मुख्य परीक्षा की प्रक्रिया:
- प्रारम्भिक परीक्षा में सफल हुए अभ्यर्थियों के लिये मुख्य परीक्षा का आयोजन राज्य के सात संभागों (जयपुर, अजमेर, भरतपुर, कोटा, बीकानेर, जोधपुर और उदयपुर) में आयोग द्वारा निर्धारित विभिन्न केन्द्रों पर किया जाता है।
- वर्ष 2013 में आर.पी.एस.सी. की मुख्य परीक्षा के पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया है। पहले मुख्य परीक्षा में दो वैकल्पिक विषय होते थे, जिन्हें अब हटा दिया गया है।
- अब मुख्य परीक्षा में चार अनिवार्य प्रश्नपत्र (सामान्य अध्ययन प्रथम प्रश्नपत्र, सामान्य अध्ययन द्वितीय प्रश्नपत्र, सामान्य अध्ययन तृतीय प्रश्नपत्र और ‘सामान्य हिंदी एवं सामान्य अंग्रेजी’ ) होते हैं, इसकी विस्तृत जानकारी ‘पाठ्यक्रम’ शीर्षक में दी गयी है।
- मुख्य परीक्षा की प्रकृति वर्णनात्मक/विश्लेषणात्मक होती है, इसमें संक्षिप्त, मध्यम और दीर्घ शब्द–सीमा वाले प्रश्न पूछे जाते हैं। इन सभी प्रश्नों के उत्तर को आयोग द्वारा दी गयी उत्तर-पुस्तिका में निर्धारित स्थान पर निर्धारित शब्दों में अधिकतम तीन घंटे की समय सीमा में लिखना होता है।
- नवीन संशोधनों के पश्चात आर.पी.एस.सी. की मुख्य परीक्षा अब कुल 800 अंकों की होती है, जिसमें प्रत्येक प्रश्नपत्र के लिये अधिकतम 200-200 अंक निर्धारित किये गए।
- परीक्षा के इस चरण में सफलता प्राप्त करने के लिये सामान्यत: 60-65% अंक प्राप्त करने की आवश्यकता होती है।
- पूर्व की भाँति ही इन प्रश्नपत्रों में प्राप्त किये गए अंक मेधा सूची में जोड़े जाएंगे।
- परीक्षा के सभी विषयों में कम से कम शब्दों में की गई संगठित, सूक्ष्म और सशक्त अभिव्यक्ति को श्रेय मिलेगा।
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