भारत का BIPA (Bilateral Investment Promotion and Protection Agreement) विशेष रूप से दो देशों के बीच निर्मित एक समझौता होता है जो निवेशों को प्रोत्साहित करने और संरक्षित करने के लिए बनाया जाता है। यह समझौता विभिन्न निवेशकों को स्थायीता, सुरक्षा और विवादों के समाधान की सुविधा प्रदान करने के लिए होता है।
BIPA के मुख्य विशेषताएँ:
- निवेशकों की सुरक्षा: BIPA द्वारा, दोनों देशों के निवेशकों को विभिन्न रूपों में सुरक्षित किया जाता है, जैसे कि निवेश की स्थायिता, उनकी दैनिक कार्यों में किसी भी अन्य देश में विवादों के मामले में सुरक्षा और सुरक्षा।
- निवेश के लिए प्रोत्साहन: BIPA द्वारा, निवेशकों को विभिन्न निवेश स्थलों में निवेश करने के लिए प्रोत्साहन प्रदान किया जाता है। यह आमतौर पर कर, निवेश सुविधाओं की प्रदान, और समर्थन के माध्यम से किया जाता है।
- विवादों का समाधान: BIPA में एक विशिष्ट प्रक्रिया होती है जिसे अनुसरण करते हुए निवेशक और संबंधित देश के बीच किए गए विवादों का समाधान किया जाता है। यह समाधान आमतौर पर अंतर्राष्ट्रीय विवाद समाधान (International Arbitration) के माध्यम से होता है।
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