प्रायद्वीपीय भारत भारतीय उपमहाद्वीप का दक्षिणी हिस्सा है, जिसे भारतीय पठार के रूप में भी जाना जाता है। इसकी उत्पत्ति भूवैज्ञानिक और ऐतिहासिक दृष्टि से करोड़ों वर्षों पुरानी है और यह भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे पुराना स्थलीय भाग माना जाता है। यह भूभाग अपनी अनूठी भौगोलिक संरचना, जलवायु, और प्राकृतिक संसाधनों के कारण विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।
प्रायद्वीपीय भारत की उत्पत्ति और भौगोलिक विवरण में निम्नलिखित महत्वपूर्ण उपविषय आते हैं:
- गोंडवाना महाद्वीप और टेक्टोनिक उत्पत्ति
- प्रायद्वीपीय भारत की भूगर्भीय संरचना
- नदियाँ और जल संसाधन
- मिट्टी के प्रकार और कृषि
- भौगोलिक और जलवायु विशेषताएँ
- खनिज संसाधन और आर्थिक महत्व
- प्राकृतिक संरचनाएँ और प्रमुख भू-आकृतियाँ
- पारिस्थितिकी और वनस्पति विविधता
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