Short Questions (with Answers)
1. रोजगार का क्या अर्थ है?
उत्तर: रोजगार का अर्थ है व्यक्ति को उनकी दक्षता के अनुसार काम उपलब्ध कराना जिससे वे अपनी न्यूनतम आवश्यकताएँ पूरी कर सकें।
2. बेरोजगारी किसे कहते हैं?
उत्तर: सक्षम व्यक्ति को उचित पारिश्रमिक पर काम न मिलना बेरोजगारी कहलाता है।
3. सेवा क्षेत्र का अर्थ क्या है?
उत्तर: सेवा क्षेत्र वह क्षेत्र है जिसमें शारीरिक शक्ति, कार्यक्षमता और दक्षता के आधार पर रोजगार मिलता है।
4. कृषि क्षेत्र का महत्त्व क्या है?
उत्तर: कृषि क्षेत्र भारत की जनसंख्या का सबसे बड़ा रोजगार प्रदाता है।
5. उद्योग क्षेत्र के अंतर्गत क्या आता है?
उत्तर: उद्योग क्षेत्र में कल-कारखाने और औद्योगिक इकाइयाँ आती हैं जो रोजगार के अवसर प्रदान करती हैं।
6. मानव पूँजी के घटक कौन-कौन से हैं?
उत्तर: मानव पूँजी के घटक हैं – भोजन, वस्त्र, आवास, स्वास्थ्य और शिक्षा।
7. गैर सरकारी सेवा क्या है?
उत्तर: जब व्यक्ति स्वयं या निजी संस्थाएँ सेवाएँ प्रदान करती हैं, तो इसे गैर सरकारी सेवा कहते हैं।
8. सकल घरेलू उत्पाद में सेवा क्षेत्र का योगदान कितना है?
उत्तर: सेवा क्षेत्र का सकल घरेलू उत्पाद में योगदान 55% से अधिक है।
9. बुनियादी सुविधाओं का अर्थ क्या है?
उत्तर: बुनियादी सुविधाएँ जैसे वित्त, ऊर्जा, यातायात, संचार, शिक्षा और स्वास्थ्य आर्थिक विकास में सहायक होती हैं।
10. उदारीकरण का प्रभाव क्या है?
उत्तर: उदारीकरण से सेवा क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हुए हैं।
11. भारत को अग्रणी युवा देश क्यों कहा जाता है?
उत्तर: भारत में युवा जनसंख्या का अनुपात अधिक होने के कारण इसे अग्रणी युवा देश कहा जाता है।
12. कॉल सेंटर का क्या महत्त्व है?
उत्तर: कॉल सेंटर सेवा क्षेत्र में रोजगार उत्पन्न करता है और वैश्विक कंपनियों की सेवाएँ भारत में प्रदान करता है।
13. नरेगा योजना क्या है?
उत्तर: नरेगा ग्रामीण बेरोजगारी को दूर करने के लिए एक रोजगार गारंटी योजना है।
14. आधुनिक मंदी का भारत पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर: आधुनिक मंदी का भारत पर कम प्रभाव पड़ा क्योंकि यहाँ की पूँजी और श्रमशक्ति मजबूत है।
15. बिहार में सेवा क्षेत्र का विस्तार कैसे हुआ?
उत्तर: बिहार में दूरसंचार, स्वास्थ्य, और शिक्षा सेवाओं के विस्तार से रोजगार में वृद्धि हुई है।
16. सरकारी सेवा का उदाहरण दीजिए।
उत्तर: सरकारी सेवा में सैन्य सेवा, शिक्षा सेवा और रेल सेवा शामिल हैं।
17. किसान अपने उत्पाद को कैसे मूल्यवान बना सकता है?
उत्तर: किसान अपने उत्पाद को गुणवत्ता सुधार कर और बेहतर पैकेजिंग कर अधिक मूल्य पर बेच सकता है।
18. वैश्वीकरण का मुख्य लाभ क्या है?
उत्तर: वैश्वीकरण से सस्ते श्रम वाले क्षेत्रों में उत्पादन और सेवाएँ बढ़ी हैं।
19. मानव पूँजी का अर्थ क्या है?
