पादन और व्यापार में गिरावट आई। इससे फासीवाद और नाजीवाद जैसी तानाशाही व्यवस्थाओं का उदय हुआ। भारत जैसे उपनिवेशों में गरीबी और कृषि संकट बढ़ा।
3. भूमंडलीकरण और जीविकोपार्जन में क्या संबंध है?
उत्तर : भूमंडलीकरण ने रोजगार के नए अवसर प्रदान किए। सूचना तकनीक, टेलीफोन, और इंटरनेट आधारित उद्योगों में लोगों को नौकरियाँ मिलीं। सेवा क्षेत्र जैसे कॉल सेंटर, रेस्टोरेंट, और पर्यटन उद्योग में भी रोजगार बढ़ा। इसके साथ, वैश्विक प्रतिस्पर्धा ने पारंपरिक आजीविका के साधनों को प्रभावित किया।
4. गिरमिटिया मजदूरों का भारतीय समाज पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर : गिरमिटिया मजदूरों ने भारतीय संस्कृति को फिजी, मॉरीशस और त्रिनिदाद जैसे देशों में पहुँचाया। उन्होंने वहाँ की अर्थव्यवस्था में योगदान दिया। उनकी कठिनाइयों ने भारतीय समाज को संगठित होने की प्रेरणा दी। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका उल्लेखनीय रही।
5. औद्योगिक क्रांति और उपनिवेशवाद के बीच क्या संबंध था?
उत्तर : औद्योगिक क्रांति ने उपनिवेशवाद को प्रोत्साहित किया। यूरोपीय देशों को कच्चे माल और नए बाजारों की आवश्यकता थी। उपनिवेशों में संसाधनों का शोषण करके उन्होंने अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत किया। यह प्रक्रिया औद्योगिक प्रगति के लिए आवश्यक मानी गई।
6. द्वितीय विश्व युद्ध के बाद आर्थिक व्यवस्था में क्या बदलाव आए?
उत्तर : युद्ध के बाद वैश्विक पुनर्निर्माण के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की स्थापना हुई। देशों ने आर्थिक स्थिरता और सहयोग के लिए संस्थाएँ बनाईं। अमेरिका और सोवियत संघ नई आर्थिक और राजनीतिक शक्तियाँ बनकर उभरे।
7. 1929 के आर्थिक संकट ने साम्यवादी विचारों को कैसे बढ़ावा दिया?
उत्तर : आर्थिक संकट के कारण पूंजीवादी व्यवस्थाओं में असंतोष बढ़ा। लोगों ने साम्यवादी आर्थिक मॉडल को अधिक स्थिर और न्यायसंगत समझा। रूस में साम्यवादी व्यवस्था को संकट का प्रभाव नहीं झेलना पड़ा, जिससे उसका वैश्विक प्रभाव बढ़ा।
8. ब्रेटन वुड्स सम्मेलन का महत्व क्या था?
उत्तर : 1944 में हुआ यह सम्मेलन विश्व आर्थिक स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण था। इसमें अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक की स्थापना हुई। इसका उद्देश्य युद्ध के बाद की अर्थव्यवस्था को स्थिर करना था। यह आधुनिक आर्थिक सहयोग का आधार बना।
9. 1945 से 1960 के दशक के बीच वैश्विक राजनीति का स्वरूप क्या था?
उत्तर : यह काल शीत युद्ध और नए आर्थिक संबंधों का था। अमेरिका और रूस के नेतृत्व में दो गुट बने। नवस्वतंत्र देशों में आर्थिक और राजनीतिक सहयोग बढ़ा। उपनिवेशवाद का अंत हुआ और स्वतंत्रता आंदोलनों ने नई सरकारों का गठन किया।
10. औपनिवेशिक देशों की अर्थव्यवस्था पर यूरोपीय देशों का क्या प्रभाव था?
उत्तर : यूरोपीय देशों ने औपनिवेशिक देशों की स्थानीय अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुँचाया। कृषि और लघु उद्योगों को कमजोर किया गया। इसके बदले इन देशों को कच्चा माल उपलब्ध कराने और यूरोपीय उत्पादों का उपभोक्ता बनाया गया। इससे स्थानीय लोगों की आजीविका पर संकट आया।
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