बिहार सरकार के द्वारा लोगों की कल्याण के लिए इस योजना को शुरूआत किया गया है। ताकि लोगों को आर्थिक रूप से मदद किया जा सके और खास करके महिलाओं के कल्याण के लिए इस योजना का शुरूआत किया गया है।
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना (Kanya Utthan Yojana) बिहार की नीतीश कुमार सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना है।
इस योजना के अंतर्गत उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही बालिकाओं को सरकार द्वारा प्रोत्साहित किया जाता है। इसके लिए उन्हें ₹50,000 तक की वित्तीय सहायता दी जाती है। स्नातक की डिग्री प्राप्त करने पर बालिकाओं को यह आर्थिक सहायता मिलती है। राज्य की लगभग 1.5 करोड़ पढ़ने वाली बालिकाएं इस योजना का लाभ उठा रही है।
योजना के मुख्य बिंदु:
लाभार्थी:
- बिहार राज्य की सभी लड़कियाँ।
- योजना का लाभ जन्म से लेकर स्नातक तक की शिक्षा प्राप्त करने वाली लड़कियों को मिलता है।
लाभ:
- जन्म के समय: लड़की के जन्म पर माता-पिता को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
- प्रारंभिक शिक्षा: 1 से 12वीं कक्षा तक की शिक्षा के लिए विभिन्न स्तरों पर वित्तीय सहायता।
- उच्च शिक्षा: स्नातक की पढ़ाई पूरी करने पर आर्थिक सहायता।
- स्वास्थ्य: किशोरावस्था में स्वास्थ्य और पोषण के लिए सहायता।
उद्देश्य:
- बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देना।
- बालिका जन्म को प्रोत्साहित करना।
- बाल विवाह को रोकना।
- बालिकाओं के स्वास्थ्य और पोषण में सुधार करना।
- बालिकाओं की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को सशक्त बनाना।
प्रक्रिया:
- लाभार्थी का चयन संबंधित विद्यालय, कॉलेज या स्वास्थ्य केंद्र द्वारा किया जाता है।
- आवश्यक दस्तावेज जैसे जन्म प्रमाण पत्र, शिक्षा प्रमाण पत्र, बैंक खाता विवरण आदि प्रस्तुत करने होते हैं।
- चयनित लाभार्थियों को वित्तीय सहायता सीधे उनके बैंक खाते में स्थानांतरित की जाती है।
योजना का प्रबंधन: इस योजना का प्रबंधन बिहार राज्य के शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, और सामाजिक कल्याण विभाग द्वारा किया जाता है।
योजना का लाभ वितरण:
- जन्म के समय: बेटी के जन्म पर ₹2,000 की राशि।
- प्रारंभिक शिक्षा:
- कक्षा 1 में प्रवेश पर ₹1,000।
- कक्षा 3 में प्रवेश पर ₹2,000।
- कक्षा 5 में प्रवेश पर ₹2,000।
- कक्षा 8 में प्रवेश पर ₹3,000।
- कक्षा 10 में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होने पर ₹10,000।
- कक्षा 12 में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होने पर ₹25,000।
- उच्च शिक्षा: स्नातक की पढ़ाई पूरी करने पर ₹50,000।
योजना का महत्व:
- शिक्षा में वृद्धि: इस योजना से बालिकाओं की शिक्षा में वृद्धि होती है और उनकी ड्रॉपआउट दर कम होती है।
- स्वास्थ्य और पोषण: किशोरावस्था में बालिकाओं के स्वास्थ्य और पोषण में सुधार होता है।
- सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण: बालिकाओं को शिक्षा और स्वास्थ्य के माध्यम से सशक्त बनाया जाता है, जिससे उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
- बाल विवाह की रोकथाम: शिक्षा और आर्थिक सहायता से बाल विवाह को रोकने में मदद मिलती है।
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