मध्यप्रदेश में संरक्षित वन
मध्यप्रदेश, भारत का दूसरा सबसे बड़ा राज्य, अपने समृद्ध वन संसाधनों के लिए जाना जाता है। 2021 की भारतीय वन रिपोर्ट के अनुसार, मध्यप्रदेश में 72,286 वर्ग किलोमीटर का संरक्षित वन क्षेत्र है, जो राज्य के कुल वन क्षेत्र का 75.52% है। यह क्षेत्रफल भारत के कुल संरक्षित वन क्षेत्र का 17.4% है, जो मध्यप्रदेश को देश का सबसे बड़ा संरक्षित वन क्षेत्र वाला राज्य बनाता है।
संरक्षित वनों के प्रकार:
मध्यप्रदेश में संरक्षित वनों को मुख्य रूप से तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है:
1. राष्ट्रीय उद्यान: राष्ट्रीय उद्यान वन्यजीव संरक्षण के लिए समर्पित क्षेत्र हैं, जहाँ प्राकृतिक आवासों और पारिस्थितिक तंत्रों को संरक्षित किया जाता है। मध्यप्रदेश में 10 राष्ट्रीय उद्यान हैं, जिनमें Bandhavgarh National Park, Kanha National Park, Pench National Park, और Sanjay Dubri National Park शामिल हैं।
2. अभयारण्य: अभयारण्य विशिष्ट वन्यजीव प्रजातियों या आवासों की रक्षा के लिए समर्पित क्षेत्र हैं। मध्यप्रदेश में 76 अभयारण्य हैं, जिनमें Panna Tiger Reserve, Bori Wildlife Sanctuary, और Noradehi Wildlife Sanctuary शामिल हैं।
3. संरक्षित वन: संरक्षित वन वन्यजीवों और प्राकृतिक आवासों के संरक्षण के लिए प्रबंधित किए जाने वाले वन क्षेत्र हैं। मध्यप्रदेश में 371 संरक्षित वन हैं।
संरक्षित वनों का महत्व:
मध्यप्रदेश के संरक्षित वन राज्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। वे:
- वन्यजीवों की रक्षा करते हैं: संरक्षित वन बाघ, हाथी, गेंडा, तेंदुआ, और हिरण सहित विभिन्न प्रकार के वन्यजीवों का निवास स्थान प्रदान करते हैं।
- जैव विविधता का संरक्षण करते हैं: संरक्षित वन पौधों और जानवरों की विस्तृत विविधता का समर्थन करते हैं।
- जलग्रहण क्षेत्रों की रक्षा करते हैं: संरक्षित वन नदियों और जल स्रोतों के लिए महत्वपूर्ण जलग्रहण क्षेत्र प्रदान करते हैं।
- जलवायु परिवर्तन को कम करते हैं: संरक्षित वन कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में मदद करते हैं।
- मनोरंजन और पर्यटन प्रदान करते हैं: संरक्षित वन trekking, camping, and wildlife viewing जैसे मनोरंजक गतिविधियों के लिए अवसर प्रदान करते हैं।
संरक्षित वनों का प्रबंधन:
मध्यप्रदेश सरकार संरक्षित वनों के प्रबंधन के लिए कई कदम उठा रही है। इनमें शामिल हैं:
- वन संरक्षण बल: राज्य सरकार वन संरक्षण बल (Forest Protection Force) का गठन करती है जो शिकार और अवैध गतिविधियों से संरक्षित वनों की रक्षा करती है।
- पर्यटन प्रबंधन: राज्य सरकार संरक्षित वनों में पर्यटन को नियंत्रित करने और वन्यजीवों और प्राकृतिक आवासों पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करने के लिए काम कर रही है।
- स्थानीय समुदायों को शामिल करना: राज्य सरकार वन प्रबंधन में स्थानीय समुदायों को शामिल करने और उन्हें संरक्षित वनों के संरक्षण में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए काम कर रही है।
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