खाद्यान्नों की आर्थिक लागत का मुख्य भाग तीन मुख्य क्षेत्रों में विभाजित होता है: उत्पादन लागत, परिवहन लागत, और भंडारण लागत। ये सभी क्षेत्र खाद्यान्नों की मूल्य निर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- उत्पादन लागत:
- बीज, खाद्यान्न उत्पादन के लिए उपयुक्त भूमि, और जल संसाधनों की लागत: यह लागत प्राथमिक रूप से कृषि उपकरण, खाद्यान्नों के उत्पादन में उपयुक्त तकनीकी साधनों के लिए होती है।
- खाद्यान्नों की बुआई, पालन, और संचालन की लागत: इसमें किसानों के श्रमिक वेतन, उपकरणों की खरीद, और खेती के विभिन्न चरणों में लागत शामिल होती है।
- परिवहन लागत:
- उत्पादों के परिवहन की लागत: खाद्यान्नों को खेत से मंडी तक पहुँचाने के लिए वाहन और ट्रांसपोर्ट सुविधाएं की लागत इसमें शामिल होती है।
- व्यापारिक माध्यम की लागत: खाद्यान्नों को अंत उपभोक्ताओं तक पहुँचाने के लिए बाजारी व्यापार, विपणन, और उपभोक्ता तक पहुँचाने की लागत इस विभाग में आती है।
- भंडारण लागत:
- भंडारण संसाधन की लागत: खाद्यान्नों को उनकी गुणवत्ता बनाए रखने और उनके अवसरीक्षण के लिए भंडारण सुविधाओं की लागत होती है।
- भंडारण सुरक्षा की लागत: खाद्यान्नों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए भंडारण सुरक्षा सुविधाएं, जैसे कि ठंडाई, वेंटिलेशन, और सुरक्षा सुविधाएं शामिल होती हैं।
Leave a Reply