Short Questions (with Answers)
1. नलिन विलोचन शर्मा कौन थे?
उत्तर- नलिन विलोचन शर्मा एक प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार और आलोचक थे, जो प्रगतिशील विचारधारा के समर्थक माने जाते हैं।
2. ‘विष के दाँत’ कहानी किस विषय पर आधारित है?
उत्तर- यह कहानी सामाजिक भेदभाव, लिंग भेद, और मध्यवर्गीय समाज की विसंगतियों को उजागर करती है।
3. कहानी में सेन साहब की गाड़ी का महत्व क्या है?
उत्तर- गाड़ी उनकी सामाजिक स्थिति और अहंकार का प्रतीक है, जो उनके जीवन में गर्व का कारण है।
4. सेन परिवार की लड़कियों की परवरिश कैसी थी?
उत्तर- लड़कियों को कठोर अनुशासन और सामाजिक शिष्टाचार का पाठ पढ़ाया गया था।
5. खोखा की परवरिश में क्या अंतर था?
उत्तर- उसे अधिक स्वतंत्रता और विशेष सुविधाएं दी गईं, जिससे वह परिवार के नियमों से अलग हो गया।
6. ड्राइवर और मदन के विवाद का कारण क्या था?
उत्तर- मदन ने गाड़ी को छूने की कोशिश की, जिससे ड्राइवर ने उसे डांटा और विवाद हुआ।
7. खोखा को परिवार में किस रूप में देखा जाता था?
उत्तर- उसे भविष्य में इंजीनियर बनाने की महत्वाकांक्षा के साथ देखा जाता था।
8. गिरधर ने मदन को क्यों पीटा?
उत्तर- सेन साहब के गुस्से के कारण गिरधर ने अपने बेटे को दंडित किया।
9. खोखा और मदन के झगड़े का मुख्य कारण क्या था?
उत्तर- खोखा ने मदन से लट्टू मांगा, लेकिन मदन ने उसे झिड़क दिया, जिससे झगड़ा हुआ।
10. सेन साहब के मित्रों ने उनके विचारों को कैसे लिया?
उत्तर- उनके मित्रों ने उनके विचारों पर व्यंग्य किया और उन्हें अनावश्यक बताया।
11. मदन ने खोखा को कैसे पराजित किया?
उत्तर- मदन ने लड़ाई में खोखा के दो दांत तोड़ दिए, जिससे वह भाग खड़ा हुआ।
12. कहानी में ‘महल और झोपड़ी’ का क्या अर्थ है?
उत्तर- यह अमीर और गरीब वर्ग के बीच के संघर्ष को दर्शाता है।
13. गिरधर ने अंत में मदन को क्यों गले लगाया?
उत्तर- क्योंकि मदन ने खोखा को हराया, जिससे गिरधर को गर्व महसूस हुआ।
14. सेन साहब की सोच में क्या दोष था?
उत्तर- वे अपने बेटे की शरारतों को अनदेखा करते हुए उसे प्रतिभा मानते थे।
15. कहानी का शीर्षक ‘विष के दाँत’ क्यों उपयुक्त है?
उत्तर- यह शीर्षक समाज में व्याप्त विषैली मानसिकताओं को उजागर करता है।
Medium Questions (with Answers)
1. ‘विष के दाँत’ कहानी में सामाजिक भेदभाव कैसे प्रकट होता है?
उत्तर- कहानी में वर्ग और लिंग आधारित भेदभाव प्रमुखता से दिखाया गया है। सेन परिवार के लड़कों और लड़कियों में स्पष्ट भेदभाव किया गया। मदन जैसे गरीब बच्चों को अमीर परिवार के बच्चों से कमतर माना गया। यह भेदभाव समाज में व्याप्त विषैली मानसिकताओं को उजागर करता है।
2. कहानी में सेन साहब का खोखा के प्रति क्या दृष्टिकोण था?
