Short Questions (with Answers)
1. प्राकृतिक आपदाएँ कौन-कौन सी होती हैं?
उत्तर: बाढ़, सुखाड़, चक्रवात, भूकंप, सुनामी, भूस्खलन, हिमस्खलन।
2. भूकंप के आने का पूर्वानुमान क्यों संभव नहीं है?
उत्तर: क्योंकि इसके आगमन का सटीक समय ज्ञात नहीं हो सकता।
3. भारत में भूकंप से सबसे अधिक क्षति क्यों होती है?
उत्तर: क्योंकि यहाँ भूकंपरोधी संरचनाओं की कमी है।
4. भूकंप से बचने के लिए भवन कैसा होना चाहिए?
उत्तर: आयताकार और भूकंपरोधी।
5. सुनामी से किन क्षेत्रों को अधिक नुकसान होता है?
उत्तर: तटीय क्षेत्र और बंदरगाह।
6. सुनामी के प्रभाव को कैसे कम किया जा सकता है?
उत्तर: तटीय क्षेत्रों में वृक्षारोपण और अवरोधक बनाकर।
7. बाढ़ से बचाव के लिए क्या करना चाहिए?
उत्तर: तटबंधों और जल निकासी की व्यवस्था करनी चाहिए।
8. सुखाड़ के संकेत पहले से क्यों मिलते हैं?
क्योंकि यह धीरे-धीरे विकसित होता है।
9. सुखाड़ के समय जल की कमी से क्या होता है?
उत्तर: मिट्टी की नमी समाप्त हो जाती है और कृषि असफल हो जाती है।
10. जल विभाजक क्षेत्र क्या है?
उत्तर: जहाँ पानी एक बिंदु की ओर प्रवाहित होता है।
11. भूस्खलन से बचाव के लिए क्या करना चाहिए?
उत्तर: भवनों को ढलान से दूर बनाना चाहिए।
12. सुनामी का प्रमुख कारण क्या है?
उत्तर: समुद्र तल में भूकंप या ज्वालामुखी विस्फोट।
13. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फसलों की कौन-सी किस्म उपयोगी है?
उत्तर: जलमग्न क्षेत्र में उगने वाली धान की प्रजातियाँ।
14. सुनामी की चेतावनी के लिए कौन-सी तकनीक उपयोगी है?
उत्तर: सुनामीटर और उपग्रह प्रौद्योगिकी।
15. भूकंप संभावित क्षेत्रों में निर्माण कैसा होना चाहिए?
उत्तर: सुरक्षित और भूकंपरोधी।
16. भूस्खलन के दौरान अधिक नुकसान क्यों होता है?
उत्तर: ढलानों पर बने मकानों के कमजोर होने के कारण।
17. सुखाड़ के समय कौन-सी कृषि तकनीक उपयोगी है?
उत्तर: शुष्क कृषि पद्धति।
18. भूकंप के समय कौन-सी सावधानी जरूरी है?
उत्तर: खुले स्थान में रहना और भारी वस्तुओं से दूर रहना।
19. सुनामी प्रभावित क्षेत्रों में मकान कहाँ बनने चाहिए?
उत्तर: समुद्र तट से दूर और ऊँचाई पर।
20. बाढ़ प्रबंधन के लिए कौन-सी योजनाएँ हैं?
उत्तर: त्वरित, अल्पकालिक और दीर्घकालिक कार्य योजनाएँ।
Medium Questions (with Answers)
1. भूकंप संभावित क्षेत्रों में सुरक्षित निर्माण कैसे किया जा सकता है?
