- केंद्रीय सेवाओं के सदस्य, केवल केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत कार्य करते हैं वे केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में विशिष्ट (प्रकार्यात्मक व तकनीकी) पदों पर आसीन होते हैं।
- यह विदेशी मामलों, रक्षा, आयकर, सीमा शुल्क, पदों और तार, आदि जैसे विषयों के साथ संबंधित हैं।
- इन सेवाओं के अधिकारी केन्द्रिय सरकार के अधिकारियों द्वारा भर्ती किए जाते हैं।
- स्वतंत्रता पूर्व केंद्रीय सेवाएं, प्रथम श्रेणी, द्वितीय श्रेणी अधीनस्थ व निम्न श्रेणी में वर्गीकृत थीं।
- स्वतंत्रता के उपरांत अधीनस्थ व निम्न श्रेणियों का नामकरण तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के रूप में कर दिया गया।
- पुनः सन 1974 में केंद्रीय सेवाओं को प्रथम श्रेणी, द्वितीय श्रेणी, तृतीय श्रेणी, चतुर्थ श्रेणी से समूह क, समूह ख, समूह ग व समूह घ में वर्गीकृत कर दिया गया। वर्तमान में समूह क की 60 व समूह ख की 25 केंद्रीय सेवाएं हैं ।
समूह क की कुछ मुख्य केंद्रीय सेवाएं इस प्रकार हैं:-
- केंद्रीय अभियांत्रिक सेवा
- केंद्रीय स्वास्थ्य सेवा
- केंद्रीय सूचना सेवा
- केंद्रीय विधिक सेवा
- केंद्रीय सचिवालय सेवा
- भारतीय लेखा एवं परीक्षा सेवा
- भारतीय सैन्य लेखा सेवा
- भारतीय अर्थशास्त्र सेवा
- भारतीय विदेश सेवा
- भारतीय मौसम विज्ञान सेवा
- भारतीय डाक सेवा
- भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क, उत्पाद शुल्क व आय कर)
- भारतीय सांख्यिकी सेवा
- विदेश संचार सेवा
- रेल कर्मिक सेवा
उपरोक्त में से अधिकांश समूह क की केंद्रीय की भांति ही समूह ख सेवाएं भी होती हैं। समूह ग की केंद्रीय सेवाओं में लिपिकीय कर्मचारी और समूह घ की सेवाओं में श्रमिक कर्मचारी होते हैं। इस प्रकार समूह क तथा समूह ख में राजपत्रित अधिकारी व समूह ग और समूह घ में गैर-राजपत्रित अधिकारी होते हैं। उपरोक्त सभी सेवाओं में प्रतिष्ठा, दर्जा, वेतन और भत्तों के मामले में भारतीय विदेश सेवा उच्चतम केंद्रीय सेवा है । यद्यपि यह एक केंद्रीय सेवा है तथापि इसकी तुलना अखिल भारतीय सेवाओं में की जाती है। इसका वेतनमान भारतीय पुलिस सेवा से अधिक होता है तथा पदानुक्रम में यह IAS के बाद आती है।
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