तटीय मैदान की परिभाषा
तटीय मैदान उन भूभागों को संदर्भित करते हैं जो समुद्र के किनारे स्थित होते हैं और अक्सर नदियों द्वारा निर्मित डेल्टा क्षेत्रों का हिस्सा होते हैं। ये मैदान आमतौर पर समुद्र के निकट होते हैं और जलवायु, भूगोल, और पारिस्थितिकी में विशिष्ट विशेषताओं के लिए जाने जाते हैं।
प्रमुख विशेषताएँ:
- जलवायु: तटीय मैदानों में उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय जलवायु होती है, जिसमें उच्च आर्द्रता और नियमित वर्षा होती है।
- भूगोल: ये मैदान समतल होते हैं और समुद्री जल के प्रभाव के कारण अक्सर नम भूमि और मैंग्रोव वन पाए जाते हैं।
- पारिस्थितिकी: तटीय मैदानों में जैव विविधता उच्च होती है, जिसमें कई प्रकार के पौधे, जानवर, और समुद्री जीवन शामिल हैं।
उदाहरण
भारत में कई तटीय मैदान हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
- गोवा का तटीय मैदान: यहाँ के सुंदर समुद्र तट और पर्यटन स्थलों के लिए प्रसिद्ध है।
- केरल का तटीय मैदान: इसे “कृषि का हरा सोना” कहा जाता है, जहाँ ताजे मसालों और फलों की खेती की जाती है।
- तमिलनाडु का तटीय मैदान: यहाँ की मिट्टी चावल, नारियल, और अन्य कृषि उत्पादों के लिए उपयुक्त है।
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