उत्तर: मानव पूँजी का अर्थ है श्रमिकों की कुशलता, शिक्षा, और ज्ञान का भंडार।
20. भारत का सेवा क्षेत्र क्यों मजबूत है?
उत्तर: भारत में कुशल श्रम और निम्न मजदूरी दर के कारण सेवा क्षेत्र मजबूत है।
Medium Questions (with Answers)
1. सेवा क्षेत्र का महत्त्व क्या है?
उत्तर: सेवा क्षेत्र रोजगार और आर्थिक विकास का मुख्य आधार है। यह क्षेत्र 50% से अधिक सकल घरेलू उत्पाद में योगदान देता है। इसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, बैंकिंग, और परिवहन जैसे क्षेत्र शामिल हैं। इसका विस्तार रोजगार के नए अवसर उत्पन्न करता है।
2. बेरोजगारी की समस्या क्यों उत्पन्न होती है?
उत्तर: बेरोजगारी तब होती है जब काम करने में सक्षम व्यक्ति को उचित पारिश्रमिक पर काम नहीं मिलता। जनसंख्या वृद्धि और रोजगार के अवसरों की कमी इसका मुख्य कारण है। इसके अलावा, दक्षता के अनुसार कार्य न मिल पाना भी बेरोजगारी को बढ़ाता है। सेवा क्षेत्र का विकास इस समस्या को हल कर सकता है।
3. कृषि क्षेत्र में रोजगार के अवसर सीमित क्यों हैं?
उत्तर: कृषि क्षेत्र में अत्यधिक जनसंख्या के कारण छिपी बेरोजगारी पाई जाती है। भूमि का सीमित विस्तार और उत्पादन के पारंपरिक तरीके रोजगार के अवसरों को सीमित करते हैं। इसके अलावा, कृषि में मशीनरी का उपयोग भी श्रमिकों की आवश्यकता कम कर देता है। इस स्थिति को सेवा क्षेत्र के विकास से सुधारा जा सकता है।
4. मानव पूँजी निर्माण क्यों आवश्यक है?
उत्तर: मानव पूँजी निर्माण से श्रमिकों की कुशलता और उत्पादकता बढ़ती है। शिक्षा और स्वास्थ्य पर निवेश से मानव संसाधन सशक्त बनता है। यह आर्थिक विकास के सभी क्षेत्रों, विशेषकर सेवा क्षेत्र के विस्तार में सहायक होता है। इसके बिना रोजगार और विकास की गति धीमी पड़ जाती है।
5. औद्योगिक क्षेत्र में रोजगार के अवसर कैसे बढ़ते हैं?
उत्तर: औद्योगिक क्षेत्र में नए कल-कारखाने और उत्पादन इकाइयों की स्थापना से रोजगार उत्पन्न होता है। तकनीकी प्रगति और निवेश के बढ़ने से इस क्षेत्र का विस्तार होता है। सरकार की नीतियाँ और आधारभूत संरचना का विकास इसमें सहायक होता है। यह सेवा क्षेत्र के विकास को भी प्रेरित करता है।
6. सेवा क्षेत्र में निजीकरण का क्या प्रभाव है?
उत्तर: निजीकरण से सेवा क्षेत्र में दक्षता और गुणवत्ता में सुधार हुआ है। निजी कंपनियों ने दूरसंचार, स्वास्थ्य, और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में निवेश बढ़ाया है। इससे रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं। यह सरकारी सेवाओं पर निर्भरता को भी कम करता है।
7. आधारभूत संरचना का विकास कैसे रोजगार सृजन करता है?
उत्तर: आधारभूत संरचना जैसे सड़कों, ऊर्जा, और संचार के विकास से उद्योग और सेवाओं में निवेश बढ़ता है। इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर उत्पन्न होते हैं। मजबूत आधारभूत संरचना आर्थिक विकास को गति प्रदान करती है।
8. भारत में सूचना प्रौद्योगिकी का क्या योगदान है?
उत्तर: भारत का आईटी क्षेत्र सेवा क्षेत्र का प्रमुख हिस्सा है। यह वैश्विक स्तर पर डेटा प्रोसेसिंग, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और कॉल सेंटर सेवाएँ प्रदान करता है। इससे भारत में लाखों लोगों को रोजगार मिला है। यह क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूती देता है।
9. वैश्वीकरण का सेवा क्षेत्र पर क्या प्रभाव पड़ा है?
