मरुस्थल क्षेत्रों में पर्यटन के विभिन्न स्थल और गतिविधियाँ पर्यटकों को रोमांचक अनुभव प्रदान करते हैं। भारत के थार मरुस्थल में, विशेषकर राजस्थान में, मरुस्थलीय पर्यटन ने बहुत लोकप्रियता पाई है।
यहाँ कुछ प्रमुख पर्यटन स्थल और गतिविधियाँ दी गई हैं:
1. प्रमुख मरुस्थल पर्यटन स्थल
- जैसलमेर, राजस्थान: यह “गोल्डन सिटी” के नाम से प्रसिद्ध है और यहाँ का सोनार किला, पटवों की हवेली, और थार मरुस्थल के किनारे स्थित सैम रेत के टीले पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र हैं।
- बिकानेर, राजस्थान: यहाँ जूनागढ़ किला, करणी माता का चूहों का मंदिर, और गजनेर झील दर्शनीय स्थल हैं। यहां ऊंट की सवारी और रेगिस्तान उत्सव का आयोजन भी होता है।
- खुरबी, गुजरात: यह कच्छ के रण के पास स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। कच्छ का रण अपनी सफेद रेत और रण उत्सव के लिए प्रसिद्ध है, जहाँ पर्यटक शीतकाल में यहां की खूबसूरती का आनंद लेने आते हैं।
- पुष्कर, राजस्थान: प्रसिद्ध पुष्कर मेला और ऊंट की दौड़ के लिए प्रसिद्ध यह स्थान भारतीय संस्कृति और मरुस्थलीय वातावरण को दर्शाता है।
- कैलोड़े धोरी, हरियाणा: यह भी एक लोकप्रिय मरुस्थलीय पर्यटन स्थल है जहाँ ऊंट और घुड़सवारी की गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं।
2. मरुस्थलीय पर्यटन गतिविधियाँ
- ऊंट सफारी: जैसलमेर और बिकानेर में पर्यटक ऊंट की सवारी का आनंद लेते हैं, जो उन्हें रेत के टीलों पर ले जाती है। यह सफारी सैम रेत के टीलों में विशेष रूप से लोकप्रिय है।
- रेत पर मोटर राइडिंग और ड्यून बाशिंग: यह गतिविधि रोमांच पसंद करने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। जीप द्वारा रेगिस्तान के टीलों पर रोमांचकारी राइड दी जाती है।
- सूर्यास्त और सूर्य उदय का दृश्य: थार मरुस्थल में सैम के रेत के टीलों पर सूर्यास्त का दृश्य बहुत ही अद्भुत होता है। पर्यटक यहाँ सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ इस अनुभव का आनंद लेते हैं।
- कैम्पिंग: जैसलमेर, कच्छ, और खुरबी जैसे क्षेत्रों में, मरुस्थल के टीलों पर रात्रि में टेंट में रुकने की सुविधा होती है। यहाँ केम्पफायर, लोक नृत्य, और संगीत का आयोजन किया जाता है।
- रण उत्सव: कच्छ का रण उत्सव दिसंबर से फरवरी तक मनाया जाता है और इसमें कला, संगीत, लोक नृत्य, और स्थानीय हस्तशिल्प की प्रदर्शनी होती है। यहाँ पर्यटक सफेद रेत और उज्ज्वल पूर्णिमा का अनुभव लेते हैं।
- पैरासेलिंग और पैराग्लाइडिंग: थार मरुस्थल में जैसलमेर के आस-पास यह साहसिक गतिविधियाँ भी पर्यटकों के बीच प्रसिद्ध हो रही हैं।
- लोक कला और हस्तशिल्प बाजार: जैसलमेर, बाड़मेर, और खुरबी जैसे स्थानों पर मरुस्थल की पारंपरिक हस्तशिल्प वस्त्र, आभूषण, मिट्टी की मूर्तियाँ, और कढ़ाई के वस्त्र उपलब्ध होते हैं।
3. संस्कृति और परंपराएँ
- लोक नृत्य और संगीत: राजस्थान का कालबेलिया नृत्य, लंगा और मांगणियार संगीत पर्यटकों के लिए एक सांस्कृतिक अनुभव प्रदान करते हैं। इसे विशेष रूप से कैम्पिंग के दौरान प्रस्तुत किया जाता है।
- स्थानीय मेले: जैसलमेर का मरुस्थल मेला, पुष्कर मेला, और कच्छ का रण उत्सव, जहां ऊंट की दौड़, शिल्प प्रदर्शनी और सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं होती हैं।
4. वन्यजीव सफारी
- डेजर्ट नेशनल पार्क, जैसलमेर: यह पार्क ग्रेट इंडियन बस्टर्ड, रेगिस्तानी लोमड़ी, और सरीसृप प्रजातियों के संरक्षण के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ वन्यजीव सफारी का आयोजन किया जाता है।
- कच्छ का रण: यहां के रण क्षेत्र में जंगली गधा, नीलगाय, और विभिन्न पक्षी प्रजातियाँ पाई जाती हैं। सर्दियों में प्रवासी पक्षियों का आना पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र होता है।
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