पाषाण युग (Stone Age) मानव इतिहास का सबसे प्राचीन और लंबा कालखंड है, जिसमें मानव ने मुख्यतः पत्थर के औजारों का निर्माण और उपयोग किया। यह युग मानव सभ्यता के विकास के प्रारंभिक चरण को दर्शाता है और इसमें समाज के सामाजिक, सांस्कृतिक, और तकनीकी पहलुओं का विकास हुआ। पाषाण युग को तीन प्रमुख कालखंडों में विभाजित किया गया है: प्रारंभिक पाषाण युग, मध्य पाषाण युग, और नवपाषाण युग।
पाषाण युग का काल विभाजन:
प्रारंभिक पाषाण युग (Paleolithic Age)
- कालावधि: लगभग 2.5 मिलियन वर्ष पूर्व से 10,000 ईसा पूर्व तक।
- विशेषताएँ:
- औजार: इस काल में पत्थर के बड़े-बड़े औजार जैसे चोप्पर, हाथ के औजार और फ्लेक्स का उपयोग किया गया। ये औजार कच्चे और प्राथमिक थे।
- आवास: मानव गुफाओं में या अस्थायी तंबुओं में रहते थे।
- शिकार और संग्रहण: मानव मुख्य रूप से शिकार और खाद्य पदार्थों को इकट्ठा करने पर निर्भर थे।
- सामाजिक और सांस्कृतिक पहलू: प्रारंभिक कला, जैसे गुफा चित्र, और साधारण धार्मिक या सांस्कृतिक प्रथाएँ विकसित हो रही थीं।
मध्य पाषाण युग (Mesolithic Age)
- कालावधि: लगभग 10,000 ईसा पूर्व से 5,000 ईसा पूर्व तक।
- विशेषताएँ:
- औजार: छोटे, परिष्कृत पत्थर के औजार, जिसे माइक्रोलिथ्स कहा जाता है, का उपयोग किया गया। ये औजार आकार में छोटे होते थे और अधिक विशिष्ट कार्यों के लिए डिज़ाइन किए गए थे।
- आवास: स्थायी और अर्ध-स्थायी बस्तियाँ विकसित होने लगीं।
- खाद्य उत्पादन: मछली पकड़ने और छोटे जानवरों के शिकार के साथ-साथ जंगली फसलों का संग्रह भी शुरू हुआ।
- सांस्कृतिक विकास: छोटे मूर्तियों और चित्रकला का प्रचलन, सांस्कृतिक प्रथाएँ और समाजिक संरचना में सुधार।
नवपाषाण युग (Neolithic Age)
- कालावधि: लगभग 5,000 ईसा पूर्व से 2,000 ईसा पूर्व तक।
- विशेषताएँ:
- कृषि क्रांति: इस काल में कृषि का विकास हुआ, जिसमें लोगों ने खेती और पशुपालन शुरू किया।
- स्थायी बस्तियाँ: स्थायी गाँव और नगरों का निर्माण हुआ, जैसे कि जेरिको और हड़प्पा।
- औजार: पत्थर के औजार और बर्तन अधिक परिष्कृत हुए। मानव ने पाषाण, हड्डी और मिट्टी से वस्तुएँ बनाई।
- सामाजिक संरचना: जटिल समाज और शासन संरचनाएँ विकसित हुईं।
- सांस्कृतिक विकास: धार्मिक स्थल, मंदिर, और अधिक विकसित कला और शिल्प का उदय हुआ।
पाषाण युग की मुख्य विशेषताएँ:
औजार और तकनीक:
- प्रारंभिक पाषाण युग: कच्चे पत्थर के औजारों का निर्माण।
- मध्य पाषाण युग: माइक्रोलिथ्स और परिष्कृत औजार।
- नवपाषाण युग: कृषि उपकरण, वस्त्र निर्माण के औजार, और स्थायी बस्तियों के निर्माण में तकनीकी विकास।
आवास और जीवनशैली:
- प्रारंभिक पाषाण युग: गुफाओं और अस्थायी आवास।
- मध्य पाषाण युग: अर्ध-स्थायी और स्थायी आवास।
- नवपाषाण युग: स्थायी बस्तियाँ और गाँव, जिनमें निर्माण सामग्री और वास्तुकला का विकास।
आर्थिक गतिविधियाँ:
- प्रारंभिक पाषाण युग: शिकार और खाद्य संग्रहण।
- मध्य पाषाण युग: मछली पकड़ना और जंगली खाद्य पदार्थों का संग्रह।
- नवपाषाण युग: कृषि, पशुपालन, और व्यापार का प्रारंभ।
सामाजिक और सांस्कृतिक विकास:
- प्रारंभिक पाषाण युग: प्रारंभिक कला, गुफा चित्र।
- मध्य पाषाण युग: छोटे मूर्तियाँ, चित्र और सांस्कृतिक प्रथाएँ।
- नवपाषाण युग: धार्मिक स्थल, पूजा स्थल, और विकसित कला और शिल्प।
पाषाण युग मानव सभ्यता के विकास की महत्वपूर्ण कड़ी है, जिसमें मानव ने प्राकृतिक संसाधनों के साथ अपने रिश्ते को समझा और समाज और संस्कृति के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
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