प्रश्न 1: MPPSC क्या है?
उत्तर: MPPSC का पूरा नाम मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग है। यह राज्य की सरकारी सेवाओं में विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित करता है।
प्रश्न 2: MPPSC परीक्षा कितने चरणों में होती है?
उत्तर: MPPSC परीक्षा दो चरणों में होती है: पहला प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) और दूसरा मुख्य परीक्षा (Mains)। इसके बाद साक्षात्कार भी होता है।
प्रश्न 3: MPPSC प्रारंभिक परीक्षा में कितने प्रश्न होते हैं?
उत्तर: MPPSC प्रारंभिक परीक्षा में दो पेपर होते हैं, प्रत्येक पेपर में 100 प्रश्न होते हैं।
प्रश्न 4: MPPSC मुख्य परीक्षा में कितने पेपर होते हैं?
उत्तर: MPPSC मुख्य परीक्षा में 6 अनिवार्य पेपर होते हैं।
प्रश्न 5: MPPSC परीक्षा के लिए न्यूनतम योग्यता क्या है?
उत्तर: MPPSC परीक्षा के लिए अभ्यर्थी के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
प्रश्न 6: MPPSC प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए न्यूनतम कटऑफ क्या होती है?
उत्तर: कटऑफ हर साल भिन्न होती है, लेकिन सामान्य श्रेणी के लिए सुरक्षित जोन में रहने के लिए 100 में से लगभग 85 प्रश्न सही होने चाहिए।
प्रश्न 7: MPPSC परीक्षा की तैयारी कैसे करें?
उत्तर: MPPSC परीक्षा की तैयारी के लिए एक अच्छी रणनीति बनाएं, रोजाना 4-5 घंटे पढ़ाई करें। राजनीति, अधिनियम, मध्य प्रदेश का सामान्य ज्ञान, भारतीय अर्थव्यवस्था और समसामयिक घटनाओं पर ध्यान दें। प्रतियोगिता दर्पण, समाचार पत्र, और पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों का अध्ययन करें।
प्रश्न 8: MPPSC मुख्य परीक्षा में किन विषयों का अध्ययन करना चाहिए?
उत्तर: मुख्य परीक्षा में राजनीति, इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, और समसामयिक घटनाओं सहित विभिन्न विषयों का अध्ययन करना चाहिए।
प्रश्न 9: MPPSC साक्षात्कार में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
उत्तर: साक्षात्कार में आत्मविश्वास, स्पष्टता, और प्रश्नों के प्रति सजगता का प्रदर्शन करें। अपने विषय के साथ-साथ मध्य प्रदेश और भारत से संबंधित समसामयिक मुद्दों की जानकारी रखें।
प्रश्न 10: MPPSC परीक्षा में सफलता कैसे प्राप्त करें?
उत्तर: नियमित अध्ययन, सही रणनीति, समय प्रबंधन, और पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों का विश्लेषण करके MPPSC परीक्षा में सफलता प्राप्त की जा सकती है।
MPPSC परीक्षा के अंतर्गत विभिन्न पद
- उप कलेक्टर (Deputy Collector)
- उप जिला अध्यक्ष (Deputy District President)
- उप पुलिस अधीक्षक (Deputy Superintendent of Police)
- अधीक्षक (जिला जेल) (Superintendent, District Jail)
- लेखा अधिकारी/सहायक निदेशक (Accounting Officer/ Assistant Director)
- वाणिज्यिक कर अधिकारी (Commercial Tax Officer)
- जिला आबकारी अधिकारी (District Excise Officer)
- जिला पंजीयक (District Registrar)
- रोजगार अधिकारी (Employment Officer)
- सहायक आयुक्त और सहायक पंजीयक (सहकारी संगठनों) (Assistant Commissioner & Assistant Registrar of Co-operative organizations)
- श्रम अधिकारी (Labour Officer)
- मुख्य नगरपालिका अधिकारी (Chief Municipal Officer)
- सहायक निदेशक (Assistant Director)
- मुख्य कार्यकारी अधिकारी (जनपद पंचायत) (Chief Executive Officer, Janapad Panchayat)
- खंड विकास अधिकारी (Block Development Officer)
- जिला समन्वयक (District Coordinator)
- क्षेत्र समन्वयक (Area Coordinator)
- बाल विकास परियोजना अधिकारी (Child Development Project Officer)
- सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (Assistant Regional Transport Officer)
- सहायक जेल अधीक्षक (Assistant Superintendent of Jail)
- वाणिज्यिक कर निरीक्षक (Commercial Tax Inspector)
- आबकारी उप निरीक्षक (Excise Sub Inspector)
- उप पंजीयक (Deputy Registrar)
- नायब तहसीलदार (Naib Tehsildar)
- सहायक निरीक्षक/सहकारी विस्तार अधिकारी (Assistant Inspector/ Cooperative Extension Officer)
- सहायक श्रम अधिकारी (Assistant Labour Officer)