उत्तर: भूकंप संभावित क्षेत्रों में आयताकार भवन और मजबूत नींव का निर्माण होना चाहिए। दीवारों को ईंट, पत्थर, या कंक्रीट के सहारे मजबूत करना चाहिए। ढलानों पर मकानों के निर्माण से बचना चाहिए। निर्माण से पहले मिट्टी का वैज्ञानिक अध्ययन जरूरी है।
2. सुनामी के प्रभाव को कम करने के उपाय बताइए।
उत्तर: तटीय क्षेत्रों में सघन वृक्षारोपण, ऊँचे स्थानों पर मकानों का निर्माण और कंक्रीट अवरोधकों का निर्माण करना चाहिए। सुनामीटर और उपग्रह प्रौद्योगिकी से चेतावनी देकर नुकसान कम किया जा सकता है। पत्तनों को ऊँची दीवारों से सुरक्षित करना चाहिए।
3. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जल निकासी की व्यवस्था क्यों जरूरी है?
उत्तर: जल निकासी की व्यवस्था बाढ़ का पानी निकालने और सिंचाई के लिए सहायक होती है। इससे जलजमाव से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है। तटीय क्षेत्रों में तटबंधों और नहरों का निर्माण भी जरूरी है। यह बाढ़ नियंत्रण और फसल सुरक्षा के लिए उपयोगी है।
4. सुखाड़ प्रभावित क्षेत्रों में जल संरक्षण कैसे किया जा सकता है?
उत्तर: छोटे-छोटे बांध और जलाशय बनाकर जल संरक्षण किया जा सकता है। नहरों के तल में कंक्रीट बिछाकर जल रिसाव को रोका जा सकता है। भूमि की गहरी जुताई और ढलानों पर सीढ़ीनुमा खेती भी मददगार होती है।
5. भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में सुरक्षा के उपाय बताइए।
उत्तर: खड़ी ढलानों पर मकान नहीं बनाना चाहिए और मजबूत अवरोधक बनाना चाहिए। जलग्रहण क्षेत्रों का निर्माण छोटे भूस्खलनों को रोकने में सहायक है। भवनों को ढलान से दूर और मजबूत नींव पर बनाना चाहिए।
6. बाढ़ से फसलों को होने वाले नुकसान को कैसे रोका जा सकता है?
उत्तर: ऐसी फसलें उगानी चाहिए जो जलमग्न क्षेत्रों में भी पनप सकें, जैसे विशेष धान की प्रजातियाँ। रेत से भरी बोरियाँ मकानों के चारों ओर रखनी चाहिए। तटीय क्षेत्रों में जल निकासी और तटबंध बनाए जाने चाहिए।
7. शुष्क कृषि पद्धति क्या है?
उत्तर: शुष्क कृषि पद्धति में गहरी जुताई, कम समय में फसल उत्पादन, और ड्रिप सिंचाई का उपयोग किया जाता है। इस पद्धति में पानी के अधिकतम उपयोग के लिए छोटे बांध बनाए जाते हैं।
8. सुनामी की चेतावनी प्रणाली कैसे काम करती है?
उत्तर: सुनामीटर समुद्रतल की हलचल को मापते हैं। उपग्रह प्रौद्योगिकी के जरिए चेतावनी प्राप्त कर इसे तुरंत लोगों तक पहुँचाया जाता है। यह प्रभाव को कम करने के लिए समय पर बचाव कार्य सुनिश्चित करता है।
9. भूकंप से बचने के लिए मकानों की डिजाइन कैसी होनी चाहिए?
उत्तर: मकान साधारण डिजाइन के और आयताकार होने चाहिए। नींव मजबूत और भूकंपरोधी होनी चाहिए। दरवाजे और खिड़कियाँ भूकंप अवरोधी स्थिति में होने चाहिए।
10. सुखाड़ से बचाव के लिए वैकल्पिक अर्थव्यवस्था का क्या महत्व है?
उत्तर: सुखाड़ के दौरान दुग्ध उद्योग और कृषि आधारित उद्योग लोगों की जीविका का सहारा बन सकते हैं। यह कृषि असफल होने पर भी आर्थिक स्थिरता बनाए रखने में मदद करता है।
Long Questions (with Answers)
1. सुनामी से बचाव के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?
