“सारणीकरण” शब्द का अर्थ है जानकारी या डेटा को संग्रहीत करना और उसे तालिका या सारणी के रूप में प्रस्तुत करना। यह एक प्रकार का संग्रहण और प्रबंधन प्रक्रिया है जिसमें डेटा को एक निर्दिष्ट ढंग से व्यवस्थित किया जाता है ताकि उसे सहजता से समझा और प्रयोग किया जा सके।
1. डेटा को संग्रहीत करना: सारणीकरण का मुख्य उद्देश्य डेटा को संग्रहित करना होता है। यह जानकारी को एक स्थान पर इकट्ठा करने की सुविधा प्रदान करता है।
2. डेटा को व्यवस्थित करना: सारणीकरण डेटा को विशिष्ट तरीके से व्यवस्थित करने की मदद करता है, जिससे डेटा को समझना, विश्लेषण करना, और उपयोग करना आसान होता है।
3. संग्रहित जानकारी को संवर्धित (enhanced) करना: सारणीकरण जानकारी को संवर्धित करता है और उसे व्यक्तिगत या व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए उपयोगी बनाता है।
4. डेटा की तुलना करना: सारणीकरण की मदद से डेटा को तुलना करना आसान होता है, जिससे विभिन्न पैरामीटरों के बीच अंतर का पता लगाया जा सकता है।
5. निर्णय लेना: सारणीकरण डेटा को संग्रहित करने, व्यवस्थित करने, और विश्लेषण करने के बाद निर्णय लेने में मदद करता है। इससे निर्णयकर्ताओं को बेहतर और सही निर्णय लेने में सहायता मिलती है।
सारणीकरण के तीन मुख्य प्रकार हैं:
1. सरल सारणीकरण/ Simple Tabulation: एक सरल सारणीकरण में, डेटा को एक चर और उसके मानों के साथ पंक्तियों (rows) और स्तंभों (columns)में व्यवस्थित किया जाता है। उदाहरण के लिए, किसी स्कूल में ग्रेड स्तर के अनुसार छात्रों की संख्या का एक सरल सारणीकरण प्रत्येक ग्रेड को एक पंक्ति के रूप में और संबंधित छात्रों की संख्या को एक कॉलम के रूप में सूचीबद्ध करेगा।
उदाहरण: एक गाँव में पड़ने वाले लोगों की आयु का विवरण।
आयु समूह | लोगों की संख्या |
---|---|
0-10 | 50 |
11-20 | 70 |
21-30 | 45 |
31-40 | 60 |
41-50 | 55 |
51-60 | 30 |
61 और अधिक | 25 |
इस उदाहरण में, प्रत्येक आयु समूह को एक पंक्ति में और उनकी संख्या को उसके खिलाफ एक स्तंभ में दर्ज किया गया है। यह एक साधारण सारणी है जिसमें एक ही चर (आयु) और उसके मान (आयु समूह) को संगठित किया गया है।
2. दोहरा सारणीकरण/ Double Tabulation: दोहरे सारणीकरण में दो चर के आधार पर डेटा का वर्गीकरण शामिल होता है। उदाहरण के लिए, किसी स्कूल में ग्रेड स्तर और लिंग के आधार पर छात्रों की संख्या का दोहरा सारणीकरण प्रत्येक ग्रेड को एक पंक्ति के रूप में सूचीबद्ध करेगा, और पुरुष और महिला छात्रों की संबंधित संख्या को कॉलम के रूप में सूचीबद्ध करेगा।
उदाहरण: मान लें कि हमारे पास एक स्कूल में छात्रों की संख्या पर डेटा है, जो उनके कक्षा स्तर (कक्षा 1, कक्षा 2, कक्षा 3) और उनके लिंग (पुरुष, महिला) के अनुसार वर्गीकृत है। हम इस डेटा को प्रस्तुत करने के लिए एक डबल सारणीकरण बना सकते हैं।
कक्षा स्तर | पुरुष छात्र | महिला छात्र |
---|---|---|
कक्षा 1 | 20 | 15 |
कक्षा 2 | 25 | 20 |
कक्षा 3 | 30 | 25 |
