भारत में अनेक प्रमुख झीलें हैं, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक महत्व, और पर्यावरणीय महत्व के लिए जानी जाती हैं।
भारत की कुछ प्रमुख झीलों का विवरण दिया गया है:
1. डल झील (जम्मू और कश्मीर)
- स्थान: श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर
- प्रसिद्धि: इसे “कश्मीर का गहना” कहा जाता है।
- विशेषता: यह एक प्राकृतिक मीठे पानी की झील है और यहाँ शिकारा नावों की सवारी प्रसिद्ध है। इसके अलावा, झील में हाउसबोट और तैरते हुए बगीचे भी देखने योग्य हैं।
2. वूलर झील (जम्मू और कश्मीर)
- स्थान: बांडीपोरा जिला, जम्मू और कश्मीर
- प्रकार: ताजे पानी की झील
- विशेषता: यह भारत की सबसे बड़ी मीठे पानी की झीलों में से एक है। इसका निर्माण टेक्टोनिक हलचलों से हुआ था और यह मछलियों का प्रमुख स्रोत भी है।
3. पिछोला झील (राजस्थान)
- स्थान: उदयपुर, राजस्थान
- प्रसिद्धि: झील के किनारे सिटी पैलेस और जग मंदिर स्थित हैं, जो इसे और भी आकर्षक बनाते हैं।
- विशेषता: यह एक कृत्रिम झील है, जिसका निर्माण 14वीं सदी में किया गया था। झील में बोटिंग और इसके सुंदर दृश्य बहुत प्रसिद्ध हैं।
4. फतेहसागर झील (राजस्थान)
- स्थान: उदयपुर, राजस्थान
- प्रकार: कृत्रिम झील
- विशेषता: यह पिछोला झील के पास स्थित है और यहाँ नेहरू गार्डन, मछलीघर, और ऊंची बाँध दीवारें हैं। यह पर्यटन के लिए एक प्रमुख स्थल है।
5. सांभर झील (राजस्थान)
- स्थान: जयपुर और नागौर जिलों के बीच
- प्रकार: खारे पानी की झील
- विशेषता: यह भारत की सबसे बड़ी अंतर्देशीय नमक झील है और राजस्थान में स्थित है। यहाँ से नमक का उत्पादन भी किया जाता है, जो भारत के नमक उत्पादन में महत्त्वपूर्ण योगदान देता है।
6. चिल्का झील (ओडिशा)
- स्थान: पुरी, खुर्दा, और गंजाम जिलों के पास, ओडिशा
- प्रकार: लैगून झील (खारे पानी की झील)
- विशेषता: यह एशिया की सबसे बड़ी खारे पानी की झील है और प्रवासी पक्षियों का एक प्रमुख आश्रय स्थल है। यहाँ सर्दियों में साइबेरिया और अन्य स्थानों से हजारों पक्षी आते हैं।
7. वेम्बनाड झील (केरल)
- स्थान: केरल राज्य
- प्रकार: तटीय लैगून झील
- विशेषता: यह केरल की सबसे बड़ी झील है और इसका पानी खारा होता है। यहाँ हर साल प्रसिद्ध नेहरू ट्रॉफी नाव दौड़ का आयोजन किया जाता है।
8. लोकटक झील (मणिपुर)
- स्थान: मणिपुर राज्य
- प्रकार: मीठे पानी की झील
- विशेषता: यह तैरते हुए द्वीपों के लिए प्रसिद्ध है, जिन्हें फुमदी कहा जाता है। इस झील पर केबुल लामजाओ नेशनल पार्क स्थित है, जो दुनिया का एकमात्र तैरता हुआ राष्ट्रीय उद्यान है।
9. नैनी झील (उत्तराखंड)
- स्थान: नैनीताल, उत्तराखंड
- प्रकार: प्राकृतिक झील
- विशेषता: यह झील अपनी प्राकृतिक सुंदरता और नैनीताल शहर के बीच स्थित होने के कारण पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र है। इसे “नैनीताल की आँख” भी कहा जाता है।
10. हुसैन सागर झील (तेलंगाना)
- स्थान: हैदराबाद, तेलंगाना
- प्रकार: कृत्रिम झील
- विशेषता: इसका निर्माण 16वीं सदी में हुआ था। इस झील के मध्य में भगवान बुद्ध की विशाल मूर्ति स्थापित है, जो इसे आकर्षक बनाती है।
11. लोनार झील (महाराष्ट्र)
- स्थान: बुलढाणा जिला, महाराष्ट्र
- प्रकार: ज्वालामुखीय झील
- विशेषता: यह दुनिया की कुछ दुर्लभ खारे पानी की ज्वालामुखीय झीलों में से एक है। इसका निर्माण उल्का पिंड के गिरने से हुआ था और इसका पानी क्षारीय है।
12. पुलिकट झील (तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश)
- स्थान: आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु की सीमा पर
- प्रकार: खारे पानी की लैगून झील
- विशेषता: यह पक्षियों के प्रवास के लिए जानी जाती है और यहाँ फ्लेमिंगो पक्षियों का मेला लगता है।
13. भीमताल झील (उत्तराखंड)
- स्थान: नैनीताल जिला, उत्तराखंड
- प्रकार: प्राकृतिक झील
- विशेषता: यह नैनीताल के पास स्थित एक बड़ी झील है, और इसका नाम महाभारत के भीम के नाम पर रखा गया है।
14. त्सो मोरीरी झील (लद्दाख)
- स्थान: लद्दाख, भारत
- प्रकार: मीठे पानी की झील
- विशेषता: यह अत्यधिक ऊँचाई पर स्थित है और यहाँ कई दुर्लभ प्रजाति के पक्षी पाए जाते हैं। यह स्थल अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है।
15. गुरुडोंगमार झील (सिक्किम)
- स्थान: सिक्किम
- प्रकार: हिमालय की मीठे पानी की झील
- विशेषता: यह भारत की सबसे ऊंचाई पर स्थित झीलों में से एक है और धार्मिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण मानी जाती है।
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