मध्यप्रदेश के पर्यटन उद्योग की विकास योजनाएँ विभिन्न क्षेत्रों में फैली हुई हैं, जिनका मुख्य उद्देश्य राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देना, आर्थिक विकास को सुनिश्चित करना और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करना है। यहाँ कुछ मुख्य विकास योजनाएँ दी गई हैं:
1. पर्यटन अवसंरचना विकास
- पर्यटन सर्किट: राज्य में विभिन्न पर्यटन सर्किटों का विकास किया जा रहा है, जैसे कि विरासत सर्किट, वन्यजीव सर्किट, और धार्मिक सर्किट। ये सर्किट विभिन्न महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों को जोड़ते हैं।
- बुनियादी ढांचे का विकास: सड़कें, हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन, और सार्वजनिक परिवहन को बेहतर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि पर्यटन स्थल अधिक सुलभ हों।
- आवास सुविधाएं: होटल, रिसॉर्ट, होमस्टे और अन्य आवास सुविधाओं का विकास और उन्नयन किया जा रहा है।
2. पर्यटन स्थलों का संरक्षण और संवर्धन
- संरक्षण प्रयास: ऐतिहासिक स्मारकों, मंदिरों, और अन्य सांस्कृतिक धरोहर स्थलों के संरक्षण और पुनरुद्धार के लिए परियोजनाएँ चलाई जा रही हैं।
- सौंदर्यीकरण और विकास: प्रमुख पर्यटन स्थलों का सौंदर्यीकरण और उनमें आधुनिक सुविधाओं का विकास किया जा रहा है।
3. पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विपणन और प्रचार
- विपणन अभियान: मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रचार अभियानों का आयोजन किया जा रहा है।
- डिजिटल प्रचार: सोशल मीडिया, वेबसाइट्स, और अन्य डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से राज्य के पर्यटन स्थलों का प्रचार किया जा रहा है।
4. स्थानीय समुदाय और सतत पर्यटन
- स्थानीय रोजगार सृजन: पर्यटन उद्योग में स्थानीय समुदाय के लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं।
- सतत पर्यटन: पर्यावरणीय स्थिरता को ध्यान में रखते हुए सतत पर्यटन पहलें अपनाई जा रही हैं, जिससे पर्यावरण को नुकसान न पहुँचे।
5. विशेष कार्यक्रम और महोत्सव
- पर्यटन महोत्सव: विभिन्न पर्यटन महोत्सवों का आयोजन किया जाता है, जैसे कि खजुराहो नृत्य महोत्सव, तानसेन संगीत समारोह, आदि।
- सांस्कृतिक कार्यक्रम: राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करने के लिए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
6. उत्पाद विकास:
- नए पर्यटन उत्पादों और पैकेजों को विकसित किया जा रहा है ताकि विभिन्न प्रकार के पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके।
- विशेष रुचि वाले पर्यटन जैसे साहसिक पर्यटन, स्वास्थ्य पर्यटन और ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है।
- स्थानीय संस्कृति और विरासत को प्रदर्शित करने वाले कार्यक्रमों और उत्सवों का आयोजन किया जा रहा है।
7. स्थायी पर्यटन:
- पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए स्थायी पर्यटन प्रथाओं को अपनाया जा रहा है।
- स्वच्छ पर्यटन और ऊर्जा संरक्षण पर ध्यान दिया जा रहा है।
- स्थानीय समुदायों को पर्यटन विकास में भाग लेने और लाभान्वित होने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
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