मुख्यमंत्री बालक बालिका प्रोत्साहन योजना क्या है :
मुख्यमंत्री बालक बालिका प्रोत्साहन योजना बिहार सरकार द्वारा शुरू की गई योजना है मुख्यमंत्री बालक बालिका प्रोत्साहन योजना से बिहार सरकार का लक्ष्य गरीब परिवारों के छात्र तथा छात्राओं को शिक्षा के लिए प्रेरित करना है तथा इस योजना के तहत सरकार द्वारा सभी प्रथम श्रेणी वाले छात्रों को 10 हज़ार रुपए तथा द्वितीय श्रेणी वाले छात्रों को 8 हज़ार रुपए की धनराशि प्रदान की जायगी|
बिहार सरकार इस योजना के माध्यम से प्रत्येक पात्र बालक बालिका उच्च शिक्षा शिक्षा के लिए प्रेरित करना है
मुख्यमंत्री बालक बालिका प्रोत्साहन योजना का उद्देश्य
मुख्यमंत्री बालक बालिका प्रोत्साहन योजना के तहत बिहार सरकार का मुख्य उद्देश्य वित्तीय सहायता करके छात्र तथा छात्राओं को शिक्षा के लिए प्रेरित करना है तथा यह बिहार सरकार का अपने युवाओं को शिक्षित और कुशल बनाने के लिए वित्तीय सहायता करके बिहार के भविष्य में निवेश करने का एक तरीका है|
बिहार सरकार का उद्देश्य केवल पैसा देने के बारे में नहीं है बल्कि अवसर देने और यह सुनिश्चित करने के बारे में है कि हर किसी को शिक्षा के माध्यम से अपने सपनों को साकार करने का मौका मिले।
योजना के मुख्य बिंदु:
1.लाभार्थी: बिहार के सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र और छात्राएं।
2. लाभ: नकद प्रोत्साहन, साइकिल, किताबें, यूनिफॉर्म आदि।
3. उद्देश्य:
- छात्रों की शैक्षिक उपलब्धियों को प्रोत्साहित करना।
- छात्रों को शिक्षा जारी रखने के लिए प्रेरित करना।
- छात्रों की उपस्थिति और प्रदर्शन में सुधार लाना।
4. प्रक्रिया:
- स्कूल प्रशासन द्वारा छात्रों की सूची तैयार की जाती है।
- जिला शिक्षा कार्यालय को यह सूची भेजी जाती है।
- सत्यापन के बाद प्रोत्साहन राशि या अन्य लाभ प्रदान किए जाते हैं।
योजना का महत्व:
- शिक्षा में निरंतरता: इस योजना से छात्रों की शिक्षा में निरंतरता बनी रहती है।
- ड्रॉपआउट रेट में कमी: स्कूल ड्रॉपआउट रेट में कमी आती है क्योंकि छात्र शिक्षा को जारी रखने के लिए प्रोत्साहित होते हैं।
- सामाजिक और आर्थिक लाभ: गरीब और वंचित वर्ग के छात्रों को भी शिक्षा के अवसर मिलते हैं, जिससे उनका समग्र विकास होता है।
- लिंग समानता: विशेषकर बालिकाओं को प्रोत्साहित करने के लिए यह योजना महत्वपूर्ण है, जिससे बालिका शिक्षा में सुधार होता है।
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