विश्व व्यापार संगठन (World Trade Organization – WTO) एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जो विश्व व्यापार के नियमों और व्यवस्थाओं को स्थापित करने और अनुरक्षित करने का काम करता है। यह संगठन व्यापारिक निर्णयों को अनुषंगित करने, संविधान को संशोधित करने, और व्यापारिक विवादों का समाधान करने में सहायता प्रदान करता है।
WTO के मुख्य कार्य :
- व्यापार नियमों का निर्माण और लागू करना: WTO सदस्य देशों के बीच व्यापार को नियंत्रित करने वाले नियमों का एक समूह है, जिन्हें व्यापार समझौते के रूप में जाना जाता है।
- विवादों का समाधान करना: यदि WTO के सदस्य देशों के बीच व्यापार नियमों को लेकर विवाद होता है, तो WTO विवाद समाधान प्रणाली के माध्यम से विवाद का समाधान करने में मदद करता है।
- व्यापार नीतियों की समीक्षा करना: WTO सदस्य देशों की व्यापार नीतियों की नियमित समीक्षा करता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे व्यापार समझौतों के अनुरूप हैं।
- तकनीकी सहायता प्रदान करना: WTO विकासशील और कम विकसित देशों को व्यापार नियमों और नीतियों को लागू करने में मदद करने के लिए तकनीकी सहायता प्रदान करता है।
संरचना:
- मंडल (General Council): WTO का सबसे महत्वपूर्ण निर्णय ग्रंथी है, जिसमें सभी सदस्य देशों के प्रतिनिधियों का प्रतिनिधित्व होता है।
- अधिकृत (Director-General): WTO का निदेशक-महासचिव होता है जो संगठन की दिशा निर्देशित करता है और अधिकृत निर्णय लेता है।
- कमीटियां: WTO में विभिन्न कमीटियां होती हैं जो विशिष्ट क्षेत्रों में कार्रवाई के लिए जिम्मेदार होती हैं, जैसे कि वस्त्र, कृषि, और वित्तीय सेवाएं।
WTO और भारत:
- भारत WTO का एक संस्थापक सदस्य देश है।
- WTO ने भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिससे देश को वैश्विक व्यापार में भाग लेने और अपनी अर्थव्यवस्था को विकसित करने में मदद मिली है।
- भारत WTO में एक सक्रिय भागीदार है और वैश्विक व्यापार मुद्दों पर नीतिगत दिशा को प्रभावित करने में मदद करता है।
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