- उप जिला अध्यक्ष (सामान्य प्रशासन विभाग) (Sub District President, Department of General Administration)
- उप पुलिस अधीक्षक (गृह (पुलिस) विभाग) (Deputy Superintendent of Police, Home (Police) Department)
- अधीक्षक, जिला जेल (कारागार विभाग) (Superintendent, District Jail, Prison Department)
- वाणिज्यिक कर अधिकारी (वाणिज्यिक कर विभाग) (Commercial Tax Officer, Commercial Tax Department)
- जिला पंजीयक (वाणिज्यिक कर विभाग) (District Registrar, Commercial Tax Department)
- मुख्य नगरपालिका अधिकारी (शहरी प्रशासन और विकास विभाग) (Chief Municipal Officer, Urban Administration & Development Department)
- सहायक निदेशक (जनसंपर्क विभाग) (Assistant Director, Public Relations Department)
- सहायक निदेशक (जिला आपूर्ति अधिकारी, खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण विभाग) (Assistant Director, District Supply Officer, Food, Civil Supplies and Consumer Protection Department)
- सहायक निदेशक (महिला एवं बाल विकास विभाग) (Assistant Director, Women & Child Department)
- बाल विकास परियोजना अधिकारी (महिला एवं बाल विकास विभाग) (Child Development Project Officer, Women & Child Department)
- सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (परिवहन विभाग) (Assistant Regional Transport Officer, Transport Department)
- सहायक जेल अधीक्षक (कारागार विभाग) (Assistant Jail Superintendent, Prison Department)
- आबकारी उप निरीक्षक (वाणिज्यिक कर विभाग) (Excise Sub Inspector, Commercial Taxes Department)
- उप पंजीयक (वाणिज्यिक कर विभाग) (Deputy Registrar, Commercial Taxes Department)
- नायब तहसीलदार (राजस्व विभाग) (Naib Tahsildar, Revenue Department)
- मुख्य नगरपालिका अधिकारी (शहरी प्रशासन और विकास विभाग) (Chief Municipal Officer, Urban Administration and Development Department)
MPPSC परीक्षा के लिए शैक्षणिक योग्यता
- उम्मीदवार के पास मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
- राज्य सरकार द्वारा व्यावसायिक या तकनीकी डिग्री के समकक्ष मानी जाने वाली व्यावसायिक और तकनीकी योग्यताओं वाले उम्मीदवार भी परीक्षा के लिए पात्र होंगे।
MPPSC परीक्षा के लिए पात्रता मापदंड
- राष्ट्रीयता: उम्मीदवार भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- शैक्षिक योग्यता: उम्मीदवार को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त डिग्री धारक या स्नातक होना चाहिए। विदेशी डिग्री रखने वाले भारतीय छात्रों को सुनिश्चित करना चाहिए कि उनकी डिग्री UGC द्वारा मान्यता प्राप्त है।
MPPSC परीक्षा की तैयारी के लिए उपयोगी वेबसाइट्स
- छात्र नोट्स सेक्शन से तैयारी कर सकते हैं। हमारे पास तैयारी के लिए विषयवार अध्ययन सामग्री है। आप eVidyarthi वीडियो व्याख्यान भी देख सकते हैं।
MPPSC के लिए आयु सीमा
- उप पुलिस अधीक्षक, सहायक जेल अधीक्षक एवं परिवहन उप निरीक्षक: 21 से 28 वर्ष
- अन्य पदों के लिए: 21 से 40 वर्ष
आयु सीमा में छूट
- अधिकतम पांच वर्ष: यदि उम्मीदवार मध्य प्रदेश का निवासी है और अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति या अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित है।
- अधिकतम तीन वर्ष: यदि उम्मीदवार भारतीय मूल का वास्तविक पुनर्वासित व्यक्ति है जो बर्मा से 1 जून 1963 के बाद भारत आया हो; या श्रीलंका से 1 नवंबर 1964 के बाद भारत आया हो; या पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) से 1 जनवरी 1964 और 25 मार्च 1971 के बीच भारत आया हो।
- पांच वर्ष तक की छूट: यदि उम्मीदवार पहली नियुक्ति के समय विधवा, तलाकशुदा या परित्यक्त है।
- दो वर्ष तक की छूट: यदि उम्मीदवार के पास परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत अपने नाम पर ग्रीन कार्ड है।
- पांच वर्ष तक की छूट: अनुसूचित जाति, हरिजन और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा प्रायोजित अंतरजातीय विवाह योजना के तहत पुरस्कार विजेता जोड़े के फॉरवर्ड-कास्ट साथी।
MPPSC परीक्षा कैसे उत्तीर्ण करें और PSC अधिकारी कैसे बनें?
