बिहार के वन्यजीव और संरक्षित क्षेत्र राज्य की जैव विविधता को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यहाँ विभिन्न वन्यजीव अभयारण्य और राष्ट्रीय उद्यान स्थित हैं, जो कई दुर्लभ और लुप्तप्राय प्रजातियों के आवास हैं। ये संरक्षित क्षेत्र न केवल वन्यजीव संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि पर्यावरणीय संतुलन और पर्यावरणीय पर्यटन को भी बढ़ावा देते हैं।
प्रमुख वन्यजीव और संरक्षित क्षेत्र
1. वाल्मीकि राष्ट्रीय उद्यान
- स्थान: पश्चिम चंपारण जिला
- विशेषताएँ:
- यह बिहार का एकमात्र राष्ट्रीय उद्यान है।
- यहाँ बाघ, हाथी, हिरण, और विभिन्न प्रकार के पक्षी पाए जाते हैं।
- यह राष्ट्रीय उद्यान भारत-नेपाल सीमा पर स्थित है और यह वाल्मीकि टाइगर रिजर्व का हिस्सा है।
- वनस्पति: साल, सागौन, बांस और मिश्रित वन।
2. कांवर झील पक्षी अभयारण्य
- स्थान: बेगूसराय जिला
- विशेषताएँ:
- यह झील प्रवासी पक्षियों के लिए प्रसिद्ध है।
- यहाँ सारस, बत्तख, चिड़िया, और अन्य जलपक्षी पाए जाते हैं।
- यह पक्षी अभयारण्य झील और आस-पास के आर्द्रभूमि क्षेत्रों को कवर करता है।
- वनस्पति: जलकुंभी, सरकंडा, और अन्य जल वनस्पतियाँ।
3. भीमबांध वन्यजीव अभयारण्य
- स्थान: मुंगेर जिला
- विशेषताएँ:
- यहाँ बाघ, तेंदुआ, हिरण, जंगली सूअर, और अन्य वन्यजीव पाए जाते हैं।
- यह क्षेत्र हॉट स्प्रिंग्स के लिए भी प्रसिद्ध है।
- वनस्पति: साल, शीशम, सागौन, और मिश्रित वन।
4. रजौली वन्य जीव अभ्यारण्य
- रजौली वन्य जीव अभ्यारण नवादा जिले में स्थित है.
- नवादा जिले के रजौली जंगल के एक बड़े हिस्से को वन्य जीव अभयारण्य (वाइल्ड लाइफ सेंचुरी) की मान्यता प्रदान कर दी गयी है।
- इसका विस्तार लगभग 27.27 वर्ग किलोमीटर है.
- यहाँ मुख्य रूप से भालू, सांभर,लकड़बग्गा आदि शामिल हैं।
5. राजगीर वन्यजीव अभयारण्य
- स्थान: नालंदा जिला
- विशेषताएँ:
- यहाँ तेंदुआ, जंगली सूअर, नीलगाय, और विभिन्न प्रकार के पक्षी पाए जाते हैं।
- यह क्षेत्र राजगीर हिल्स में स्थित है और बौद्ध धार्मिक स्थल के पास है।
- वनस्पति: साल, सागौन, और मिश्रित वन।
अन्य संरक्षित क्षेत्र
1. संजय गांधी जैविक उद्यान
- स्थान: पटना
- विशेषताएँ:
- यह एक प्रमुख चिड़ियाघर है, जिसमें कई प्रकार के वन्यजीव और पक्षी पाए जाते हैं।
- यह स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण है।
2. विक्रमशिला गंगेटिक डॉल्फिन सैंक्चुरी
- स्थान: भागलपुर जिला
- विशेषताएँ:
- यह गंगा नदी में स्थित है और यहाँ गंगेटिक डॉल्फिन का संरक्षण किया जाता है।
- यह क्षेत्र डॉल्फिन के अलावा कई अन्य जलीय जीवों का भी घर है।
वन्यजीव और संरक्षित क्षेत्रों का महत्व
- जैव विविधता संरक्षण: ये क्षेत्र विभिन्न वन्यजीव और पौधों की प्रजातियों को संरक्षित करने में मदद करते हैं।
- पर्यावरण संतुलन: ये क्षेत्र पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- शोध और शिक्षा: ये क्षेत्र वैज्ञानिक शोध और पर्यावरण शिक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं।
- पर्यटन: संरक्षित क्षेत्र पर्यटकों को आकर्षित करते हैं और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देते हैं।
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