प्रमुख पर्यटन स्थल
1. खजुराहो:
- परिचय: खजुराहो अपने विश्व प्रसिद्ध मंदिरों के लिए जाना जाता है, जो अपनी उत्कृष्ट वास्तुकला और सुंदर मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध हैं।
- विशेषताएँ: ये मंदिर चंदेल वंश के शासनकाल में निर्मित हुए थे और यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में सूचीबद्ध हैं।
- मुख्य आकर्षण: कंदरिया महादेव मंदिर, लक्ष्मण मंदिर, और विश्वनाथ मंदिर।
- यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल, खजुराहो 10वीं से 13वीं शताब्दी के दौरान निर्मित भव्य मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है।
2. सतपुड़ा:
- परिचय: सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले में स्थित है।
- विशेषताएँ: यह राष्ट्रीय उद्यान अपनी समृद्ध जैव विविधता और अद्वितीय भौगोलिक संरचनाओं के लिए प्रसिद्ध है।
- मुख्य आकर्षण: सफारी, बोटिंग, और ट्रेकिंग।
3. बांधवगढ़:
- परिचय: बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में स्थित है।
- विशेषताएँ: यह राष्ट्रीय उद्यान बाघों की उच्चतम घनत्व के लिए प्रसिद्ध है।
- मुख्य आकर्षण: वन्यजीव सफारी, बांधवगढ़ किला, और त्रिपुरी कला की गुफाएँ।
4. पचमढ़ी:
- परिचय: पचमढ़ी मध्यप्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन है, जो सतपुड़ा रेंज में स्थित है।
- विशेषताएँ: पचमढ़ी अपनी प्राकृतिक सुंदरता, झरनों, और गुफाओं के लिए प्रसिद्ध है।
- मुख्य आकर्षण: बी फॉल्स, धूपगढ़, जटा शंकर गुफा, और पांडव गुफाएँ।
5. ओरछा:
- यमुना नदी के किनारे स्थित, यह शहर अपने भव्य किलों और महलों के लिए प्रसिद्ध है|
- बेतवा नदी के तट पर स्थित, ओरछा 16वीं और 17वीं शताब्दी के महलों और किलों के लिए जाना जाता है।
- राजा राम शाह द्वारा निर्मित, यह शहर अपने भव्य वास्तुकला और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है।
6. मांडू:
- एक प्राचीन शहर, जो अपने किलों, महलों और मस्जिदों के लिए प्रसिद्ध है।
- विंध्य पर्वत श्रृंखला में स्थित, मांडू 14वीं और 15वीं शताब्दी के दौरान परमार शासकों की राजधानी थी।
- यह शहर अपने भव्य किलों, महलों और मकबरों के लिए जाना जाता है।
7. ग्वालियर:
- ग्वालियर किले का घर, जो भारत के सबसे विशाल और प्रभावशाली किलों में से एक है।
- ग्वालियर किला, जो भारत के सबसे विशाल किलों में से एक है,
- यह शहर अपने ऐतिहासिक स्मारकों, संग्रहालयों और जीवंत कला और संस्कृति दृश्य के लिए जाना जाता है।
8. भीमबेटका:
मध्य प्रदेश राज्य के रायसेन जिले में स्थित प्राचीन शैलचित्रों का एक अद्भुत स्थल है।
- यह स्थल यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है और भारत के पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित है।
- भीमबेटका अपनी चट्टानों पर उकेरी गई प्रागैतिहासिक कला के लिए प्रसिद्ध है, जो 10,000 ईसा पूर्व से 5वीं शताब्दी ईस्वी तक की अवधि को दर्शाती है।
- यहां 500 से अधिक आश्रय हैं जिनमें 20,000 से अधिक चित्र हैं।
- इन चित्रों में शिकार के दृश्य, नृत्य, अनुष्ठान, जानवरों, और मानव आकृतियों का चित्रण किया गया है।
- भीमबेटका मानव सभ्यता के विकास और प्राचीन लोगों के जीवन के बारे में जानने का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
9. सांची स्तूप:
मध्य प्रदेश का गौरवशाली स्मारक
- सांची स्तूप, मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्थित, बौद्ध धर्म के सबसे महत्वपूर्ण स्मारकों में से एक है।
- यह स्तूप सम्राट अशोक द्वारा तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में अपने भिक्षु भिक्षुणी महाप्रजापति गौतमी की स्मृति में बनवाया गया था।
- यह यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है और भारत के पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित है।
- सांची स्तूप अपनी भव्य वास्तुकला, नक्काशीदार स्तंभों और तोरणों के लिए जाना जाता है।
- यह स्तूप भारतीय कला और संस्कृति का एक उत्कृष्ट नमूना है।
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