राज्य सेवा मुख्य परीक्षा में निम्नानुसार कुल 06 वर्णनात्मक प्रश्नपत्र होंगे। सभी प्रश्न पत्र अनिवार्य हैं:-
प्रश्नपत्र | खंड | विषय | पूर्णांक | अवधि | प्रश्नपत्र का माध्यम |
सामान्य अध्ययन प्रथम प्रश्नपत्र | (अ) | इतिहास | 150 | 03 घंटे | हिन्दी अथवा अंग्रेजी |
(ब) | भूगोल | 150 | |||
सामान्य अध्ययन द्वितीय प्रश्न पत्र | (अ) | राजनीति विज्ञान | 150 | 03 घंटे | हिन्दी अथवा अंग्रेजी |
(ब) | समाज शास्त्र | 150 | |||
सामान्य अध्ययन तृतीय प्रश्नपत्र | (अ) | अर्थशास्त्र | 150 | 03 घंटे | हिन्दी अथवा अंग्रेजी |
(ब) | विज्ञान, तकनीकी एवं जन स्वास्थ्य | 150 | |||
सामान्य अध्ययन चतुर्थ प्रश्नपत्र | (अ) | दर्शनशास्त्र, मनोविज्ञान, लोक प्रशासन एवं केस स्टडी | 150 | 03 घंटे | हिन्दी अथवा अंग्रजी |
(ब) | उद्यमिता, प्रबंधन, व्यक्तित्व विकास एवं केस स्टडी | 150 | |||
पंचम प्रश्नपत्र | – | सामान्य हिन्दी एवं व्याकरण | 200 | 02 घंटे | हिन्दी |
षष्ठ प्रश्नपत्र | – | हिन्दी निबंध एवं प्रारुप लेखन | 100 | 02:30 घंटे | |
कुल योग | 1500 |
कुल अंक :- 1685 अंक
1. सामान्य अध्ययन – प्रथम प्रश्नपत्र, द्वितीय प्रश्न पत्र एवं तृतीय प्रश्नपत्र के दोनों खंडों ‘अ’ तथा ‘ब’ में अभ्यर्थियों द्वारा केवल हिन्दी अथवा अंग्रेजी भाषा में उत्तर लिखे जा सकेंगे। उपर्युक्त तीनों प्रश्न पत्रों के प्रत्येक खंड ‘अ’ तथा खंड ‘ब’ में पूर्णांकों का वर्गीकरण निम्नानुसार होगा –
प्रश्नों का स्वरुप | प्रश्नों की संख्या | अंक (प्रति प्रश्न) | अधिकतम शब्द संख्या प्रति प्रश्न | पूर्णांक |
01 अति लघुत्तरीय | 15 | 02 | 20 | 30 |
02 लघुत्तरीय | 10 | 07 | 60 | 70 |
03 दीर्घ उत्तरीय | 05 | 10 | 200 | 50 |
योग 30 प्रश्न | 150 अंक |
2. चतुर्थ प्रश्न पत्र के दोनों खंडों ‘अ’ तथा ‘ब’ में केवल हिन्दी अथवा अंग्रेजी भाषा में उत्तर लिखे जा सकेंगे। प्रश्न पत्र के प्रत्येक खंड ‘अ’ तथा खंड – ‘ब’ में पूर्णांकों का वर्गीकरण निम्नानुसार होगा :-
प्रश्नों का स्वरुप | प्रश्नों की संख्या | अंक (प्रति प्रश्न) | अधिकतम शब्द संख्या प्रति प्रश्न | पूर्णांक |
01 अति लघुत्तरीय | 16 | 02 | 20 | 32 |
02 लघुत्तरीय | 08 | 07 | 60 | 56 |
03 दीर्घ लघुत्तरीय | 04 | 11 | 200 | 44 |
04 केस स्टडी | 01 | 18 | यथा निर्देशित | 18 |
29 प्रश्न | 150 अंक |
3. पंचम प्रश्न पत्र सामान्य हिन्दी तथा व्याकरण केवल हिन्दी माध्यम में होगा। पूर्णांक 200 अंकों का होगा। प्रश्नों के अंकों का विवरण पाठ्यक्रम में उल्लिखित है। प्रश्नपत्र का समय 2 घंटे होगा ।
4. छठा प्रश्न पत्र ( हिन्दी निबंध एवं प्रारूप लेखन) केवल हिन्दी माध्यम में ही होगा। प्रश्नों का विवरण निम्नानुसार होगा :-
क्र.स. | प्रश्न का क्रमांक | प्रश्नों की संख्या | अधिकतम शब्द संख्या प्रति प्रश्न | प्रर्णांक | अवधि |
01 | प्रथम निबंध-01 | 01 | 1000 | 50 | 2:30 घंटे |
02 | द्वितीय निबंध-02 | 01 | 500 | 20 | |
03 | प्रारुप लेखन-03 | 01 | 500 | 15 | |
04 | प्रतिवेदन-04 | 01 | 250 | 15 | |
योग- | 100 |
आवश्यकतानुसार किसी प्रश्न में उप प्रश्न भी हो सकते हैं। प्रश्नोत्तर पुस्तिका में उत्तर दिए जाने हेतु स्थान अधिक होने की स्थिति में परीक्षार्थी प्रश्न के स्वरूप अनुसार शब्द सीमा का पालन करें।
- राज्य सेवा मुख्य परीक्षा के प्रत्येक प्रश्न पत्र में (खंड ‘अ’ तथा ‘ब’ दोनों को मिलाकर) अनारक्षित श्रेणी के अभ्यर्थियों को न्यूनतम अर्हकारी 40 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। इसी प्रकार अनारक्षित महिला श्रेणी के अभ्यर्थियों को भी न्यूनतम अर्हकारी 40 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य है।
- उपर्युक्त के अतिरिक्त अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग तथा दिव्यांगजन श्रेणी के अभ्यर्थियों को न्यूनतम अर्हकारी अंक 30 प्रतिशत अनिवार्यतः प्राप्त करने होंगे।
- राज्य सेवा मुख्य परीक्षा से साक्षात्कार हेतु विज्ञापित पदों का श्रेणीवार, प्रवर्गवार 03 गुना तथा समान अंक प्राप्त अभ्यर्थियों को शामिल किया जाएगा।
- परीक्षा के इस चरण में सफलता प्राप्त करने के लिये सामान्यत: 60-65% अंक प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। हालाँकि पाठ्यक्रम में बदलाव के कारण यह प्रतिशत कुछ कम या ज़्यादा भी हो सकता है।
- पूर्व की भाँति ही इन प्रश्नपत्रों में प्राप्त किये गए अंक मेधा सूची में जोड़े जाएँगे।
- परीक्षा के सभी विषयों में कम से कम शब्दों में की गई संगठित, सूक्ष्म और सशक्त अभिव्यक्ति को श्रेय मिलेगा।
Leave a Reply