MCQ बेस दर (Base rate) 1. भारत में बेस रेट क्या है?बैंकों द्वारा निर्धारित ऋण दरभारतीय रिजर्व बैंक द्वारा निर्धारित दरएक बेंचमार्क ब्याज दरग्राहक की क्रेडिट रेटिंग पर आधारित ब्याज दरQuestion 1 of 102. बेस रेट प्रणाली का मुख्य लाभ क्या है?बैंकों को अधिक लाभ मिलता हैयह ऋण दरों में पारदर्शिता सुनिश्चित करती हैयह केवल बड़े बैंकों के लिए हैयह केवल सरकारी बैंकों के लिए हैQuestion 2 of 103. बेस रेट निर्धारित करते समय बैंक कौन-कौन से कारकों पर विचार करते हैं?ग्राहकों की संख्यारेपो दर, बैंक की लागत, बाजार की प्रतिस्पर्धाबैंक की शाखाओं की संख्याबैंक के कर्मचारियों की संख्याQuestion 3 of 104. रेपो दर क्या है?वह दर जिस पर RBI बैंकों को ऋण देता हैवह दर जिस पर ग्राहक बैंकों से ऋण लेते हैंबैंकों द्वारा ग्राहकों को ब्याज दिया जाता हैएक अंतर्राष्ट्रीय ब्याज दरQuestion 4 of 105. बेस रेट में बदलाव कौन नियंत्रित करता है?भारतीय रिजर्व बैंक (RBI)भारत सरकारबैंकवित्त मंत्रालयQuestion 5 of 106. बेस रेट और MCLR में क्या अंतर है?MCLR केवल RBI द्वारा निर्धारित होता हैबेस रेट की गणना में CRR शामिल होता है, लेकिन MCLR में नहींबेस रेट से MCLR अधिक पारदर्शी होता हैदोनों का कोई अंतर नहीं होताQuestion 6 of 107. बेस रेट को समय-समय पर किन आधारों पर संशोधित किया जा सकता है?RBI की मौद्रिक नीति और बैंक की लागतसिर्फ ग्राहकों की मांगकेवल बैंकों की आंतरिक नीतियों के आधार परकेवल सरकारी आदेशों के आधार परQuestion 7 of 108. बेस रेट क्या निर्धारित करती है?केवल सरकारी ऋण दरबैंकों की न्यूनतम ब्याज दरकेवल घरेलू ऋण दरबैंक की लाभप्रदताQuestion 8 of 109. बेस रेट से अधिक ब्याज दर किस कारण से हो सकती है?RBI द्वारा अधिक दर निर्धारित की गई होग्राहक के क्रेडिट स्कोर के आधार परबैंकों की आंतरिक लागत के आधार परयह हमेशा अधिक होती हैQuestion 9 of 1010. बेस रेट की गणना के लिए कौन सा तत्व नहीं है?बैंकों का परिचालन खर्चसरकारी नीतियाँफंड्स की लागतन्यूनतम रिटर्न दरQuestion 10 of 10 Loading...
Leave a Reply