उत्तर- सेन साहब खोखा को भविष्य में सफल इंजीनियर मानते थे। वे उसकी हर शरारत को उसके हुनर और दिलचस्पी के रूप में देखते थे। खोखा को विशेष स्वतंत्रता और सुविधाएं दी गईं। यह दृष्टिकोण उनके लाड़लेपन और भेदभाव को दर्शाता है।
3. मदन और ड्राइवर के विवाद से कहानीकार क्या संदेश देना चाहते हैं?
उत्तर- यह घटना अमीर और गरीब के बीच के शक्ति संतुलन को दर्शाती है। ड्राइवर ने मदन को उसकी गरीबी और कमजोरी के कारण सजा दी। यह दिखाता है कि समाज में कमजोर वर्ग को अन्याय का सामना करना पड़ता है।
4. सेन परिवार की लड़कियों की परवरिश पर कहानीकार का क्या व्यंग्य है?
उत्तर- लड़कियों को कठपुतली की तरह पाला गया, जहां उनके जीवन का हर कदम तय था। उन्हें स्वतंत्रता और व्यक्तिगत इच्छाओं से दूर रखा गया। कहानीकार इस भेदभाव पर व्यंग्य करते हैं और इसे समाज की संकीर्ण मानसिकता का प्रतीक मानते हैं।
5. खोखा के व्यक्तित्व में कौन-सी विशेषताएँ उभरकर सामने आती हैं?
उत्तर- खोखा स्वाभाव से शरारती और स्वतंत्र था। उसके व्यवहार में अहंकार और अनुशासनहीनता झलकती है। यह उसकी परवरिश और परिवार द्वारा मिले विशेषाधिकारों का परिणाम था।
6. मदन के पिता गिरधर का चरित्र कैसा है?
उत्तर- गिरधर दब्बू और परिस्थितियों से समझौता करने वाला व्यक्ति था। वह अपने बेटे मदन को सेन साहब के क्रोध से बचाने के लिए खुद उसे दंडित करता था। हालांकि, अंत में वह अपने बेटे की जीत पर गर्व महसूस करता है।
7. सेन साहब के मित्रों की प्रतिक्रिया उनके विचारों पर कैसी थी?
उत्तर- सेन साहब के मित्र उनके विचारों और व्यवहार पर व्यंग्य करते थे। उनके पुत्र खोखा को लेकर किए गए निर्णयों को अनावश्यक और असंगत बताया। यह दिखाता है कि उनकी सोच समाज में व्याप्त भेदभाव का प्रतिबिंब थी।
8. कहानी में ‘महल और झोपड़ी’ का क्या प्रतीकात्मक महत्व है?
उत्तर- यह प्रतीकात्मक रूप से अमीर और गरीब वर्ग के बीच के संघर्ष को दर्शाता है। खोखा और मदन का झगड़ा इस विभाजन का रूपक है। कहानी बताती है कि सत्ता और संसाधन अमीरों के पक्ष में होते हैं।
9. मदन और खोखा के बीच झगड़े का क्या परिणाम हुआ?
उत्तर- झगड़े में मदन ने खोखा को हराकर उसके दो दांत तोड़ दिए। यह गरीब वर्ग की शक्ति और साहस का प्रतीक था। इस घटना ने गिरधर को अपने बेटे पर गर्व करने का मौका दिया।
10. कहानी में सेन परिवार की सोच समाज की कौन-सी समस्या उजागर करती है?
उत्तर- सेन परिवार का व्यवहार समाज में व्याप्त लिंग और वर्ग भेद को दर्शाता है। यह दिखाता है कि कैसे शक्ति और विशेषाधिकार वाले लोग कमजोर वर्ग को दबाते हैं। यह समस्या समाज में गहराई तक जड़ें जमाए हुए है।
Long Questions (with Answers)
1. ‘विष के दाँत’ शीर्षक कहानी की सार्थकता को स्पष्ट करें।
उत्तर- यह शीर्षक कहानी की मुख्य समस्याओं और सामाजिक विषमताओं का प्रतीक है। इसमें “विष” का अर्थ समाज में फैली हुई विषैली मानसिकता और भेदभाव से है। कहानी में वर्ग और लिंग आधारित भेदभाव, अमीर-गरीब के बीच का संघर्ष, और बच्चों के पालन-पोषण में असमानता दिखती है। खोखा और मदन के झगड़े में यह विष अपनी पराकाष्ठा पर पहुंचता है। यह शीर्षक कहानी की थीम को सटीकता से उजागर करता है।
2. सेन साहब का चरित्र उनके परिवार के अन्य सदस्यों से कैसे अलग था?