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) राज्य सेवा परीक्षा का आयोजन मध्य प्रदेश राज्य के विभिन्न सरकारी विभागों और कार्यालयों में विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए किया जाता है। यह परीक्षा दो चरणों में आयोजित की जाती है: प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा। IAS परीक्षा के पैटर्न का अनुसरण करते हुए, जो अभ्यर्थी प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करते हैं, उन्हें मुख्य परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाती है। मुख्य परीक्षा में उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों की संख्या उपलब्ध रिक्तियों की संख्या से पंद्रह गुना अधिक होती है। हालांकि, मुख्य परीक्षा और इसके बाद की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा करने वाले सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवारों को संबंधित सरकारी विभागों में विभिन्न पदों पर नियुक्त किया जाता है।
MPPSC परीक्षा की तैयारी के चरण
प्रारंभिक परीक्षा (Prelims)
- सामान्य अध्ययन (General Studies)
- इतिहास, भूगोल, राजनीति, अर्थशास्त्र, पर्यावरण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी से संबंधित प्रश्न शामिल होते हैं।
- मध्य प्रदेश के विशेष संदर्भ में राज्य के सामान्य ज्ञान पर ध्यान दें।
- सामान्य अभिरुचि परीक्षा (General Aptitude Test)
- तार्किक तर्क (Logical Reasoning), डेटा व्याख्या (Data Interpretation), संख्यात्मक योग्यता (Numerical Ability), और समझ (Comprehension) से संबंधित प्रश्न शामिल होते हैं।
चरण 1: प्रारंभिक परीक्षा (Preliminary Test)
- प्रारंभिक परीक्षा वस्तुनिष्ठ प्रश्नों वाली होती है जिसमें गलत उत्तरों के लिए कोई दंड (नेगेटिव मार्किंग नहीं) नहीं है।
- पेपर 1: सामान्य अध्ययन (200 अंक) – 2 घंटे
- पेपर 2: सिविल सेवा अभिरुचि परीक्षा (CSAT) (200 अंक) – 2 घंटे (यह एक क्वालिफाइंग पेपर होगा जिसमें न्यूनतम क्वालिफाइंग अंक 33% होंगे)
प्रारंभिक परीक्षा में कट-ऑफ होती है जो हर साल बदलती रहती है और इसे MPPSC द्वारा निर्धारित किया जाता है। अगली प्रारंभिक परीक्षा जनवरी या फरवरी 2018 में आयोजित की जाएगी।
चरण 2: मुख्य परीक्षा (Main Examination)
- मुख्य परीक्षा में 6 पेपर होते हैं जो सामान्यतः प्रारंभिक परीक्षा के 2-3 महीने बाद 5-7 दिनों के भीतर आयोजित की जाती है। मुख्य परीक्षा का वर्तमान पैटर्न निम्नलिखित है:
- सामान्य अध्ययन:
- पेपर 1 (GS-I): 300 अंक (3 घंटे)
- पेपर 2 (GS-II): 300 अंक (3 घंटे)
- पेपर 3 (GS-III): 300 अंक (3 घंटे)
- पेपर 4 (GS IV, नैतिकता): 200 अंक (3 घंटे)
- सामान्य हिंदी:
- पेपर 5: 200 अंक (3 घंटे)
- निबंध लेखन (हिंदी में):
- पेपर 6: 100 अंक (2 घंटे)
- सामान्य अध्ययन:
कुल अंक (मुख्य परीक्षा): 1400
चरण 3: व्यक्तित्व परीक्षण / साक्षात्कार (Personality Test / Interview)
- साक्षात्कार: मुख्य परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले छात्रों को MPPSC द्वारा साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। साक्षात्कार 175 अंकों का होता है।
मुख्य परीक्षा (Mains)
