नकद आरक्षण अनुपात (CRR) और सांविधिक तरलता अनुपात (SLR) दोनों ही भारतीय रिज़र्व बैंक (आईआरबी) द्वारा निर्धारित नीतियाँ हैं जो बैंकों की वित्तीय स्थिरता को सुनिश्चित करने के लिए लागू की जाती हैं। ये दोनों नीतियाँ बैंकों को विभिन्न प्रकार की रिज़र्व में धन रखने के लिए प्रेरित करती हैं, जिससे उनकी स्थिरता और सक्रियता बनाए रखी जाती है।
नकद आरक्षण अनुपात (Cash Reserve Ratio):
- परिभाषा: CRR वह न्यूनतम राशि है जिसे वाणिज्यिक बैंकों को अपनी जमा राशि का एक प्रतिशत RBI के पास जमा राशि के रूप में रखना होता है।
- उद्देश्य:
- मुद्रा आपूर्ति को नियंत्रित करना: CRR का उपयोग RBI मुद्रा आपूर्ति को नियंत्रित करने के लिए करता है। यदि RBI CRR को बढ़ाता है, तो बैंकों के पास कम पैसा ऋण देने के लिए उपलब्ध होता है, जिससे मुद्रा आपूर्ति कम हो जाती है।
- बैंकों की तरलता को बनाए रखना: CRR बैंकों को नकदी या RBI में जमा राशि के रूप में एक न्यूनतम राशि रखने के लिए बाध्य करके बैंकों की तरलता बनाए रखने में मदद करता है।
- वित्तीय प्रणाली की स्थिरता सुनिश्चित करना: CRR वित्तीय प्रणाली की स्थिरता सुनिश्चित करने में मदद करता है। यदि बैंकों के पास पर्याप्त नकदी या RBI में जमा राशि है, तो वे अपने ग्राहकों की जमा राशि का भुगतान करने में सक्षम होंगे, भले ही वे आर्थिक संकट का सामना कर रहे हों।
- वर्तमान CRR: 4%
सांविधिक तरलता अनुपात (Statutory Liquidity Ratio):
- परिभाषा: SLR वह न्यूनतम राशि है जिसे वाणिज्यिक बैंकों को अपनी जमा राशि का एक प्रतिशत तरल आस्तियों (जैसे नकदी, सरकारी प्रतिभूतियों और स्वीकृत प्रतिभूतियों) के रूप में रखना होता है।
- उद्देश्य:
- बैंकों की तरलता को बनाए रखना: SLR बैंकों को तरल आस्तियों के रूप में एक न्यूनतम राशि रखने के लिए बाध्य करके बैंकों की तरलता बनाए रखने में मदद करता है। यह सुनिश्चित करता है कि बैंक अपने ग्राहकों की जमा राशि और ऋण आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम हों।
- वित्तीय प्रणाली की स्थिरता सुनिश्चित करना: SLR वित्तीय प्रणाली की स्थिरता सुनिश्चित करने में मदद करता है। यदि बैंकों के पास पर्याप्त तरल आस्तियां हैं, तो वे आर्थिक संकट का सामना करने में बेहतर ढंग से सक्षम होंगे।
- वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना: SLR बैंकों को ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में अपनी शाखाएं खोलने और इन क्षेत्रों में लोगों को ऋण प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
- वर्तमान SLR: 18%
CRR और SLR के बीच अंतर:
विशेषता | नकद आरक्षण अनुपात (CRR) | सांविधिक तरलता अनुपात (SLR) |
परिभाषा | वाणिज्यिक बैंकों को अपनी जमा राशि का एक प्रतिशत RBI के पास जमा राशि के रूप में रखने के लिए बाध्य करता है। | वाणिज्यिक बैंकों को अपनी जमा राशि का एक प्रतिशत तरल आस्तियों (जैसे नकदी, सरकारी प्रतिभूतियों और स्वीकृत प्रतिभूतियों) के रूप में रखने के लिए बाध्य करता है। |
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