मानसिक स्वास्थ्य, राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण चिंता का विषय है, क्योंकि यह लोगों के जीवन की गुणवत्ता और समग्र स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है।
मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति:
- मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों की कमी: मध्यप्रदेश में प्रति 1 लाख लोगों पर मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों का घनत्व राष्ट्रीय औसत से काफी कम है।
- सामाजिक कलंक: मानसिक बीमारी से जुड़े सामाजिक कलंक के कारण लोग मदद लेने में संकोच करते हैं।
- असमानता: शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों, अमीर और गरीब, और पुरुषों और महिलाओं के बीच मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच में असमानता है।
मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए प्रयास:
- मध्यप्रदेश सरकार मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने और सभी के लिए सुलभ बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
- राज्य सरकार ने मानसिक स्वास्थ्य नीति 2023 लागू की है, जिसका उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच में सुधार करना, गुणवत्ता में सुधार करना और मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
- सरकार नए मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सालयों और जिला अस्पतालों में मानसिक स्वास्थ्य इकाइयों की स्थापना कर रही है।
- सरकार मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों के प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
- सरकार मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए अभियान चला रही है।
सरकारी पहल:
- राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम (NMHP): NMHP के तहत, मध्यप्रदेश सरकार ने मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए कई पहल की हैं, जिनमें शामिल हैं:
- जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम (DMHP): DMHP का उद्देश्य जिला स्तर पर मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ और उपलब्ध कराना है।
- मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सालयों (MHIs) का निर्माण: राज्य भर में MHIs का निर्माण किया जा रहा है ताकि लोगों को व्यापक मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा सकें।
- मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों का प्रशिक्षण: सरकार अधिक मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों को प्रशिक्षित करने के लिए कार्यक्रम चला रही है।
- जागरूकता अभियान: सरकार मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता बढ़ाने और सामाजिक कलंक को कम करने के लिए अभियान चला रही है।
- टेली-मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं: COVID-19 महामारी के दौरान, मध्यप्रदेश सरकार ने टेली-मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की शुरुआत की है, जिससे लोगों को घर बैठे ही मानसिक स्वास्थ्य पेशेवरों से परामर्श प्राप्त हो सके।
- मानसिक स्वास्थ्य कानून: मध्यप्रदेश मानसिक स्वास्थ्य अधिनियम, 2017 मानसिक बीमारी से पीड़ित लोगों के अधिकारों की रक्षा करता है और उन्हें उचित देखभाल प्रदान करने का प्रावधान करता है।
मध्यप्रदेश में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं का प्रसार और उनकी पहुंच में सुधार के लिए कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं पर विचार किया जा रहा है:
- संसाधनों का विस्तार:
- मानसिक चिकित्सा केंद्र: राज्य भर में मानसिक चिकित्सा केंद्रों का विस्तार करना, जिनमें संक्षेपण, उपचार, और सहायता सेवाएँ प्रदान की जा सकती हैं।
- सामुदायिक मानसिक स्वास्थ्य केंद्र: गांवों और छोटे शहरों में सामुदायिक स्तर पर मानसिक स्वास्थ्य केंद्र स्थापित करना, जहां स्थानीय लोगों को चिकित्सा सेवाओं का लाभ मिल सके।
- शिक्षा और प्रशिक्षण:
- शिक्षकों और संबंधित पेशेवरों का प्रशिक्षण: मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने वाले शिक्षकों, सामुदायिक कार्यकर्ताओं, और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को उच्च गुणवत्ता वाला प्रशिक्षण प्रदान करना।
- संज्ञानात्मकता और जागरूकता:
- मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर संज्ञानात्मकता बढ़ाना: सामाजिक मीडिया, शिक्षा कार्यक्रम, और सार्वजनिक जागरूकता अभियान के माध्यम से लोगों में मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर संज्ञान बढ़ाना।
- व्यापक संसाधन नेटवर्क:
- हार्मोनाइज्ड संसाधनों की स्थापना: विभिन्न संसाधनों को संयुक्त करने के माध्यम से एक सुगम और पूर्ण सेवा प्रदान करने के लिए एक हार्मोनाइज्ड संसाधन नेटवर्क विकसित करना।
- पॉलिसी और निगरानी:
- सुरक्षा और निगरानी के प्रति विशेष ध्यान: मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की पॉलिसी विकसित करना और इनके लिए सुरक्षा और निगरानी सुनिश्चित करना।
Leave a Reply