उत्तर: वैश्वीकरण से भारत में सेवा क्षेत्र का तेजी से विकास हुआ है। बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ यहाँ की सस्ती श्रमशक्ति का उपयोग कर रही हैं। कॉल सेंटर, बीपीओ, और आईटी सेवाएँ इसका प्रमुख उदाहरण हैं। इससे रोजगार और विदेशी मुद्रा का प्रवाह बढ़ा है।
10. कॉल सेंटर का रोजगार सृजन में क्या योगदान है?
उत्तर: कॉल सेंटर ने सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में लाखों युवाओं को रोजगार दिया है। इसमें भारतीय श्रमिकों की दक्षता और अंग्रेजी भाषा का ज्ञान मुख्य भूमिका निभाता है। यह सेवा क्षेत्र में भारत को वैश्विक पहचान दिलाने में सहायक रहा है।
11. सेवा क्षेत्र में सरकारी योजनाओं की भूमिका क्या है?
उत्तर: सरकारी योजनाएँ जैसे नरेगा, ग्रामीण रोजगार योजना, और स्वरोजगार प्रशिक्षण सेवा क्षेत्र में रोजगार उत्पन्न करती हैं। ये योजनाएँ विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी कम करने में सहायक होती हैं। इनसे लाखों लोगों को आजीविका मिली है।
12. दूरसंचार क्षेत्र ने सेवा क्षेत्र में कैसे योगदान दिया है?
उत्तर: दूरसंचार क्षेत्र ने संचार और कनेक्टिविटी में क्रांति ला दी है। यह क्षेत्र न केवल रोजगार के नए अवसर प्रदान करता है बल्कि अन्य क्षेत्रों को भी समर्थन देता है। मोबाइल, इंटरनेट, और डेटा सेवाओं ने इसे और सशक्त किया है।
13. मानव संसाधन और सेवा क्षेत्र का क्या संबंध है?
उत्तर: मानव संसाधन सेवा क्षेत्र का मुख्य आधार है। शिक्षित और प्रशिक्षित मानव संसाधन सेवा क्षेत्र में गुणवत्ता और उत्पादन बढ़ाते हैं। इसके बिना सेवा क्षेत्र का विस्तार संभव नहीं है।
14. आर्थिक मंदी का सेवा क्षेत्र पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर: आर्थिक मंदी के कारण सेवा क्षेत्र में रोजगार के अवसर घटे। खासतौर पर वैश्विक मंदी ने आईटी और बीपीओ क्षेत्रों को प्रभावित किया। हालांकि, भारत में इसका असर कम रहा क्योंकि यहाँ श्रमशक्ति सस्ती और कुशल है।
15. बिहार के सेवा क्षेत्र में कौन-कौन से सुधार हुए हैं?
उत्तर: बिहार में स्वास्थ्य, शिक्षा, और दूरसंचार सेवाओं के विस्तार ने रोजगार के अवसर बढ़ाए हैं। स्वरोजगार और सरकारी योजनाओं ने भी सेवा क्षेत्र को सशक्त किया है। इस क्षेत्र के विकास से राज्य की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है।
Long Questions (with Answers)
1. सेवा क्षेत्र का सकल घरेलू उत्पाद में योगदान क्यों बढ़ रहा है?
उत्तर: सेवा क्षेत्र का सकल घरेलू उत्पाद में योगदान 50% से अधिक हो चुका है। यह क्षेत्र शिक्षा, स्वास्थ्य, बैंकिंग, और सूचना प्रौद्योगिकी जैसी सेवाएँ प्रदान करता है। कृषि और उद्योग की अनिश्चितता के कारण सेवा क्षेत्र का विस्तार हुआ है। वैश्वीकरण और उदारीकरण की नीतियों ने इस क्षेत्र को बढ़ावा दिया है। इसके अलावा, सस्ती श्रमशक्ति और तकनीकी प्रगति ने इसे और मजबूत किया है।
2. मानव पूँजी निर्माण का सेवा क्षेत्र में क्या योगदान है?
