आर्थिक नियोजन किसी देश की आर्थिक गतिविधियों को सुव्यवस्थित और समन्वित करने की प्रक्रिया है, जिसका उद्देश्य संसाधनों के अधिकतम उपयोग और आर्थिक विकास को प्राप्त करना है। भारत में आर्थिक नियोजन का विशेष महत्व है क्योंकि यह विकासशील अर्थव्यवस्था के रूप में कई सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों का सामना करता है।
परिभाषा (Definition)
आर्थिक नियोजन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें सरकार या कोई अन्य नियोजन एजेंसी देश के आर्थिक संसाधनों के उपयोग और विकास की दिशा में नीतियों, योजनाओं, और कार्यक्रमों का निर्धारण करती है। इसका मुख्य उद्देश्य आर्थिक विकास, सामाजिक कल्याण, और संतुलित विकास को प्रोत्साहित करना होता है।
नियोजन की शुरुआत और प्रसार (Beginning and Spread of Planning)
प्रादेशिक नियोजन (Regional Planning)
राष्ट्रीय नियोजन (National Planning)
नियोजन के प्रकार (Types of Planning)
निष्कर्ष (Conclusion)
आर्थिक नियोजन ने भारत के आर्थिक विकास और सामाजिक कल्याण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। नियोजित विकास के माध्यम से देश ने कृषि, उद्योग, और सेवा क्षेत्रों में संतुलित प्रगति की है और आर्थिक असमानताओं को कम करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। भविष्य में, आर्थिक नियोजन का उद्देश्य नवाचार, सतत विकास, और समावेशी वृद्धि को प्रोत्साहित करना होगा।
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