इस उदाहरण में, हमारे पास दो चर हैं: कक्षा स्तर और लिंग। डेटा दोनों चरों के आधार पर वर्गीकृत है। प्रत्येक पंक्ति एक कक्षा स्तर को प्रतिनिधित करती है, और स्तंभ प्रत्येक कक्षा स्तर में पुरुष और महिला छात्रों की संख्या को प्रतिनिधित करते हैं। यह एक डबल सारणीकरण है क्योंकि हम दो चरों के आधार पर डेटा को सारणीबद्ध कर रहे हैं।
3. जटिल सारणीकरण/ Complex Tabulation: एक जटिल सारणीकरण में तीन या अधिक चर के आधार पर डेटा का वर्गीकरण शामिल होता है। उदाहरण के लिए, ग्रेड स्तर, लिंग और जातीयता के आधार पर एक स्कूल में छात्रों की संख्या का एक जटिल सारणीकरण प्रत्येक ग्रेड को एक पंक्ति के रूप में सूचीबद्ध करेगा, और प्रत्येक जातीय समूह के पुरुष और महिला छात्रों की संबंधित संख्या को कॉलम के रूप में सूचीबद्ध करेगा।
उदाहरण: मान लें कि हमारे पास एक स्कूल में छात्रों की संख्या का डेटा है, जो उनके कक्षा स्तर (कक्षा 1, कक्षा 2, कक्षा 3), उनके लिंग (पुरुष, महिला), और उनकी जाति (एशियाई, अफ्रीकन अमेरिकन, कॉकेशियन) के अनुसार वर्गीकृत है। हम इस डेटा को प्रस्तुत करने के लिए एक जटिल सारणीकरण बना सकते हैं।
कक्षा स्तर | पुरुष (एशियाई) | पुरुष (अफ्रीकन अमेरिकन) | पुरुष (कॉकेशियन) | महिला (एशियाई) | महिला (अफ्रीकन अमेरिकन) | महिला (कॉकेशियन) |
---|---|---|---|---|---|---|
कक्षा 1 | 10 | 5 | 5 | 8 | 3 | 4 |
कक्षा 2 | 12 | 6 | 7 | 10 | 4 | 6 |
कक्षा 3 | 15 | 7 | 8 | 12 | 5 | 8 |
इस उदाहरण में, हमारे पास तीन चर हैं: कक्षा स्तर, लिंग, और जाति। डेटा तीनों चरों के आधार पर वर्गीकृत है। प्रत्येक पंक्ति एक कक्षा स्तर को प्रतिनिधित करती है, और प्रत्येक स्तंभ पुरुषों और महिलाओं की संख्या को उनकी जाति के अनुसार प्रतिनिधित करता है। यह तीन चरों के आधार पर डेटा को सारणीबद्ध करने के लिए एक जटिल सारणीकरण है।
1. स्पष्टता: सारणी में शामिल किए जाने वाले डेटा को स्पष्टता से प्रस्तुत किया जाना चाहिए। हर स्तम्भ और पंक्ति का मतलब स्पष्ट होना चाहिए।
2. संगठन: सारणी को संगठित रूप में प्रस्तुत किया जाना चाहिए। सभी डेटा को अपने योग्य स्तम्भों और पंक्तियों में सही क्रम में संगठित करना चाहिए।
3. सामर्थ्य: सारणी में जितना संभव हो सके, उसे संगठित और सामर्थ्यपूर्ण बनाए रखना चाहिए। सारणी में अधिक समय लेने वाले, या अनावश्यक जानकारी को शामिल करने से बचना चाहिए।
4. संबंधितता: जब संभावना हो, संबंधित डेटा को संबंधित स्थान पर सारणी में संगठित किया जाना चाहिए। इससे उपयोगकर्ता को डेटा के बीच के संबंधों का अधिक स्पष्ट अनुभव होता है।
5. उपयोगिता: सारणी में शामिल किए गए डेटा का उपयोगिता होना चाहिए। यह डेटा को जानकारी के रूप में सामग्री को सही समय पर प्रस्तुत करने में मदद करता है।
6. संरक्षण: सारणी में शामिल किए गए डेटा को सुरक्षित रखना चाहिए। किसी भी गोपनीय या प्रतिस्पर्धी डेटा को संरक्षित रखने के लिए उपाय अवलंबित किए जाने चाहिए।
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