उत्तर: मानव पूँजी निर्माण सेवा क्षेत्र के विकास में अहम भूमिका निभाता है। शिक्षित और प्रशिक्षित श्रमिक सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाते हैं। स्वास्थ्य और शिक्षा पर निवेश से मानव संसाधन सशक्त होता है। कुशल मानव पूँजी सेवा क्षेत्र में रोजगार सृजन का मुख्य आधार है। इसके बिना सेवा क्षेत्र का सतत विकास संभव नहीं है।
3. बिहार के सेवा क्षेत्र में कौन-कौन से प्रमुख परिवर्तन हुए हैं?
उत्तर: बिहार में सेवा क्षेत्र के विस्तार से रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हुए हैं। स्वास्थ्य, शिक्षा, और दूरसंचार सेवाएँ ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में बढ़ी हैं। सरकारी योजनाओं ने स्वरोजगार को बढ़ावा दिया है। इसके अलावा, निजी और गैर सरकारी संस्थानों ने भी सेवा क्षेत्र को सशक्त किया है।
4. आधुनिक मंदी का भारत पर क्या प्रभाव पड़ा है?
उत्तर: आधुनिक मंदी ने वैश्विक सेवा क्षेत्र को प्रभावित किया लेकिन भारत पर इसका असर कम रहा। भारत में सस्ती और कुशल श्रमशक्ति ने इसे संभालने में मदद की। आईटी और बीपीओ क्षेत्रों ने रोजगार बनाए रखा। इसके अलावा, कृषि प्रधान देश होने के कारण भारत को मंदी से राहत मिली।
5. भारत विश्व का प्रमुख सेवा प्रदाता कैसे बना?
उत्तर: भारत ने सस्ती श्रमशक्ति और कुशल मानव संसाधन के कारण वैश्विक सेवा क्षेत्र में अपनी जगह बनाई। कॉल सेंटर, डेटा प्रोसेसिंग, और आईटी सेवाएँ भारत के मुख्य योगदान हैं। वैश्वीकरण ने बहुराष्ट्रीय कंपनियों को भारत की ओर आकर्षित किया।
6. सरकारी और गैर सरकारी सेवाओं का आर्थिक विकास में क्या योगदान है?
उत्तर: सरकारी सेवाएँ जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, और सैन्य सेवा बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करती हैं। वहीं, गैर सरकारी सेवाएँ जैसे बैंकिंग और स्वरोजगार क्षेत्र को सशक्त करती हैं। दोनों सेवाओं का तालमेल रोजगार सृजन और आर्थिक विकास को बढ़ावा देता है।
7. सेवा क्षेत्र में शिक्षा का क्या योगदान है?
उत्तर: शिक्षा सेवा क्षेत्र को कुशल और प्रशिक्षित मानव संसाधन प्रदान करती है। शिक्षित जनसंख्या उच्च गुणवत्ता की सेवाएँ देती है। इसके अलावा, तकनीकी शिक्षा सेवा क्षेत्र में नवाचार और रोजगार सृजन में सहायक होती है।
8. वैश्वीकरण और उदारीकरण का सेवा क्षेत्र पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर: वैश्वीकरण और उदारीकरण ने सेवा क्षेत्र को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाया। विदेशी कंपनियों ने भारत में अपने कॉल सेंटर और आईटी हब स्थापित किए। इससे रोजगार के अवसर बढ़े और भारत को वैश्विक पहचान मिली।
9. बुनियादी सुविधाओं का आर्थिक विकास पर क्या प्रभाव है?
उत्तर: बुनियादी सुविधाएँ जैसे सड़कों, बिजली, और संचार का विकास आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करता है। इनसे उद्योग और सेवाओं का विस्तार होता है। इसके अलावा, ये रोजगार के अवसर भी बढ़ाती हैं।
10. आर्थिक योजनाओं ने सेवा क्षेत्र को कैसे सशक्त किया है?
उत्तर: आर्थिक योजनाएँ जैसे नरेगा और ग्रामीण रोजगार कार्यक्रम सेवा क्षेत्र को सशक्त करती हैं। ये योजनाएँ ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में रोजगार सृजन करती हैं। इसके अलावा, ये गरीब तबके के लोगों की आजीविका सुधारने में सहायक होती हैं।
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