भारत के महान मैदानों में बहने वाली प्रमुख नदियाँ इस क्षेत्र को प्राकृतिक रूप से उपजाऊ बनाती हैं और यहाँ की कृषि, जनजीवन तथा संस्कृति पर गहरा प्रभाव डालती हैं। ये नदियाँ मुख्य रूप से हिमालय से निकलती हैं और मैदानों को समृद्ध करती हैं।
भारत के महान मैदानों की कुछ प्रमुख नदियाँ निम्नलिखित हैं:
1. गंगा नदी:
- उद्गम स्थान: गंगा नदी उत्तराखंड में गंगोत्री ग्लेशियर से निकलती है।
- लंबाई: लगभग 2,525 किलोमीटर लंबी यह नदी भारत के उत्तर प्रदेश, बिहार, और पश्चिम बंगाल से होकर बहती है।
- महत्व: गंगा नदी को भारत में पवित्र माना जाता है और इसे भारतीय संस्कृति तथा धार्मिक परंपराओं में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। यह नदी प्रमुख कृषि क्षेत्रों को पानी उपलब्ध कराती है और लाखों लोगों के लिए जीवनदायिनी मानी जाती है।
2. यमुना नदी:
- उद्गम स्थान: यह नदी यमुनोत्री ग्लेशियर (उत्तराखंड) से निकलती है।
- लंबाई: लगभग 1,376 किलोमीटर लंबी यमुना नदी गंगा की एक मुख्य सहायक नदी है।
- महत्व: यह दिल्ली, उत्तर प्रदेश, और हरियाणा के क्षेत्रों को सींचती है और इन क्षेत्रों के जल स्रोत का प्रमुख भाग है। आगरा का ताजमहल यमुना के किनारे स्थित है, जो इसे एक ऐतिहासिक महत्व भी देता है।
3. सिंधु नदी:
- उद्गम स्थान: यह नदी तिब्बत के मानसरोवर झील से निकलती है।
- लंबाई: सिंधु नदी की कुल लंबाई लगभग 3,180 किलोमीटर है, लेकिन इसका अधिकांश भाग पाकिस्तान में बहता है।
- महत्व: सिंधु नदी प्राचीन सिंधु घाटी सभ्यता का केंद्र थी और इसका भारत के इतिहास में एक विशेष स्थान है। पंजाब और हरियाणा में सिंधु की कई सहायक नदियाँ, जैसे सतलुज, रावी, और व्यास, महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
4. ब्रह्मपुत्र नदी:
- उद्गम स्थान: यह नदी तिब्बत के मानसरोवर झील के पास से निकलती है और असम में प्रवेश करती है।
- लंबाई: लगभग 2,900 किलोमीटर लंबी ब्रह्मपुत्र नदी भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में असम और अरुणाचल प्रदेश से होकर बहती है।
- महत्व: यह नदी पूर्वोत्तर भारत में कृषि, मत्स्य पालन, और जल संसाधनों का मुख्य स्रोत है। ब्रह्मपुत्र में मानसून के दौरान भारी बाढ़ आती है, जो यहाँ की जलवायु और कृषि को प्रभावित करती है।
5. सोन नदी:
- उद्गम स्थान: यह नदी मध्य प्रदेश के अमरकंटक पहाड़ियों से निकलती है।
- लंबाई: सोन नदी की लंबाई लगभग 780 किलोमीटर है।
- महत्व: यह बिहार और उत्तर प्रदेश के क्षेत्रों को जल प्रदान करती है और गंगा की एक सहायक नदी है।
6. घाघरा नदी:
- उद्गम स्थान: यह तिब्बत के उच्च पर्वतीय क्षेत्र से निकलती है।
- लंबाई: इसकी कुल लंबाई लगभग 1,080 किलोमीटर है।
- महत्व: घाघरा नदी पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए महत्वपूर्ण है। यह गंगा में मिलकर इस क्षेत्र की कृषि भूमि को सिंचित करती है।
7. गंडक नदी:
- उद्गम स्थान: यह नेपाल में हिमालय से निकलती है।
- महत्व: गंडक नदी उत्तर प्रदेश और बिहार में गंगा से मिलकर इस क्षेत्र की कृषि के लिए जल उपलब्ध कराती है।
8. कोसी नदी:
- उद्गम स्थान: नेपाल में हिमालय की ऊँचाईयों से निकलती है।
- महत्व: यह बिहार में बहती है और अपनी बार-बार बाढ़ लाने की प्रवृत्ति के कारण इसे ‘बिहार का शोक’ भी कहा जाता है।
9. चंबल नदी:
- उद्गम स्थान: यह मध्य प्रदेश के विंध्याचल पर्वत से निकलती है।
- महत्व: चंबल नदी राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कई क्षेत्रों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराती है। यह यमुना की एक सहायक नदी है।
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