आकार के आधार पर ज्वालामुखियों को मुख्यतः चार प्रमुख श्रेणियों में वर्गीकृत किया जा सकता है। प्रत्येक प्रकार के ज्वालामुखी की संरचना और आकार उनके विस्फोट की प्रकृति और लावे की भौतिक विशेषताओं पर निर्भर करता है। यहाँ आकार के आधार पर ज्वालामुखी के प्रकार दिए गए हैं:
1. शील्ड ज्वालामुखी (Shield Volcano)
- विशेषताएँ:
- इनका आकार ढाल के समान होता है, जो धीरे-धीरे फैलने वाले हल्के लावे के कारण बनता है।
- ये लावा ज्यादातर तरल होता है, जो बहुत दूर तक प्रवाहित हो सकता है।
- उदाहरण:
- माउंट मौना लोआ (Mauna Loa), हवाई
- किलाउआ (Kilauea), हवाई
2. स्ट्रैटोवॉल्केनो (Stratovolcano)
- विशेषताएँ:
- ये ज्वालामुखी ऊँचाई में होते हैं और अक्सर एक समकोणीय शिखर के साथ होते हैं।
- ये ठोस लावा और विस्फोटक सामग्री के मिश्रण से बने होते हैं, जिससे ये अधिक खतरनाक हो सकते हैं।
- उदाहरण:
- माउंट सेंट हेलेंस (Mount St. Helens), अमेरिका
- माउंट फूजी (Mount Fuji), जापान
- माउंट वेसुवियस (Mount Vesuvius), इटली
3. सिंडर कोन ज्वालामुखी (Cinder Cone Volcano)
- विशेषताएँ:
- ये छोटे, शंक्वाकार ज्वालामुखी होते हैं, जिनका आकार आमतौर पर 1000 फीट (300 मीटर) तक होता है।
- ये ज्वालामुखीय गैसों द्वारा निकली राख और चकमक पत्थरों के संचय से बनते हैं।
- उदाहरण:
- पारिकूटिन (Paricutin), मेक्सिको
- ताल ज्वालामुखी (Mount Taal), फिलीपींस
4. लावा डोम (Lava Dome)
- विशेषताएँ:
- ये छोटे, गोलाकार संरचनाएँ होती हैं जो गाढ़े लावे के धीरे-धीरे जमने से बनती हैं।
- लावा डोम आमतौर पर स्ट्रैटोवॉल्केनो के अंदर या उसके पास देखे जाते हैं।
- उदाहरण:
- माउंट सेंट हेलेंस के लावा डोम
5. कैल्डेरा (Caldera)
- विशेषताएँ:
- कैल्डेरा एक विशाल गड्ढे या गहरी झील होती है, जो बड़े ज्वालामुखीय विस्फोट के बाद होती है जब ज्वालामुखी का शिखर धंस जाता है।
- उदाहरण:
- येलोस्टोन कैल्डेरा (Yellowstone Caldera), अमेरिका
- क्रेटर लेक (Crater Lake), अमेरिका
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