मध्यप्रदेश में बघेलखंड का पठार एक प्रमुख भूभाग है जो राज्य के पश्चिमी और पश्चिमोत्तरी भागों में स्थित है। यह क्षेत्र विस्तृत है और उत्तराखंड, गुजरात, राजस्थान, और छत्तीसगढ़ राज्यों से सीमित है। बघेलखंड के पठार का उच्चतम भाग पश्चिमी सतपुरा पर्वत श्रेणी में स्थित है, जबकि नीचले भाग में समुद्र तल से निचले भूभाग हैं। यहाँ पर कुछ मुख्य विशेषताएँ हैं:
भौतिक स्थिति
- स्थिति: बघेलखंड का पठार मध्यप्रदेश के पश्चिम में स्थित है।
- सीमाएँ: इसकी पश्चिमी सीमा पर राजस्थान, उत्तरी सीमा पर उत्तराखंड और गुजरात, और दक्षिणी सीमा पर छत्तीसगढ़ है।
भौतिक विशेषताएँ
- ऊँचाई: इस पठार का ऊँचाई स्तर पश्चिमी सतपुरा पर्वत श्रेणी में स्थित है, जिसकी ऊँचाई लगभग 300 मीटर से 1,100 मीटर तक हो सकती है।
- मिट्टी: बघेलखंड के पठार की मिट्टी उपजाऊ है और प्रमुखतः चावल, गेहूँ, और दालों के लिए उपयुक्त है।
- नदियाँ: यहाँ पर कई नदियाँ हैं जैसे की ताप्ती, सोन, और नर्मदा, जो कृषि और पेयजल के लिए महत्वपूर्ण हैं।
जलवायु
- प्रकार: बघेलखंड का पठार उपउष्णकटिबंधीय जलवायु वाला है।
- वर्षा: यहाँ पर वर्षा ज्यादातर मानसून के समय में होती है, जो जून से सितंबर तक चलता है।
कृषि
- फसलें: बगेलखंड के पठार में खेती का विकसित उदाहरण है, और यहाँ पर अनाज, फल, और सब्जियाँ उगाई जाती हैं।
- सिंचाई: नदियों का प्रयोग सिंचाई के लिए किया जाता है, जो खेती को अधिक उपजाऊ बनाता है।
बगेलखंड का पठार मध्यप्रदेश के रोमांचक पर्यटन स्थलों में से एक है, जो प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक विरासत, और ऐतिहासिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ पर और भी कुछ महत्वपूर्ण विशेषताएँ हैं:
ऐतिहासिक स्थल
- राजमहलों का समृद्ध संग्रह: बगेलखंड क्षेत्र में कई प्राचीन राजमहल, किले, और गढ़ हैं जैसे कि जयपुर किला, गोहद फोर्ट, और बड़वाह किला, जो इस क्षेत्र के ऐतिहासिक महत्व को दर्शाते हैं।
प्राकृतिक सौंदर्य
- पर्यटन स्थल: यहाँ पर कई प्राकृतिक सौंदर्य स्थल हैं जैसे कि तालबेहटी नेशनल पार्क, अमबहरा गढ़, और जामघाट वाटरफॉल्स, जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
सांस्कृतिक धरोहर
- मंदिर और धार्मिक स्थल: बगेलखंड क्षेत्र में कई प्राचीन मंदिर और धार्मिक स्थल हैं जैसे कि खजुराहो के मंदिर, छतरपुर के मंदिर, और बाबा महाकालेश्वर मंदिर, जो स्थानीय और अन्य स्थानीय पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
पर्यटन उद्योग
- आधुनिक व्यवसायिक गतिविधियाँ: बगेलखंड क्षेत्र में पर्यटन उद्योग की विकास बड़े पैमाने पर हो रही है, जिससे यहाँ पर विभिन्न आधुनिक सुविधाएँ, होटल, और आवासीय स्थल विकसित किए जा रहे हैं।
पर्यटनीय गतिविधियाँ
- आवासिया खेल: बगेलखंड के पठार पर आवासिया खेलों का आयोजन होता है, जैसे कि घोड़े की दौड़, क्रिकेट मैच, और अन्य खेल।
- अवन्तिका: पर्यटन की सुविधाओं में आवंटित कार्यक्रमों में भाग लेना जैसे कि जंगल सफारी, पर्यटन यात्राएँ, और सांस्कृतिक महोत्सव।
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