उत्तर: सुनामी संभावित क्षेत्रों में मकानों को ऊँचे स्थानों पर और तट से 100 मीटर दूर बनाना चाहिए। तटीय क्षेत्रों में वृक्षारोपण और कंक्रीट अवरोधक बनाकर सुनामी लहरों की तीव्रता को कम किया जा सकता है। बंदरगाहों को ऊँची दीवारों से सुरक्षित करना चाहिए। सुनामी चेतावनी के लिए उपग्रह तकनीक और सुनामीटर का उपयोग जरूरी है।
2. भूकंप से बचाव के लिए निर्माण में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
उत्तर: भवनों को आयताकार बनाना चाहिए और लंबी दीवारों को सहारा देने के लिए मजबूत सामग्री का उपयोग करना चाहिए। नींव को भूकंपरोधी बनाना और मिट्टी का वैज्ञानिक अध्ययन जरूरी है। दरवाजे और खिड़कियाँ भूकंप अवरोधी होनी चाहिए। गलियों और सड़कों को चौड़ा रखना चाहिए ताकि आपात स्थिति में मदद मिल सके।
3. बाढ़ प्रबंधन में तटबंधों का क्या महत्व है?
उत्तर: तटबंध बाढ़ के पानी को नियंत्रित रखने और निचले इलाकों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं। तटबंधों से जल निकासी और सिंचाई की व्यवस्था बेहतर हो सकती है। इनका उपयोग शहरी क्षेत्रों में जल जमाव को रोकने और फसल सुरक्षा के लिए भी होता है।
4. सुखाड़ प्रभावित क्षेत्रों में जल विभाजक का महत्व क्या है?
जल विभाजक क्षेत्रों में पानी को संरक्षित कर मिट्टी और पौधों की सुरक्षा की जाती है। इनसे मृदा की उर्वरता बढ़ती है और जल स्रोतों का संरक्षण होता है। यह कृषि उत्पादन में सुधार लाने और संसाधनों के प्रबंधन में मदद करता है।
5. सुखाड़ के समय कृषि पद्धति में क्या बदलाव किए जा सकते हैं?
उत्तर: ऐसी फसलें उगानी चाहिए जिन्हें कम पानी की आवश्यकता हो, जैसे ज्वार और बाजरा। ड्रिप सिंचाई का उपयोग और भूमि की गहरी जुताई से फसलों को नुकसान कम होता है। जल संग्रहण के लिए छोटे बांध और जलाशय बनाए जाने चाहिए।
6. भूस्खलन रोकने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?
उत्तर: ढलानों पर मजबूत दीवारें और जलग्रहण क्षेत्र बनाकर भूस्खलन को रोका जा सकता है। भवनों को ढलान से दूर बनाना चाहिए और निर्माण के दौरान मिट्टी का अध्ययन करना चाहिए। अवरोधक डिज़ाइन ऐसे हों कि भूस्खलन की सामग्री का प्रभाव कम हो।
7. आपदा मानचित्र का महत्व क्या है?
उत्तर: आपदा मानचित्र से प्रभावित क्षेत्रों की पहचान कर योजनाबद्ध तरीके से राहत कार्य किया जा सकता है। यह भूगोल, जलवायु और आपदाओं के इतिहास के आधार पर तैयार किया जाता है। इससे पूर्व चेतावनी और बचाव कार्य में सहायता मिलती है।
8. भूकंप संभावित क्षेत्रों में सह-अस्तित्व की योजनाएँ क्या हैं?
उत्तर: सुरक्षित भवनों का निर्माण, जन-जागरूकता अभियान और भूकंपरोधी तकनीक का उपयोग सह-अस्तित्व योजनाओं का हिस्सा हैं। जापान जैसे देश इसमें सफल उदाहरण हैं। यहाँ लोग भूकंप के समय सुरक्षित रहने के उपायों को अपनाते हैं।
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