कडप्पा प्रणाली की चट्टानों का गठन एक जटिल भूगर्भीय प्रक्रिया के परिणामस्वरूप हुआ है। इसके गठन में विभिन्न प्राकृतिक प्रक्रियाएँ शामिल हैं, जो निम्नलिखित हैं:
1. अवसाद संचय (Sediment Accumulation)
- कडप्पा प्रणाली की चट्टानों का मुख्य गठन अवसादी चट्टानों के संचय से हुआ है।
- प्रारंभिक चरण में, विभिन्न जल निकायों, जैसे नदियों और समुद्रों के किनारे, मिट्टी, कंकड़, और अन्य अवसाद एकत्रित होते हैं।
2. संपीड़न (Compaction)
- जब अवसाद एकत्रित होते हैं, तो वे समय के साथ एक दूसरे के ऊपर जमा हो जाते हैं।
- इस प्रक्रिया में वजन के प्रभाव से निचले अवसाद संकुचित होते हैं, जिससे उनकी मात्रा कम होती है और वे एक-दूसरे के करीब आ जाते हैं।
3. सिमेंटेशन (Cementation)
- अवसादों के संकुचन के बाद, उनमें उपस्थित पानी में घुली हुई खनिज सामग्री (जैसे सिलिका, कैल्शियम कार्बोनेट) अवसादों के बीच की खाली जगहों में भर जाती है।
- यह सिमेंटेशन प्रक्रिया अवसादी चट्टानों को एक ठोस रूप देती है और उन्हें एकजुट करती है।
4. ज्वालामुखीय गतिविधियाँ (Volcanic Activity)
- कुछ कडप्पा चट्टानें ज्वालामुखीय गतिविधियों के परिणामस्वरूप बनी हैं, जहां मैग्मा पृथ्वी के आंतरिक हिस्सों से बाहर आकर ठोस रूप में बदल जाता है।
- ये ज्वालामुखीय चट्टानें क्षेत्र के भूगर्भीय विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
5. मेटामॉर्फिज़्म (Metamorphism)
- कुछ अवसादी चट्टानें उच्च तापमान और दबाव के कारण मेटामॉर्फिक चट्टानों में परिवर्तित हो जाती हैं।
- उदाहरण के लिए, शेल चट्टानें स्लेट में बदल सकती हैं।
6. जलवायु परिवर्तन और अपक्षय (Climate Change and Erosion)
- कडप्पा प्रणाली की चट्टानों का गठन जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से भी प्रभावित हुआ है।
- अपक्षय की प्रक्रिया के माध्यम से, चट्टानों का विघटन और पुनर्संरचना होती है, जो नई चट्टानों के विकास का कारण बनती है।
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