Short Questions (with Answers)
1. ईश्वर पेटलीकर कौन थे?
उत्तर- ईश्वर पेटलीकर गुजराती के प्रसिद्ध कथाकार थे, जिनकी रचनाएँ समाज और समय के विभिन्न पहलुओं को दर्शाती हैं।
2. माँ मंगु को अस्पताल में क्यों नहीं भर्ती करना चाहती थी?
उत्तर- माँ को लगता था कि मंगु को अस्पताल भेजना अपंग जानवरों को गौशाला में छोड़ने जैसा है।
3. मंगु कौन थी?
उत्तर- मंगु माँ की पागल और गूंगी बेटी थी, जिसे माँ ने विशेष स्नेह से पाला।
4. माँ की अन्य संतानों का क्या हुआ?
उत्तर- माँ के दोनों बेटे नौकरी करते थे और बेटी का विवाह हो चुका था।
5. मंगु को लेकर माँ की मुख्य चिंता क्या थी?
उत्तर- माँ को चिंता थी कि उनके बाद मंगु की देखभाल कौन करेगा।
6. मंगु के पागलपन का क्या निदान किया गया था?
उत्तर- डॉक्टरों ने कहा था कि मंगु का पागलपन ठीक नहीं हो सकता, लेकिन देखभाल से उसकी आदतें सुधारी जा सकती हैं।
7. मंगु के बारे में बहुओं की क्या शिकायत थी?
उत्तर- बहुएँ कहती थीं कि माँ अपने पोते-पोतियों से अधिक मंगु को प्यार करती हैं।
8. मंगु को लेकर माँ की उम्मीदें क्या थीं?
उत्तर- माँ को विश्वास था कि किसी विशेष समय पर मंगु का पागलपन ठीक हो सकता है।
9. मंगु को अस्पताल में भर्ती करने का विचार कब आया?
उत्तर- कुसुम नामक लड़की का पागलपन अस्पताल में ठीक होने के बाद माँ ने यह विचार किया।
10. कुसुम कौन थी?
उत्तर- कुसुम गाँव की एक लड़की थी, जिसका पागलपन अस्पताल में इलाज से ठीक हो गया।
11. मंगु को अस्पताल ले जाते समय माँ का व्यवहार कैसा था?
उत्तर- माँ बहुत भावुक थीं और मंगु को छोड़ने का निर्णय उन्हें भारी लग रहा था।
12. अस्पताल के कर्मचारियों का व्यवहार कैसा था?
उत्तर- अस्पताल के कर्मचारी दयालु और समझदार थे, जिन्होंने माँ को मंगु की अच्छी देखभाल का आश्वासन दिया।
13. माँ ने मंगु की सेवा के लिए क्या-क्या किया?
उत्तर- माँ ने मंगु के मल-मूत्र की सफाई की और उसे अच्छे खाने और कपड़ों का ध्यान रखा।
14. कहानी का मुख्य विषय क्या है?
उत्तर- यह कहानी मातृत्व के बलिदान, स्नेह और परिवार के संघर्ष को दर्शाती है।
15. माँ ने मंगु के लिए क्या त्याग किया?
उत्तर- माँ ने अपनी अन्य संतानों और उनके परिवार से दूरी बनाकर मंगु की सेवा को प्राथमिकता दी।
Medium Questions (with Answers)
1. माँ और मंगु के रिश्ते को कैसे समझा जा सकता है?
उत्तर- माँ और मंगु के बीच स्नेह और त्याग का गहरा रिश्ता था। माँ ने मंगु की सेवा में अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। यह रिश्ता मातृत्व के अद्वितीय बलिदान को दर्शाता है।
2. मंगु की देखभाल में माँ को क्या कठिनाइयाँ थीं?
उत्तर- मंगु गूंगी और पागल थी, जिसके कारण उसकी सफाई और देखभाल में माँ को कठिनाई होती थी। माँ ने इसे अपने स्नेह और धैर्य से सहा।
3. माँ को मंगु को अस्पताल भेजने का निर्णय क्यों लेना पड़ा?
उत्तर- माँ को लगा कि उनकी वृद्धावस्था में मंगु की देखभाल संभव नहीं होगी। अस्पताल की व्यवस्था को देखकर उन्होंने यह कठिन निर्णय लिया।
4. माँ के दूसरे बच्चों का मंगु के प्रति क्या रवैया था?
उत्तर- माँ के अन्य बच्चे मंगु से दूरी बनाए रखते थे और उसकी देखभाल में रुचि नहीं लेते थे।
5. मंगु के अस्पताल जाने के बाद माँ का क्या महसूस हुआ?
उत्तर- माँ को अपराधबोध और चिंता थी कि मंगु अस्पताल में अकेली और असहाय महसूस करेगी।
6. कुसुम के इलाज का माँ पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर- कुसुम का पागलपन ठीक होने से माँ को आशा मिली कि मंगु भी ठीक हो सकती है।
7. माँ की बहुओं ने मंगु के प्रति कैसा व्यवहार किया?
उत्तर- बहुओं ने मंगु को बोझ समझा और उसकी देखभाल से बचने की कोशिश की।
8. अस्पताल के कर्मचारियों ने माँ को कैसे आश्वस्त किया?
उत्तर- अस्पताल के कर्मचारियों ने माँ को भरोसा दिलाया कि मंगु की सही देखभाल होगी।
9. माँ के मंगु के प्रति स्नेह का सबसे बड़ा प्रमाण क्या है?
उत्तर- माँ ने मंगु के लिए सबकुछ त्याग दिया, यहाँ तक कि अपने बाकी बच्चों और उनके परिवार के साथ संबंध भी।
10. माँ ने मंगु को अस्पताल भेजने का निर्णय क्यों टाला था?
