प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक पहल है जिसका उद्देश्य देश के सभी नागरिकों को पक्का मकान प्रदान करना है।
मध्यप्रदेश में PMAY के दो मुख्य घटक हैं:
1. प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण (PMAY-G):
- यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले गरीब परिवारों को लक्षित करती है।
- इस योजना के तहत, पात्र लाभार्थियों को उनके घरों के निर्माण के लिए ₹1.30 लाख से ₹1.60 लाख तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
- लाभार्थी घर का निर्माण स्वयं कर सकते हैं या सरकार द्वारा अनुमोदित एजेंसियों के माध्यम से करवा सकते हैं।
2. प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी (PMAY-U):
- यह योजना शहरी क्षेत्रों में रहने वाले गरीब परिवारों को लक्षित करती है।
- इस योजना के तहत, पात्र लाभार्थियों को उनके घरों के निर्माण या खरीद के लिए ₹1 लाख से ₹7 लाख तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
- वित्तीय सहायता की राशि लाभार्थी की आय और आवास श्रेणी के आधार पर भिन्न होती है।
मध्यप्रदेश में PMAY के तहत घरों के चार मुख्य प्रकार हैं:
- आर्थिक सहायता (EF): इस श्रेणी में, लाभार्थियों को घरों के निर्माण के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
- भूखंड सहायता (LS): इस श्रेणी में, लाभार्थियों को शहरी क्षेत्रों में पक्के आवास के लिए भूखंड आवंटित किए जाते हैं।
- इन-सीटू Slum Rehabilitation (ISSR): इस श्रेणी में, शहरी झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले परिवारों को उनकी मौजूदा बस्तियों में ही उनके घरों का निर्माण या पुनर्निर्माण किया जाता है।
- Credit Linked Subsidy Scheme (CLSS): इस श्रेणी में, लाभार्थियों को बैंकों या हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों से आवास ऋण लेने के लिए ब्याज सब्सिडी प्रदान की जाती है।
मध्यप्रदेश में PMAY के तहत पात्रता:
- पात्र होने के लिए, परिवार की वार्षिक आय ₹3 लाख (ग्रामीण क्षेत्रों) या ₹6 लाख (शहरी क्षेत्रों) से कम होनी चाहिए।
- आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए और उसका मध्यप्रदेश में निवास स्थान होना चाहिए।
- आवेदक या परिवार का कोई सदस्य पहले से ही पक्का मकान नहीं रखता होना चाहिए।
मध्यप्रदेश में योजना की प्रगति
- घर निर्माण की संख्या:
- हजारों गरीब और निम्न आय वर्ग के परिवारों को इस योजना के तहत घर मिल चुके हैं।
- योजना के तहत चल रही परियोजनाओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।
- सफलता की कहानियां:
- ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कई लोगों को योजना का लाभ मिला है, जिससे उनकी जीवन गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
- कई लाभार्थियों ने अपने अनुभव साझा किए हैं, जिनमें योजना की प्रशंसा और इसके प्रभाव का वर्णन है।
- सहयोग और भागीदारी:
- राज्य सरकार, स्थानीय निकाय और अन्य संबंधित एजेंसियों का सहयोग।
- सरकारी और निजी क्षेत्र की भागीदारी से योजना की सफलता सुनिश्चित की जा रही है।
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