उत्तर- सेन साहब परिवार के मुखिया होने के नाते सख्त और नियमप्रिय थे। वे लड़कियों को कठोर अनुशासन में रखते थे लेकिन खोखा को विशेष छूट देते थे। उनका व्यवहार लिंग भेद और सामाजिक मान्यताओं से प्रभावित था। हालांकि, उनका यह रवैया उनके बच्चों के प्रति असमानता और भेदभाव को दर्शाता है।
3. खोखा और मदन के झगड़े से कहानीकार क्या दिखाना चाहते हैं?
उत्तर- यह झगड़ा वर्ग भेद और समाज के कमजोर वर्ग की स्थिति को दर्शाता है। खोखा अपनी शक्ति और विशेषाधिकार के बल पर मदन को नीचा दिखाना चाहता था। लेकिन मदन ने साहस और संघर्ष से खोखा को हराया। यह अमीर वर्ग के दंभ और गरीब वर्ग के साहस का प्रतीक है।
4. गिरधर और सेन साहब की सोच में क्या अंतर था?
उत्तर- गिरधर अपनी परिस्थितियों से मजबूर होकर दब्बू स्वभाव का था। वह अपने बेटे मदन को दंड देकर सेन साहब को खुश करना चाहता था। वहीं, सेन साहब अहंकारी और अधिकारवादी थे। उनका व्यवहार वर्ग भेद को प्रोत्साहित करता था, जबकि गिरधर मजबूरी में उनका साथ देता था।
5. कहानी में लिंग भेद को कैसे चित्रित किया गया है?
उत्तर- सेन परिवार में लड़कियों को कठोर अनुशासन और शिष्टाचार सिखाया गया। उनकी इच्छाओं और आजादी को सीमित किया गया। वहीं, खोखा को अधिक छूट दी गई और उसके लिए अलग नियम बनाए गए। यह दिखाता है कि समाज में लिंग आधारित भेदभाव किस तरह गहराई से व्याप्त है।
6. ‘विष के दाँत’ में बच्चों की परवरिश पर क्या टिप्पणी की गई है?
उत्तर- कहानी में बच्चों की परवरिश को लिंग और वर्ग भेद के आधार पर बांटा गया है। लड़कियों को कठोर अनुशासन में रखा गया, जबकि खोखा को शरारतों की छूट दी गई। यह असमानता बच्चों के व्यक्तित्व पर प्रभाव डालती है। मदन के साथ हुए भेदभाव ने उसकी आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दिया।
7. कहानी में सेन साहब के मित्र पत्रकार का क्या महत्व है?
उत्तर- पत्रकार ने सेन साहब के विचारों पर व्यंग्य किया और एक नई सोच को प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि उनका बेटा स्वतंत्र रूप से अपनी पसंद चुन सकेगा। यह संवाद कहानी में पारंपरिक और आधुनिक सोच के टकराव को दिखाता है।
8. कहानी के अंत में गिरधर का मदन को गले लगाना क्या दर्शाता है?
उत्तर- गिरधर का यह कृत्य उसके बेटे पर गर्व और उसकी अंतर्निहित भावनाओं को प्रकट करता है। उसने अपने बेटे की जीत को अमीर वर्ग के खिलाफ एक विजय के रूप में देखा। यह कहानी का भावनात्मक और प्रतीकात्मक अंत है, जो वर्ग संघर्ष और मानवता को दर्शाता है।
Leave a Reply