बिहार में स्थान और विस्तार
1. भौगोलिक स्थिति
बिहार, भारत के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित एक राज्य है, जो गंगा नदी के मैदानी क्षेत्र में फैला हुआ है। राज्य की भौगोलिक स्थिति निम्नलिखित अक्षांश और देशांतर के बीच है:
- अक्षांश: 24°20′ N से 27°31′ N
- देशांतर: 83°19′ E से 88°17′ E
2. क्षेत्रफल और विस्तार
बिहार का कुल क्षेत्रफल लगभग 94,163 वर्ग किलोमीटर है, जो इसे भारत के छोटे राज्यों में से एक बनाता है। क्षेत्रफल के अनुसार, बिहार का विस्तार इस प्रकार है:
- उत्तर-दक्षिण लंबाई: लगभग 345 किलोमीटर
- पूर्व-पश्चिम चौड़ाई: लगभग 483 किलोमीटर
3. प्रमुख भौगोलिक विशेषताएँ
- नदियाँ: गंगा, कोसी, गंडक, सोन, बागमती, और फल्गु जैसी प्रमुख नदियाँ बिहार से होकर बहती हैं। गंगा नदी राज्य के मध्य से बहती है और इसे दो भागों में विभाजित करती है।
- मैदानी क्षेत्र: बिहार मुख्यतः गंगा नदी के मैदानी क्षेत्र में स्थित है, जो अत्यंत उपजाऊ है और कृषि के लिए उपयुक्त है।
- तराई क्षेत्र: नेपाल की सीमा से लगे क्षेत्रों में तराई क्षेत्र पाया जाता है, जो उष्णकटिबंधीय वनस्पति से भरपूर है।
4. जलवायु और मौसम
बिहार की जलवायु मुख्यतः उष्णकटिबंधीय मानसूनी जलवायु है, जिसमें तीन मुख्य ऋतुएँ पाई जाती हैं:
- ग्रीष्म ऋतु: मार्च से जून तक, तापमान 35°C से 45°C तक जा सकता है।
- वर्षा ऋतु: जुलाई से सितंबर तक, जब दक्षिण-पश्चिम मानसून सक्रिय होता है। इस दौरान औसत वार्षिक वर्षा लगभग 1000 मिमी से 1500 मिमी तक होती है।
- शीत ऋतु: अक्टूबर से फरवरी तक, तापमान 4°C से 10°C तक जा सकता है।
5. मृदा और वनस्पति
- मृदा के प्रकार: जलोढ़ मृदा, बलुई मृदा, और गाद वाली मृदा प्रमुख हैं, जो कृषि के लिए अत्यंत उपयुक्त हैं।
- वनस्पति: प्राकृतिक वनस्पति में उष्णकटिबंधीय पर्णपाती वन प्रमुख हैं, लेकिन राज्य का अधिकांश भाग कृषि योग्य भूमि में परिवर्तित हो चुका है।
6. प्राकृतिक संसाधन
- जल संसाधन: बिहार नदियों और जलाशयों से समृद्ध है, जो सिंचाई और पेयजल के मुख्य स्रोत हैं।
- खनिज संसाधन: हालांकि बिहार में खनिज संसाधनों की प्रचुरता नहीं है, फिर भी कुछ क्षेत्रों में बालू, पत्थर, और मिट्टी का खनन होता है।
- वन और वन्य जीव संसाधन: सीमित वन क्षेत्र में उष्णकटिबंधीय वन्य जीव पाए जाते हैं।
7. प्राकृतिक आपदाएँ
- बाढ़: गंगा और इसकी सहायक नदियों के कारण बिहार में बाढ़ की समस्या आम है, खासकर मानसून के दौरान।
- सूखा: कुछ क्षेत्रों में अनियमित वर्षा के कारण सूखे की समस्या भी देखी जाती है।
प्रमुख स्थान:
- पटना: बिहार की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। यह ऐतिहासिक रूप से पाटलिपुत्र के नाम से जाना जाता था और मौर्य और गुप्त साम्राज्यों की राजधानी थी।
- गया: यह स्थान बोधगया के लिए प्रसिद्ध है, जहां भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। बोधगया में महाबोधि मंदिर एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है।
- नालंदा: यहाँ प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के अवशेष हैं, जो दुनिया के सबसे पुराने विश्वविद्यालयों में से एक माना जाता है।
- राजगीर: यह एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल और पर्यटन स्थल है, जो अपनी ऐतिहासिक और धार्मिक महत्त्व के लिए जाना जाता है।
- वैशाली: यह स्थान भगवान महावीर की जन्मभूमि है और बौद्ध धर्म का एक महत्वपूर्ण केंद्र भी रहा है।
- भागलपुर: यह रेशम उद्योग के लिए प्रसिद्ध है और इसे “रेशम नगरी” भी कहा जाता है।
- मुजफ्फरपुर: यह लीची उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है और यहाँ की लीची पूरे भारत में प्रसिद्ध है।
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