बिहार शरीफ पाल वंश (10वीं शताब्दी ई .) की राजधानी थी और इसमें 5वीं शताब्दी ई. का गुप्त स्तंभ और कई मस्जिदें और मुस्लिम मकबरे हैं, जिनमें सबसे प्रसिद्ध 14वीं शताब्दी के सूफी योद्धा सैयद इब्राहिम मलिक बिया का मकबरा है जो पीर पहाड़ी पहाड़ी पर स्थित है।
1869 में शहर को नगरपालिका बनाया गया ।
यह अब एक सड़क और रेल हब के साथ-साथ एक कृषि व्यापार केंद्र भी है।
इसमें बोधगया में मगध विश्वविद्यालय से संबद्ध कई कॉलेज हैं । नालंदा , एक बौद्ध मठ केंद्र, बिहार शरीफ के दक्षिण-पश्चिम में स्थित है।
ओदंतपुरी
ओदंतपुरी , प्राचीन काल में भारत में बौद्ध शिक्षा का एक प्रसिद्ध केंद्र (विहार) था , जिसकी पहचान बिहार राज्य के आधुनिक बिहार शरीफ से की जाती है । इसकी स्थापना 7वीं शताब्दी में पाल वंश के प्रथम शासक गोपाल ने की थी , निस्संदेह यह अपने पड़ोसी नालंदा के अनुकरण में किया गया था, जो बौद्ध शिक्षा का एक अन्य प्रतिष्ठित केंद्र था।
ओदंतपुरी तिब्बती बौद्धों के लिए एक आदर्श और प्रेरणा का स्रोत रहा है। तिब्बती स्रोतों से पता चलता है कि 749 में सैम-ये (बसम-यास) मठ को इसी के आधार पर बनाया गया था और कई प्रतिष्ठित तिब्बती विद्वानों ने वहां अध्ययन किया था। 11वीं शताब्दी के दौरान यह पतन की ओर बढ़ गया और संभवतः नालंदा के साथ-साथ इसे भी लूट लिया गया और नष्ट कर दिया गया, लगभग 1200 में, जब इख्तियार अल-दीन मुहम्मद बख्तियार खिलजी के नेतृत्व में मुसलमानों ने बिहार पर आक्रमण किया।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि:
- मध्ययुगीन काल: बिहार शरीफ का इतिहास विशेष रूप से मध्ययुगीन काल से जुड़ा हुआ है। यह शहर मुस्लिम सुल्तानों और सूफी संतों के कारण प्रसिद्ध हुआ। यहाँ बहुत से सूफी संतों की दरगाहें और मकबरें स्थित हैं।
- सूफी संत मखदूम शाह शरीफ-उद-दीन: इस शहर का नाम सूफी संत मखदूम शाह शरीफ-उद-दीन के नाम पर रखा गया है, जिनकी दरगाह यहाँ स्थित है। उनकी मजार एक प्रमुख धार्मिक स्थल है और यहाँ हर साल उर्स का आयोजन होता है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं।
प्रमुख स्थल:
- बिहार शरीफ की दरगाह: मखदूम शाह शरीफ-उद-दीन की दरगाह यहाँ का मुख्य धार्मिक स्थल है, जहाँ हर साल हज़ारों श्रद्धालु आते हैं।
- ओडांटीगिरी पर्वत: यह पर्वत बिहार शरीफ के पास स्थित है और यहाँ कई पुराने जैन और बौद्ध स्थलों के अवशेष पाए जाते हैं।
- अगम कुआं: यह एक प्राचीन कुआं है, जो कि प्राचीन भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
वर्तमान स्थिति:
बिहार शरीफ आज एक आधुनिक शहर के रूप में विकसित हो रहा है, जहाँ विभिन्न सुविधाएँ और सेवाएँ उपलब्ध हैं। यह शहर नालंदा विश्वविद्यालय और राजगीर जैसे ऐतिहासिक स्थलों के पास स्थित होने के कारण पर्यटकों के बीच भी लोकप्रिय है।
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