भारतीय और ब्रिटिश संसदीय मॉडल के बीच अंतर
भारत में लोकतंत्र की जो प्रणाली है, वह संसदीय लोकतंत्र है। यह मॉडल ब्रिटेन से लिया गया है, लेकिन इसमें कुछ अंतर हैं:
1.गणतांत्रिक बनाम राजतंत्रीय प्रणाली:
- राज्य का प्रमुख:भारत:
- राष्ट्रपति, जो एक गणतंत्रीय राष्ट्र का प्रमुख होता है, राज्य का प्रमुख होता है।
- राष्ट्रपति का चुनाव एक अप्रत्यक्ष चुनाव के माध्यम से होता है।
- राष्ट्रपति मुख्य रूप से औपचारिक भूमिका निभाता है और कार्यकारी शक्तियां प्रधानमंत्री के पास होती हैं।
- जबकि ब्रिटेन में राज्य का प्रमुख (अर्थात राजा या रानी) वंशानुगत पद प्राप्त करता है।
- राज्य का प्रमुख:भारत:
ब्रिटेन:
- ब्रिटिश राजशाही, जिसमें सम्राट या महारानी राज्य का प्रमुख होता है, राज्य का प्रमुख होता है।
- सम्राट/महारानी वंशानुगत होता है और पद पर रहता है।
- सम्राट/महारानी के पास कुछ सीमित शक्तियां होती हैं, ज्यादातर प्रतीकात्मक होती हैं।
- वास्तविक शक्तियां प्रधानमंत्री और सरकार के पास होती हैं।
- कानूनी जिम्मेदारी:
- ब्रिटेन में मंत्री की कानूनी जिम्मेदारी की व्यवस्था है, जबकि भारत में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है।
- कानूनी जिम्मेदारी:
2. कार्यपालिका:
भारत:
- भारत में प्रधानमंत्री लोकसभा और राज्यसभा दोनों से हो सकता है।
- कार्यपालिका का नेतृत्व प्रधानमंत्री करते हैं, जो लोकसभा में बहुमत प्राप्त करने वाले दल या गठबंधन का नेता होता है।
- प्रधानमंत्री मंत्रिमंडल का चयन करता है, जो कार्यपालिका का हिस्सा होता है।
- कार्यपालिका विधायिका के प्रति जवाबदेह होती है।
ब्रिटेन:
- कार्यपालिका का नेतृत्व प्रधानमंत्री करते हैं, जो सम्राट/महारानी द्वारा नियुक्त किया जाता है और आमतौर पर संसद में बहुमत प्राप्त करने वाले दल का नेता होता है।
- ब्रिटेन में प्रधानमंत्री केवल निचले सदन से हो सकता है
- प्रधानमंत्री मंत्रिमंडल का चयन करता है, जो कार्यपालिका का हिस्सा होता है।
- कार्यपालिका संसद के प्रति जवाबदेह होती है।
3. विधायिका:
भारत:
- भारत में द्विसदनीय संसद होती है, जिसमें लोकसभा (निचला सदन) और राज्यसभा (उच्च सदन) शामिल होते हैं।
- लोकसभा के सदस्यों का चुनाव सीधे जनता द्वारा किया जाता है, जबकि राज्यसभा के सदस्यों का चुनाव विधानसभाओं के सदस्यों द्वारा अप्रत्यक्ष रूप से किया जाता है।
- लोकसभा का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है, जबकि राज्यसभा का कार्यकाल 6 वर्ष का होता है।
ब्रिटेन:
- ब्रिटेन में एकसदनीय संसद होती है, जिसे हाउस ऑफ कॉमन्स कहा जाता है।
- हाउस ऑफ कॉमन्स के सदस्यों का चुनाव सीधे जनता द्वारा किया जाता है।
- हाउस ऑफ कॉमन्स का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है।
4. चुनाव प्रणाली:
भारत:
- भारत में प्रथम-पास्ट-द-पोस्ट चुनाव प्रणाली का उपयोग किया जाता है, जिसके तहत सबसे अधिक वोट प्राप्त करने वाला उम्मीदवार चुनाव जीतता है।
ब्रिटेन:
- ब्रिटेन में, विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग चुनाव प्रणालियों का उपयोग किया जाता है, लेकिन सबसे आम प्रणाली प्रथम-पास्ट-द-पोस्ट और एकल-सदस्यीय निर्वाचन क्षेत्र प्रणाली है।
5. राजनीतिक दल:
भारत:
- भारत में बहुदलीय प्रणाली है, जिसमें कई राजनीतिक दल चुनाव लड़ते हैं।
- कोई भी एकल दल शायद ही कभी पूर्ण बहुमत प्राप्त करता है, जिसके लिए सरकार बनाने के लिए गठबंधन की आवश्यकता होती है।
ब्रिटेन:
- ब्रिटेन में दो-दलीय प्रणाली है, जिसमें दो प्रमुख राजनीतिक दल, कंजर्वेटिव पार्टी और लेबर पार्टी, चुनाव लड़ते हैं।
- इनमें से एक दल आमतौर पर पूर्ण बहुमत प्राप्त करता है और सरकार बनाता है।
Leave a Reply