- विस्तृत अध्ययन
- मुख्य परीक्षा में छह अनिवार्य पेपर होते हैं।
- प्रत्येक विषय को गहराई से पढ़ें और पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों का विश्लेषण करें।
- निबंध लेखन (Essay Writing)
- निबंध लेखन के लिए नियमित अभ्यास करें और सामयिक मुद्दों पर लिखें।
- उत्तर लेखन अभ्यास (Answer Writing) Practice
- अपने उत्तर लिखने की गति और सटीकता बढ़ाने के लिए नियमित रूप से उत्तर लिखने का अभ्यास करें।
साक्षात्कार (Interview)
- व्यक्तित्व विकास (Personality Development)
- आत्मविश्वास और स्पष्टता के साथ उत्तर दें।
- अपने विषय के साथ-साथ मध्य प्रदेश और भारत से संबंधित समसामयिक मुद्दों की जानकारी रखें।
- मॉक इंटरव्यू (Mock Interview)
- मॉक इंटरव्यू के माध्यम से साक्षात्कार के लिए अभ्यास करें और अपने उत्तरों में सुधार करें।
तैयारी के टिप्स
- समय प्रबंधन (Time Management): अपनी पढ़ाई के समय का सही प्रबंधन करें और एक निश्चित समय सारिणी का पालन करें।
- पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र (MPPSC Previous Year Question Papers): पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों का विश्लेषण करें और उनकी सहायता से अपनी तैयारी को मजबूत करें।
- सामयिक घटनाएँ (Current Affairs): सामयिक घटनाओं पर विशेष ध्यान दें और नियमित रूप से समाचार पत्र पढ़ें।
- नोट्स बनाना (Making Notes): महत्वपूर्ण विषयों और तथ्यों के नोट्स बनाएं और नियमित रूप से उनका पुनरावलोकन करें।
- स्वयं का मूल्यांकन (Self-Evaluation): समय-समय पर मॉक टेस्ट दें और अपने प्रदर्शन का मूल्यांकन करें।
MPPSC प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी कैसे करें?
MPPSC यूपीएससी के समान विभिन्न क्षेत्रों से प्रश्न पूछने के रुझान पर चल रहा है, इसलिए प्रारंभिक परीक्षा की रणनीति कड़ी मेहनत और स्मार्ट वर्क का मिश्रण होनी चाहिए क्योंकि यह पूरी तरह से एलिमिनेशन का चरण है।
प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी शुरू करने से पहले, हमें पिछले वर्ष के सभी प्रश्न पत्रों को देखना चाहिए ताकि पूछे गए प्रश्नों का कवरेज और वर्तमान रुझानों को समझा जा सके। हमें पिछले 10-12 महीनों की सभी महत्वपूर्ण घटनाओं को कवर करना चाहिए क्योंकि वर्तमान घटनाएँ अब निर्णायक भूमिका निभा रही हैं।
प्रारंभिक परीक्षा पेपर 1: सामान्य अध्ययन (प्रश्नों की संख्या: 100) (कोई नकारात्मक अंकन नहीं);
प्रारंभिक परीक्षा में कुछ मुख्य क्षेत्र होते हैं जिनसे मुख्य परीक्षा में भी प्रश्न पूछे जाते हैं और कुछ परिधीय विषय होते हैं जो केवल प्रारंभिक परीक्षा में पूछे जाते हैं।
मुख्य/स्थैतिक विषय: मुख्य परीक्षा के दृष्टिकोण से एकीकृत तैयारी की आवश्यकता है।
- मध्य प्रदेश का इतिहास
- मध्यप्रदेश का भूगोल
- मध्यप्रदेश की अर्थव्यवस्था
- मध्य प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था
- मध्य प्रदेश की कला, संस्कृति, साहित्य, परंपरा और विरासत
- Madhya Pradesh Environment
- राजनीति
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- मध्य प्रदेश स्थैतिक भाग
परिधीय विषय:
- बेसिक कंप्यूटर ज्ञान: लुसेंट कंप्यूटर बुक।
