मध्य पुरापाषाण युग (Middle Paleolithic)
मानव इतिहास का एक महत्वपूर्ण कालखंड है, जो लगभग 300,000 वर्ष पूर्व से 30,000 वर्ष पूर्व तक फैला हुआ है। इस युग में निएंडरथल और प्रारंभिक आधुनिक मानव (होमो सेपियन्स) का उद्भव और विकास हुआ। इस युग के दौरान औजारों की तकनीक में सुधार हुआ और सामाजिक व सांस्कृतिक प्रथाओं में भी परिवर्तन आया।
- इस युग को पत्थर के टुकड़ों का युग भी कहा जाता है।
मध्य पुरापाषाण युग की विशेषताएँ
1.प्रमुख मानव प्रजातियाँ:
- निएंडरथल: यह प्रजाति यूरोप और पश्चिमी एशिया में पाई जाती थी और लगभग 400,000 वर्ष पूर्व से 40,000 वर्ष पूर्व तक अस्तित्व में थी।
- प्रारंभिक आधुनिक मानव (होमो सेपियन्स): यह प्रजाति अफ्रीका में उभरी और बाद में पूरे विश्व में फैली।
2.औजारों का विकास:
- मॉस्टेरियन औजार: इस युग में विकसित हुए मॉस्टेरियन औजार निएंडरथल द्वारा उपयोग किए जाते थे। इन औजारों में धारदार पत्थर, स्क्रेपर्स, और नुकीले उपकरण शामिल थे।
- इस दौरान मानव पाषाण उपकरणों का निर्माण करने के लिए क्वार्टजाइट पत्थर के स्थान पर जैस्पर और चर्ट नामक पत्थरों का उपयोग करता था। इस दौर में आकर पासवान उपकरणों का आकार निम्न पुरापाषाण काल की अपेक्षा छोटा हो गया था।
- लेवेल्लोइस तकनीक: इस तकनीक के तहत पत्थरों को विशेष रूप से आकार देकर औजार बनाए जाते थे। इससे औजारों की धार और उपयोगिता में सुधार हुआ।
- इस काल में मानव मुख्य रूप से वेधनी, फलक वेधक, खुरचनी आदि पाषाण उपकरणों का उपयोग करता था। ये उपकरण प्रमुख रूप से फलक पर आधारित होते थे। इस दौरान फलक उपकरणों की प्रधानता मिली है, इसीलिए मध्य पूरापाषाण काल को एच डी सांकलिया ने ‘फलक संस्कृति’ की संज्ञा दी है।
3.जीविका और शिकार:
- निएंडरथल और प्रारंभिक आधुनिक मानव दोनों शिकारी-संग्रहकर्ता थे। वे बड़े जानवरों का शिकार करते थे, जैसे हाथी, हिरण, और घोड़ों का।
- ये लोग मछली पकड़ने और जलीय संसाधनों का भी उपयोग करते थे।
4.निवास स्थान:
- इस युग में मानव गुफाओं, रॉक शेल्टर्स और अस्थायी झोपड़ियों में रहते थे। उन्होंने निवास स्थानों को व्यवस्थित और संरचित किया, जिसमें आग का उपयोग भी शामिल था।
5.सांस्कृतिक और सामाजिक विकास
- निएंडरथल ने मृतकों का अंतिम संस्कार करने की प्रथा विकसित की, जो उनके सामाजिक और धार्मिक विश्वासों का संकेत है।
- इस युग में कला और प्रतीकों का भी उद्भव हुआ, जैसे गुफा चित्रकला और शरीर सजावट।
6. भौगोलिक विस्तार:
- प्रारंभिक आधुनिक मानव ने अफ्रीका से बाहर निकलकर यूरोप, एशिया और अंततः ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका में बसना शुरू किया।
7. प्रमुख स्थल :-
- महाराष्ट्र स्थित नेवासा, उत्तर प्रदेश स्थित चकिया व सिंगरौली, झारखंड स्थित सिंहभूम व पलामू, गुजरात स्थित सौराष्ट्र क्षेत्र, मध्य प्रदेश स्थित भीमबेटका की गुफाएं, राजस्थान स्थित बेड़च, कादमली, पुष्कर क्षेत्र, थार का रेगिस्तान इत्यादि मध्य पुरापाषाण काल से संबंधित प्रमुख स्थल है।
उदाहरण
- यूरोप: फ्रांस के लास्को गुफाएँ (Lascaux Caves) और स्पेन के अल्तमिरा गुफाएँ (Altamira Caves) में गुफा चित्रकला के उत्कृष्ट उदाहरण मिले हैं।
- एशिया: इज़राइल के क़ाफ़्ज़ेह और सखूल गुफाओं (Qafzeh and Skhul Caves) में प्रारंभिक आधुनिक मानव के अवशेष और उनके औजार मिले हैं।
- अफ्रीका: मोरक्को के ज्बील इरहूद (Jebel Irhoud) में प्रारंभिक आधुनिक मानव के कंकाल और औजार मिले हैं।
मध्य पुरापाषाण युग मानव इतिहास का एक समृद्ध और महत्वपूर्ण कालखंड है, जिसने न केवल तकनीकी और औजारों में सुधार देखा, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक संरचनाओं में भी महत्वपूर्ण परिवर्तन लाए।
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