मध्य प्रदेश में 25 वन्यजीव अभयारण्य हैं, जिनमें से कुछ सबसे लोकप्रिय और महत्वपूर्ण निम्नलिखित हैं:
1. कान्हा राष्ट्रीय उद्यान :
- कान्हा राष्ट्रीय उद्यान, 1963 में स्थापित, भारत के सबसे पुराने और सबसे प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है।
- यह 940 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और विशाल बाघों की आबादी के लिए जाना जाता है।
- कान्हा बाघों, बारहसिंगा, गौर, जंगली सूअर, चीतल, और विभिन्न प्रकार के पक्षियों सहित 1000 से अधिक प्रजातियों का घर है।
- यह उद्यान सफारी, प्रकृति पर्यटन, और पक्षी देखने के लिए लोकप्रिय है।
2. बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान
- बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान, 1983 में स्थापित, मध्य प्रदेश का एक और महत्वपूर्ण राष्ट्रीय उद्यान है।
- यह 448 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और बाघों, हाथियों, चीतल, और बारहसिंगा सहित विभिन्न प्रकार के वन्यजीवों का घर है।
- बांधवगढ़ बाघों को देखने के लिए सबसे अच्छे स्थानों में से एक माना जाता है, क्योंकि यहां बाघों की घनत्व दुनिया में सबसे अधिक है।
- यह उद्यान सफारी, जीप सफारी, और हाथी सफारी के लिए लोकप्रिय है।
3. पेंच राष्ट्रीय उद्यान:
- पेंच राष्ट्रीय उद्यान, मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा और सीहोर जिलों में स्थित, भारत के सबसे प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है।
- यह 818 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और बाघों, हाथियों, बारहसिंगा, गौर, और चिड़ियों सहित विभिन्न प्रकार के वन्यजीवों का घर है।
- पेंच बाघों के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है,
- यहां बाघों की घनत्व दुनिया में सबसे अधिक में से एक है।
- यह उद्यान सफारी, प्रकृति पर्यटन, और पक्षी देखने के लिए लोकप्रिय है।
पेंच राष्ट्रीय उद्यान की कुछ प्रमुख विशेषताएं:
- विभिन्न प्रकार के वन्यजीव:
- बाघ, हाथी, बारहसिंगा, गौर, चीतल, जंगली सूअर, और विभिन्न प्रकार के पक्षी।
- बाघों की उच्च घनत्व:
- दुनिया में सबसे अधिक में से एक।
- विविध प्रकार के आवास:
- घने जंगल, खुले मैदान, और नदियाँ।
- सफारी और प्रकृति पर्यटन के अवसर:
- जीप सफारी, हाथी सफारी, और नाव सफारी।
- पक्षी देखने के लिए एक स्वर्ग:
- 300 से अधिक प्रजातियों के पक्षी।
4. सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान:
- सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान, मध्य प्रदेश के होशंगाबाद, बैतूल, और नर्मदा जिलों में फैला हुआ, भारत के सबसे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है।
- यह 524 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और हाथियों, बाघों, गौर, बारहसिंगा, और चिड़ियों सहित विभिन्न प्रकार के वन्यजीवों का घर है।
- सतपुड़ा अपनी विविधतापूर्ण भौगोलिक विशेषताओं के लिए जाना जाता है,
- जिसमें घने जंगल, खुले मैदान, पहाड़ियां, और नदियां शामिल हैं।
- यह विविधता विभिन्न प्रकार के वनस्पतियों और जीवों का समर्थन करती है, जिससे यह उद्यान जैव विविधता का एक महत्वपूर्ण केंद्र बन जाता है।
सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान की कुछ प्रमुख विशेषताएं:
- विविध भौगोलिक विशेषताएं:
- घने जंगल, खुले मैदान, पहाड़ियां, और नदियां।
- समृद्ध जैव विविधता:
- विभिन्न प्रकार के वनस्पतियों और जीवों का घर।
- सफारी और प्रकृति पर्यटन के अवसर:
- जीप सफारी, हाथी सफारी, और नाव सफारी।
- ट्रेकिंग और कैंपिंग के लिए आदर्श:
- पहाड़ी इलाके और घने जंगल।
5. नोरादेही अभयारण्य:
- नोरादेही अभयारण्य, मध्यप्रदेश के सागर, दमोह, और नरसिंहपुर जिलों में स्थित, एक महत्वपूर्ण वन्यजीव अभयारण्य है।
- यह 1197 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और विभिन्न प्रकार के वन्यजीवों का घर है,
- जिनमें बाघ, हाथी, चीतल, गौर, बारहसिंगा, और चिड़ियों की कई प्रजातियां शामिल हैं।
6. पन्ना अभयारण्य:
- पन्ना अभयारण्य, मध्य प्रदेश में स्थित, भारत के सबसे महत्वपूर्ण बाघ अभयारण्यों में से एक है।
- यह 1020 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और बाघों, हाथियों, चीतल, गौर, बारहसिंगा, और चिड़ियों की कई प्रजातियों का घर है।
7. बोरी अभयारण्य:
- काले हिरणों का निवास:
- यह अभयारण्य काले हिरणों के लिए प्रसिद्ध है,
- यहां काले हिरणों की संख्या लगभग 1000 है।
- विविध प्रकार के वन्यजीव:
- चीतल, बारहसिंगा, जंगली सूअर, भेड़िया, लोमड़ी, सियार, बंदर, और विभिन्न प्रकार के पक्षी।
- विविध प्रकार के आवास:
- घने जंगल, खुले मैदान, पहाड़ियां, और नदियाँ।बोरी अभयारण्य, मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले में स्थित, भारत के सबसे महत्वपूर्ण वन्यजीव अभयारण्यों में से एक है।यह 485.34 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और काले हिरणों, चीतल, बारहसिंगा, जंगली सूअर, भेड़िया, और विभिन्न प्रकार के पक्षियों का घर है।
8. कूनो अभयारण्य:
- कूनो राष्ट्रीय उद्यान, मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में स्थित, भारत का सबसे नया राष्ट्रीय उद्यान है।
- यह 546 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और 2022 में नामीबिया से लाए गए चीतों का घर है।
- यह उद्यान विभिन्न प्रकार के वनस्पतियों और जीवों का भी घर है,
- जिसमें बाघ, तेंदुए, भेड़िया, सियार, बारहसिंगा, चीतल, और विभिन्न प्रकार के पक्षी शामिल हैं।
9. रातापानी अभयारण्य: मध्य प्रदेश का रत्न
- रातापानी अभयारण्य, मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में स्थित, एक प्रसिद्ध वन्यजीव अभयारण्य है।
- यह 683 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और विभिन्न प्रकार के वनस्पतियों और जीवों का घर है,
- जिसमें बाघ, तेंदुए, भेड़िया, सियार, बारहसिंगा, चीतल, और विभिन्न प्रकार के पक्षी शामिल हैं।
रातापानी अभयारण्य की कुछ प्रमुख विशेषताएं:
- विभिन्न प्रकार के वन्यजीव:
- बाघ, तेंदुए, भेड़िया, सियार, बारहसिंगा, चीतल, और विभिन्न प्रकार के पक्षी।
- सुंदर प्राकृतिक दृश्य:
- घने जंगल, ऊंची पहाड़ियां, और बहती नदियां।
- विभिन्न प्रकार के आवास:
- पहाड़ी वन, घने जंगल, खुले मैदान, और घास के मैदान।
- सफारी और प्रकृति पर्यटन के अवसर:
- जीप सफारी, पैदल यात्रा, और बोटिंग।
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