- खेल से संबंधित सामान्य ज्ञान: घटना चक्र, प्रतियोगिता दर्पण।
- तीन विधायिकाएं: बरे एक्ट, महावीर या पुणेकर प्रकाशन।
- मिसलेनी (सबसे लंबा, सबसे ऊँचा, पहला, आखिरी आदि): लुसेंट जीके बुक का अंतिम अध्याय।
- समसामयिक घटनाएँ, समाचार में व्यक्ति आदि: समसामयिक पत्रिका या गूगल करें।
प्रारंभिक परीक्षा पेपर 2: सीसैट (CSAT) (प्रश्नों की संख्या: 100) (कोई नकारात्मक अंकन नहीं);
यह पेपर केवल क्वालिफाइंग प्रकृति का होता है और इसमें तार्किक तर्क, मात्रात्मक योग्यता और हिंदी और अंग्रेजी से प्रश्न होते हैं। हालांकि इसके लिए कोई अलग समय समर्पित करने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन कम से कम 2-3 पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों का अभ्यास करना चाहिए ताकि इसकी जानकारी मिल सके।
महत्वपूर्ण निर्देश
- इन सबके अलावा, प्रारंभिक परीक्षा के लिए विशेष रूप से कम से कम 45 दिन दें ताकि पाठ्यक्रम को दोहराया जा सके और समय सीमा के भीतर अधिक से अधिक प्रैक्टिस टेस्ट हल किए जा सकें।
- MCQs का अभ्यास करने के लिए, आप ऑनलाइन या ऑफलाइन किसी भी मोड में चुन सकते हैं। उत्तर जाँचने और अपने प्रदर्शन का तुलनात्मक विश्लेषण प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन MCQs हल करना उचित है।
1.) MPPSC सामान्य अध्ययन पेपर I
GS 1 मुख्य रूप से भूगोल और इतिहास को शामिल करता है। ये भाग स्थिर, लंबे और तथ्यात्मक होते हैं। इसलिए, अधिकांश छात्र, विशेषकर पहली बार देने वाले, अपनी तैयारी के समय का लगभग आधा हिस्सा इस पेपर पर खर्च कर देते हैं। जबकि इस पेपर का भार लगभग 21% (300/1400) है। इसलिए, समय का सावधानीपूर्वक उपयोग करना महत्वपूर्ण है।
इसलिए, इसे पूरी तरह से पढ़ने के बजाय, इस महीने पाठ्यक्रम में उल्लिखित सभी विषयों को एक बार पढ़ें और फिर अगले महीने इसे दोहराएं। भारतीय इतिहास के लिए, आप किसी भी पुस्तक का संदर्भ ले सकते हैं जो आपके लिए सुविधाजनक हो। विश्व इतिहास और भूगोल के अन्य महत्वपूर्ण विषयों के लिए, आप इन लिंक्स का संदर्भ ले सकते हैं। पेपर 1 को पूरा करने में दो सप्ताह से अधिक समय नहीं लेना चाहिए।
2.) MPPSC सामान्य अध्ययन पेपर II
GS 2 मुख्य रूप से राजनीति और सामाजिक मुद्दों को कवर करता है। राजनीति का अधिकांश सामग्री स्थिर होती है जिसके लिए आपकी प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी मदद करेगी। उन नोट्स को दोहराएं; वैकल्पिक रूप से, आप राजनीति को पढ़ने के लिए एम. लक्ष्मीकांत की पुस्तक का उपयोग कर सकते हैं, जो राजनीति को पढ़ने के लिए सबसे अच्छे स्रोतों में से एक है। राजनीति के साथ सुरक्षा मुद्दों को कवर करने के लिए पांच दिन पर्याप्त हैं।
अगला हिस्सा सामाजिक मुद्दों का है जिसके लिए समसामयिक घटनाओं का ज्ञान आवश्यक है। स्थिर भाग जैसे अधिनियम, संगठन आदि को आप बहुत कम समय में यहां से कवर कर सकते हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, कल्याण क्षेत्र आदि से संबंधित केंद्रीय और राज्य सरकार की योजनाओं को पढ़ें, साथ ही पाठ्यक्रम में उल्लिखित अन्य विषयों को भी। अपने नोट्स तैयार करें और इस हिस्से को 5-6 दिनों में कवर करने का प्रयास करें। नोट्स आपको दोहराने में मदद करेंगे।
