स्टैंप और केंड्रू के द्वारा भारतीय जलवायु का वर्गीकरण (Stamp and Kendal’s Climate Classification) भारतीय जलवायु के विश्लेषण और वर्गीकरण का एक और महत्वपूर्ण तरीका है, जिसे भारतीय जलवायु की विशेषताओं को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया था। यह वर्गीकरण कोपेन के वर्गीकरण से अलग है और भारतीय जलवायु के और अधिक विशिष्ट पहलुओं को ध्यान में रखता है। स्टैंप और केंड्रू का वर्गीकरण मुख्य रूप से भारत की भौगोलिक और पर्यावरणीय विविधताओं को समझने में मदद करता है।
इस प्रणाली में जलवायु को चार प्रमुख श्रेणियों में विभाजित किया गया है:
1. उष्णकटिबंधीय या उष्ण जलवायु (Tropical Climate)
यह जलवायु क्षेत्र भारत के समूचे दक्षिणी और मध्य भाग में पाया जाता है, जहां का तापमान गर्म और उमस भरा होता है। यहाँ की वर्षा भी उच्च होती है, खासकर मानसून के समय।
- विशेषताएँ:
- पूरे वर्ष उच्च तापमान (25°C से ऊपर) रहता है।
- वर्षा की मात्रा अधिक होती है (1,000 मिमी से 4,000 मिमी तक)।
- वर्षा में स्पष्ट अंतर नहीं होता है और यह अधिकतर मानसून (जून से सितंबर) के समय होती है।
- वनस्पति: उष्णकटिबंधीय वर्षावन।
- उदाहरण: दक्षिण भारत, पश्चिमी घाट, और पूर्वोत्तर भारत (मेघालय और असम)।
2. उपोष्णकटिबंधीय जलवायु (Sub-Tropical Climate)
यह जलवायु भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों, विशेष रूप से उत्तर भारत में पाई जाती है। यह जलवायु क्षेत्र गर्मियों में बहुत गर्म होता है, जबकि सर्दियों में ठंडा होता है। इस क्षेत्र में मानसून के दौरान अधिक वर्षा होती है, लेकिन वर्षा का वितरण बहुत सुसंगत नहीं होता।
- विशेषताएँ:
- गर्मियों में तापमान 35°C-40°C तक हो सकता है, और सर्दियों में यह 10°C के आसपास होता है।
- वर्षा 500-1,500 मिमी के बीच होती है, और यह मानसून पर निर्भर करती है।
- वनस्पति: शुष्क और अर्ध-शुष्क क्षेत्र, जहाँ गन्ना, गेहूँ और मक्का जैसी फसलें उगाई जाती हैं।
- उदाहरण: पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान।
3. शीतोष्ण जलवायु (Temperate Climate)
यह जलवायु क्षेत्र भारतीय हिमालयी क्षेत्रों में पाया जाता है। यहाँ के तापमान बहुत कम होते हैं, और सर्दियाँ बहुत ठंडी होती हैं। यहाँ की वर्षा मुख्यतः बर्फबारी के रूप में होती है।
- विशेषताएँ:
- यहाँ का तापमान सर्दियों में बहुत ठंडा और ग्रीष्मकाल में हल्का गर्म होता है।
- बर्फबारी और वर्षा मुख्य रूप से सर्दियों में होती है।
- वनस्पति: शीतोष्ण वन, शंकुधारी वृक्ष।
- उदाहरण: जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, और सिक्किम।
4. रेगिस्तानी या शुष्क जलवायु (Desert Climate)
यह जलवायु भारत के पश्चिमी हिस्से में, विशेषकर राजस्थान के थार मरुस्थल में पाई जाती है। यहाँ की जलवायु अत्यधिक शुष्क होती है और वर्षा की मात्रा बहुत कम होती है।
- विशेषताएँ:
- वर्षा 100 मिमी से भी कम होती है, और यहाँ गर्मी में तापमान 45°C तक पहुँच सकता है।
- यहाँ की वनस्पति मरुस्थलीय होती है, जिसमें झाड़ियाँ और कुछ उधारी वृक्ष होते हैं।
- उदाहरण: राजस्थान, गुजरात (कच्छ), कर्नाटका के कुछ भाग।
विभाजन सारांश:
- उष्णकटिबंधीय जलवायु: भारत के दक्षिणी और मध्य क्षेत्र, जहां उच्च तापमान और वर्षा होती है।
- उपोष्णकटिबंधीय जलवायु: उत्तर-पश्चिम भारत के शुष्क और अर्ध-शुष्क क्षेत्र।
- शीतोष्ण जलवायु: हिमालयी क्षेत्रों के उच्च इलाकों में बर्फबारी के साथ ठंडी जलवायु।
- रेगिस्तानी जलवायु: राजस्थान और कच्छ के मरुस्थलीय क्षेत्रों में शुष्क जलवायु।
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