कडप्पा प्रणाली के क्षेत्र की जलवायु की विशेषताएँ मुख्य रूप से उपोष्णकटिबंधीय और अर्ध-शुष्क जलवायु से संबंधित होती हैं। इस क्षेत्र की जलवायु परिस्थितियाँ यहाँ की कृषि, वनस्पति, और जीवनशैली पर व्यापक प्रभाव डालती हैं। यहाँ कडप्पा प्रणाली के क्षेत्र में जलवायु की प्रमुख विशेषताएँ दी गई हैं:
1. उपोष्णकटिबंधीय जलवायु (Subtropical Climate)
- कडप्पा प्रणाली का अधिकांश भाग उपोष्णकटिबंधीय जलवायु के अंतर्गत आता है। यहाँ गर्मी के मौसम में अत्यधिक तापमान देखा जाता है, जबकि सर्दियाँ हल्की और शुष्क होती हैं।
- ग्रीष्म ऋतु: मार्च से जून तक गर्मी का मौसम होता है। इस दौरान तापमान 35°C से 45°C तक पहुँच सकता है, और अत्यधिक गर्मी के कारण यहां सूखा पड़ने की संभावना रहती है।
- सर्द ऋतु: नवंबर से फरवरी तक सर्दियों का मौसम होता है, जब तापमान 15°C से 25°C के बीच होता है। सर्दियाँ शुष्क होती हैं, और ठंड का प्रभाव मध्यम रहता है।
2. मानसून (Monsoon)
- दक्षिण-पश्चिम मानसून: कडप्पा प्रणाली के क्षेत्र में मुख्य वर्षा मानसून के मौसम में होती है, जो जून से सितंबर तक रहता है। इस समय दक्षिण-पश्चिम मानसून हवाएँ इस क्षेत्र में अच्छी वर्षा लाती हैं।
- वर्षा: वार्षिक औसत वर्षा लगभग 700 मिमी से 900 मिमी के बीच होती है। वर्षा असमान रूप से वितरित होती है और कई बार अनिश्चित होती है। मानसून की वर्षा कृषि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होती है।
- अत्यधिक वर्षा के प्रभाव: कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, लेकिन सामान्यतः यह क्षेत्र अपेक्षाकृत सूखा माना जाता है।
3. अर्ध-शुष्क जलवायु (Semi-Arid Climate)
- कडप्पा प्रणाली के कुछ हिस्सों में अर्ध-शुष्क जलवायु भी पाई जाती है, खासकर उन क्षेत्रों में जहाँ वार्षिक वर्षा की मात्रा कम होती है।
- कम वर्षा: वर्षा की कमी के कारण यहाँ पानी की कमी और सूखे की समस्या बनी रहती है। यह जलवायु कृषि को प्रभावित करती है, और सिंचाई की आवश्यकता अधिक होती है।
- सूखा: इस क्षेत्र में कभी-कभी लंबे समय तक सूखा पड़ सकता है, जो फसलों की उपज और ग्रामीण जीवन को प्रभावित करता है।
4. वातावरणीय आर्द्रता (Humidity)
- गर्मी में आर्द्रता: गर्मी के मौसम में आर्द्रता कम होती है, जिससे मौसम अत्यधिक शुष्क हो जाता है। शुष्क हवाएँ इस समय चलती हैं, जिससे लू (हीटवेव) का खतरा रहता है।
- मानसून के दौरान आर्द्रता: मानसून के दौरान वातावरण में आर्द्रता बढ़ जाती है, जो गर्मी के प्रभाव को कम करती है और वातावरण को नम बनाती है।
5. विंड पैटर्न (Wind Patterns)
- कडप्पा प्रणाली के क्षेत्र में हवाओं का प्रभाव विशेष रूप से गर्मियों और मानसून के दौरान देखा जाता है।
- दक्षिण-पश्चिम मानसूनी हवाएँ: मानसून के दौरान दक्षिण-पश्चिम हवाएँ यहाँ नमी लेकर आती हैं और वर्षा का कारण बनती हैं।
- सूखी हवाएँ: सर्दियों और गर्मियों में शुष्क हवाएँ चलती हैं, जो क्षेत्र में सूखे की स्थिति पैदा कर सकती हैं।
6. तापमान (Temperature)
- ग्रीष्मकाल: गर्मियों में तापमान बहुत अधिक होता है, जो आमतौर पर 40°C से ऊपर पहुँच जाता है। कुछ स्थानों पर लू के कारण स्थिति और भी खराब हो सकती है।
- शीतकाल: सर्दियों में तापमान 15°C तक गिर सकता है, लेकिन यह मौसम आमतौर पर सुखद और ठंडा होता है।
7. जलवायु परिवर्तन का प्रभाव (Impact of Climate Change)
- हाल के वर्षों में जलवायु परिवर्तन के कारण कडप्पा प्रणाली के क्षेत्र में मानसून की अनिश्चितता, सूखे की अवधि में वृद्धि, और अत्यधिक गर्मी जैसी समस्याएँ देखी जा रही हैं।
- कृषि पर प्रभाव: जलवायु परिवर्तन ने इस क्षेत्र की कृषि उत्पादकता को प्रभावित किया है, क्योंकि वर्षा की अनियमितता से फसलों की पैदावार पर असर पड़ा है।
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