3.) MPPSC सामान्य अध्ययन पेपर III
MPPSC GS पेपर 3 का पहला आधा हिस्सा भारतीय अर्थव्यवस्था को कवर करता है, जबकि दूसरे आधे हिस्से में ये महत्वपूर्ण विषय शामिल हैं: विज्ञान और प्रौद्योगिकी, तर्कशक्ति और DI, पर्यावरण, ऊर्जा आदि।
भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए, आप मृणाल वीडियो या भारतीय अर्थव्यवस्था रमेंश सिंह द्वारा पढ़ सकते हैं। ये स्रोत आपको पाठ्यक्रम में उल्लिखित लगभग हर विषय पर एक अंतर्दृष्टि देंगे। इसके साथ ही, ‘भारतीय आर्थिक सर्वेक्षण’ और ‘भारतीय और राज्य बजट 2018’ का सारांश पढ़ें। इसके अलावा, ग्रामीण, शहरी और कृषि क्षेत्र के लिए योजनाओं को भी पढ़ें। इसे 5-6 दिनों में पूरा करने का प्रयास करें।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी के लिए, सबसे अच्छी रणनीति कक्षा 7-10 की विज्ञान NCERT की विशेष विषय को पढ़ना है। और उभरती प्रौद्योगिकियों के लिए किसी भी नोट्स का संदर्भ लें या इसे विभिन्न इंटरनेट स्रोतों से पढ़ें। इस हिस्से को पूरा करने में दो दिन लगेंगे।
तर्कशक्ति और DI के लिए, पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों में पूछे गए प्रकार के प्रश्नों का अभ्यास करें। प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी के दौरान CSAT तैयारी के लिए उपयोग किए गए स्रोत का संदर्भ लें।
MPPSC सामान्य अध्ययन पेपर IV
GS पेपर 4 पूरी तरह से नैतिकता और केस स्टडीज के बारे में है। इस पेपर का प्रयास करने के लिए छात्र को स्पष्ट दृष्टिकोण और सकारात्मक मानसिकता की आवश्यकता होती है। कुछ विषयों को आप किसी भी पुस्तक से पढ़ सकते हैं जैसे लैक्ज़िकन पब्लिकेशन या अरिहंत द्वारा नैतिकता। जितने अधिक विचारकों के बारे में आप याद कर सकते हैं, उतना अच्छा है क्योंकि पिछले वर्षों में इस विषय से कई प्रश्न पूछे गए थे। हमने आपके लिए इस विषय को तैयार किया है, इसे पढ़ने के लिए जाएं।
कुल 200 में से लगभग 75 अंक केस स्टडीज से होते हैं और इनमें अच्छे अंक प्राप्त करने का सबसे आसान तरीका है कि जितनी अधिक केस स्टडीज का अभ्यास कर सकें। पूरे नैतिकता पेपर को 4-5 दिनों में कवर करें।
MPPSC पेपर V: सामान्य हिंदी
यह पेपर आपकी हिंदी भाषा में प्रवीणता की जांच करता है। किसी भी मानक पुस्तक से हिंदी व्याकरण पढ़ें और अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए पत्र, रिपोर्ट लेखन आदि का अभ्यास करें और अन्य छात्रों से बढ़त प्राप्त करें। इस पेपर के लिए किसी विशेष दिन को समर्पित न करें, इसके बजाय, हर दिन एक घंटा देने का प्रयास करें ताकि पाठ्यक्रम का एक विषय प्रतिदिन पूरा हो सके।
MPPSC पेपर VI: निबंध
इस पेपर का वजन सबसे कम है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि यह कम महत्वपूर्ण है। निबंध की तैयारी के लिए, रोजाना अखबार पढ़ें ताकि आपके पास अच्छा कंटेंट हो और निबंध लेखन में प्रवीणता प्राप्त करने के लिए हर रविवार को एक या दो निबंधों का अभ्यास करें।
अधिक जानकारी के लिए
MPPSC के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप MPPSC की आधिकारिक वेबसाइट पर भी जा सकते हैं।
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