अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में कई अद्वितीय जनजातियाँ निवास करती हैं, जिनकी संस्कृति, परंपराएँ और जीवनशैली बहुत विविध और समृद्ध हैं। ये जनजातियाँ अक्सर अपने पारंपरिक रीति-रिवाजों और सामुदायिक जीवन के लिए जानी जाती हैं। प्रमुख जनजातियों और उनकी संस्कृति का विवरण प्रस्तुत है:
1. प्रमुख जनजातियाँ
1.1. सेंटिनलीज़
- स्थान: नॉर्थ सेंटिनल द्वीप।
- संस्कृति:
- सेंटिनलीज़ एक अति-प्राचीन जनजाति है जो बाहरी संपर्क से पूरी तरह बचती है।
- यह जनजाति शिकार और मछली पकड़ने पर निर्भर करती है।
- उनकी जीवनशैली और संस्कृति बहुत पारंपरिक है, और वे बाहरी लोगों से संपर्क नहीं करना पसंद करते हैं।
1.2. जारवा
- स्थान: उत्तरी और मध्य अंडमान।
- संस्कृति:
- जारवा जनजाति आदिम शिकारी-प्रवासी है, जो अपने पारंपरिक शिकार और मछली पकड़ने की विधियों का पालन करती है।
- उनकी भाषा अद्वितीय है और मौखिक परंपरा पर आधारित है।
- जारवा जनजाति को जंगलों में जीवन जीने और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण में महारत हासिल है।
1.3. शेड्स
- स्थान: उत्तरी अंडमान में।
- संस्कृति:
- शेड्स जनजाति मुख्यतः फल-फूल और शिकार के लिए जानी जाती है।
- वे अपने पारंपरिक रीति-रिवाजों का पालन करते हैं, जिसमें अनुष्ठान और सामुदायिक समारोह शामिल होते हैं।
1.4. नीकोबारी
- स्थान: निकोबार द्वीप समूह।
- संस्कृति:
- निकोबारी जनजाति की संस्कृति में समुद्र और उसके संसाधनों का विशेष महत्व है।
- वे अपने अनूठे संगीत, नृत्य और त्यौहारों के लिए प्रसिद्ध हैं।
- उनकी जीवनशैली कृषि और समुद्री जीवन पर आधारित है।
2. संस्कृति और परंपराएँ
- भाषा:
- अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह की जनजातियों की अपनी-अपनी भाषाएँ हैं, जो अक्सर मौखिक होती हैं। इनमें से कुछ भाषाएँ एक-दूसरे से भिन्न हैं।
- कला और शिल्प:
- इन जनजातियों की कला में बांस, लकड़ी, और कागज़ से बने शिल्प शामिल हैं।
- वे पारंपरिक वस्त्रों, बुनाई और सजावटी वस्तुओं के लिए प्रसिद्ध हैं।
- त्यौहार और समारोह:
- हर जनजाति के अपने विशेष त्यौहार होते हैं, जिन्हें वे सामूहिक रूप से मनाते हैं।
- इन समारोहों में पारंपरिक नृत्य, संगीत और भोज का आयोजन किया जाता है।
- पारंपरिक रीति-रिवाज:
- जन्म, विवाह और मृत्यु के अनुष्ठान जनजातियों की सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा हैं।
- ये रीति-रिवाज उनके सामाजिक ताने-बाने को मजबूत करते हैं और उनकी संस्कृति को बनाए रखते हैं।
- खान-पान:
- जनजातियों का भोजन मुख्य रूप से समुद्री जीवों, जंगली फलों, और स्थानीय कृषि उत्पादों पर आधारित है।
- जारवा और शेड्स जनजातियाँ विशेष रूप से जंगली खाद्य पदार्थों का सेवन करती हैं।
3. संरक्षण और चुनौतियाँ
- अंडमान और निकोबार की जनजातियाँ विभिन्न चुनौतियों का सामना कर रही हैं, जैसे कि बाहरी संपर्क, प्राकृतिक आपदाएँ और पर्यावरणीय परिवर्तन।
- इनके संरक्षण के लिए विभिन्न नीतियाँ और प्रयास किए जा रहे हैं ताकि इनकी संस्कृति और जीवनशैली को सुरक्षित रखा जा सके।
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