उत्तर- माँ को डर था कि अस्पताल में मंगु को वैसा प्यार और देखभाल नहीं मिलेगी जैसा वह देती थीं।
11. मंगु को अस्पताल ले जाते समय माँ का क्या विचार था?
उत्तर- माँ को लग रहा था कि वे मंगु को अस्पताल भेजकर उसे छोड़ रही हैं, जो उन्हें असहनीय था।
12. माँ की मृत्यु का मुख्य कारण क्या था?
उत्तर- मंगु से बिछड़ने का दुख माँ के लिए असहनीय था, जिसने उनके जीवन को समाप्त कर दिया।
13. माँ ने मंगु को लेकर क्या उम्मीदें रखीं?
उत्तर- माँ ने ज्योतिषी की भविष्यवाणी और कुसुम के इलाज से प्रेरित होकर मंगु के ठीक होने की उम्मीद रखी।
14. माँ के दूसरे बच्चों का उनके प्रति व्यवहार कैसा था?
उत्तर- माँ के बेटे और बेटियाँ उनकी सेवा के लिए तत्पर नहीं थे। उन्होंने मंगु की जिम्मेदारी लेने से इंकार कर दिया।
15. कहानी में मातृत्व को किस रूप में दर्शाया गया है?
उत्तर- मातृत्व को त्याग, सहनशीलता और निःस्वार्थ प्रेम के प्रतीक के रूप में दिखाया गया है।
Long Questions (with Answers)
1. माँ ने मंगु की देखभाल के लिए क्या-क्या त्याग किए?
उत्तर- माँ ने अपने बाकी बच्चों और उनके परिवार के साथ समय बिताने के बजाय मंगु की देखभाल को प्राथमिकता दी। उन्होंने मंगु के मल-मूत्र साफ किए, उसे साफ कपड़े पहनाए, और हर छोटी जरूरत का ध्यान रखा। अपनी वृद्धावस्था में भी उन्होंने मंगु के लिए हर मुश्किल का सामना किया।
2. मंगु के प्रति माँ के स्नेह को कहानी में कैसे चित्रित किया गया है?
उत्तर- कहानी में माँ का मंगु के प्रति स्नेह हर क्षण झलकता है। माँ ने मंगु के जीवन को बेहतर बनाने के लिए अपनी सारी खुशियाँ त्याग दीं। यहाँ तक कि जब मंगु को अस्पताल भेजने का समय आया, तो वह असहनीय पीड़ा से गुजरीं।
3. माँ के मंगु को अस्पताल भेजने के निर्णय का विश्लेषण करें।
उत्तर- माँ ने मंगु को अस्पताल भेजने का निर्णय अपने मन और सामाजिक दबाव के बीच संघर्ष के बाद लिया। कुसुम के उदाहरण ने उन्हें यह निर्णय लेने के लिए प्रेरित किया, लेकिन उन्होंने इसे बोझिल हृदय से स्वीकार किया।
4. मंगु को अस्पताल भेजने पर माँ की मानसिक स्थिति कैसी थी?
उत्तर- माँ के लिए मंगु को छोड़ना बहुत कठिन था। उन्हें ऐसा लगा जैसे वे अपनी बेटी को भगवान के भरोसे छोड़ रही हैं। यह निर्णय उनके लिए अत्यंत भावनात्मक और दर्दनाक था।
5. अस्पताल के कर्मचारियों का व्यवहार कहानी को कैसे प्रभावित करता है?
उत्तर- अस्पताल के कर्मचारियों का दयालु व्यवहार माँ को आश्वस्त करता है कि मंगु सही देखभाल में रहेगी। उनकी संवेदनशीलता और समर्पण कहानी में सहायक पात्रों के रूप में उभरते हैं।
6. माँ की मृत्यु का प्रभाव परिवार पर क्या पड़ा?
उत्तर- माँ की मृत्यु ने परिवार को उनकी जिम्मेदारियों का एहसास कराया। यह घटना मंगु की देखभाल की जिम्मेदारी परिवार पर डालती है और उन्हें माँ के त्याग की गहराई का अनुभव कराती है।
7. मंगु का पागलपन कहानी को कैसे दिशा देता है?
उत्तर- मंगु का पागलपन कहानी का केंद्रीय बिंदु है, जो माँ के त्याग और संघर्ष को उजागर करता है। यह समस्या परिवार और समाज के दृष्टिकोण को भी दर्शाती है।
8. माँ की भूमिका को समाज के लिए प्रेरणा क्यों माना जा सकता है?
उत्तर- माँ ने अपने कर्तव्य को पूरी निष्ठा से निभाया और यह दिखाया कि सच्चा प्रेम निःस्वार्थ और अटूट होता है। उनकी भूमिका समाज के लिए एक प्रेरणा है कि परिवार और रिश्तों की अहमियत क्या होती है।
9. कहानी में मंगु का व्यक्तित्व कैसा था?
उत्तर- मंगु जन्म से गूंगी और पागल थी, लेकिन वह माँ के लिए सबसे प्रिय थी। वह अपनी सीमाओं के बावजूद माँ के जीवन का केंद्र बनी रही।
10. कहानी का शीर्षक ‘माँ’ कितना सार्थक है?
उत्तर- ‘माँ’ शीर्षक पूरी कहानी को व्यक्त करता है। यह मातृत्व के सच्चे अर्थ, त्याग, सहनशीलता और स्नेह को दर्शाता है, जो माँ और मंगु के रिश्ते में झलकता है।
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