तकनीकी उन्नयन का मतलब है, एक समाज या राष्ट्र के विकास को बढ़ाने के लिए तकनीकी तरीकों और उपकरणों का उपयोग करना। इसमें विभिन्न क्षेत्रों जैसे कि विज्ञान, प्रौद्योगिकी, उद्योग, अविकास, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि में नवाचारों को लागू करना शामिल है।
कृषि-खाद्य उद्योग में तकनीकी उन्नयन तेजी से प्रगति कर रहा है, जिससे खाद्य प्रसंस्करण और पैकेजिंग में क्रांति ला रही है।
यह प्रगति न केवल खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता में सुधार कर रही है, बल्कि उत्पादों की शेल्फ लाइफ भी बढ़ा रही है, अपशिष्ट को कम कर रही है और उपभोक्ताओं के लिए सुविधा और आकर्षण पैदा कर रही है।
उन्नत प्रसंस्करण प्रौद्योगिकियां (Advanced Processing Technologies):
- न्यूनतम तापमान प्रसंस्करण (Minimum temperature processing): यह तकनीक कम तापमान पर खाद्य पदार्थों को संसाधित करती है, जिससे पोषक तत्वों, स्वाद और बनावट का संरक्षण होता है। इसमें उच्च दबाव प्रसंस्करण (HPP), ठंडा पाश्चुरीकरण(Pasteurization) और थर्मल वैक्यूम प्रसंस्करण जैसी विधियां शामिल हैं।
- सूक्ष्मजीव विज्ञान (Microbiology): इस तकनीक का उपयोग खाद्य पदार्थों में वांछित गुणों को विकसित करने के लिए सूक्ष्मजीवों (जैसे कि बैक्टीरिया और खमीर) का उपयोग किया जाता है। इसमें किण्वन, प्रोबायोटिक्स और जैव नियंत्रण जैसी विधियां शामिल हैं।
- एन्जाइम प्रौद्योगिकी (Enzyme technology): इस तकनीक का उपयोग खाद्य पदार्थों में विशिष्ट रासायनिक प्रतिक्रियाओं को उत्प्रेरित करने के लिए एंजाइम का उपयोग किया जाता है। इसमें पनीर उत्पादन, ब्रेड बेकिंग और फलों का रस निष्कर्षण जैसी प्रक्रियाएं शामिल हैं।
- मेम्ब्रेन प्रौद्योगिकी (Membrane technology): इस तकनीक का उपयोग तरल पदार्थों को ठोस और तरल भागों में अलग करने के लिए झिल्ली का उपयोग किया जाता है। इसमें दूध प्रसंस्करण, डेयरी उत्पादों का निर्माण और अपशिष्ट जल उपचार शामिल हैं।
उन्नत पैकेजिंग प्रौद्योगिकियां (Advanced Packaging Technologies):
- सक्रिय पैकेजिंग (Active packaging): यह पैकेजिंग सक्रिय रूप से खाद्य पदार्थों के साथ बातचीत करती है, जैसे कि ऑक्सीजन या नमी को अवशोषित करके या छोड़कर। यह शेल्फ लाइफ बढ़ाने और खाद्य गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करता है।
- स्मार्ट पैकेजिंग (Smart packaging): इस पैकेजिंग में सेंसर होते हैं जो तापमान, आर्द्रता या अन्य स्थितियों की निगरानी करते हैं और उपभोक्ताओं या निर्माताओं को डेटा प्रदान करते हैं। यह खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने और अपशिष्ट को कम करने में मदद करता है।
- टिकाऊ पैकेजिंग (Sustainable packaging): यह पैकेजिंग पुन: प्रयोज्य, पुन: प्रयोज्य या बायोडिग्रेडेबल सामग्री से बनी होती है। यह पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने में मदद करता है।
- सुविधाजनक पैकेजिंग (Convenient packaging): यह पैकेजिंग उपभोक्ताओं के लिए खाद्य पदार्थों को खोलना, उपयोग करना और स्टोर करना आसान बनाती है। इसमें सिंगल-सर्व पैकेजिंग, आसान-ओपन पैकेजिंग और दोबारा बंद करने योग्य पैकेजिंग शामिल हैं।
Leave a Reply