“घर तक पक्की गली-नालियाँ” योजना बिहार सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढाँचे को मजबूत करना और निवासियों को स्वच्छ और सुरक्षित आवासीय परिवेश प्रदान करना है।
इस योजना के तहत, ग्रामीण क्षेत्रों में पक्की गलियाँ और नालियाँ बनाई जाती हैं ताकि जल निकासी की समस्या का समाधान हो सके और लोगों को बेहतर यातायात सुविधाएँ मिल सकें।
उद्देश्य:
1.साफ-सफाई: ग्रामीण क्षेत्रों में जल जमाव की समस्या को समाप्त कर स्वच्छता सुनिश्चित करना।
2. यातायात सुविधा: ग्रामीण क्षेत्रों में पक्की गलियाँ बनाकर आवागमन को सुगम बनाना।
3. स्वास्थ्य सुधार: बेहतर जल निकासी और साफ-सफाई से ग्रामीण स्वास्थ्य में सुधार लाना।
4. स्थानीय विकास: ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढाँचे को मजबूत कर स्थानीय विकास को प्रोत्साहित करना।
मुख्य विशेषताएँ:
- पक्की गलियाँ: ग्रामीण क्षेत्रों में कच्ची सड़कों को पक्की सड़कों में परिवर्तित करना।
- नालियाँ: जल निकासी की बेहतर व्यवस्था के लिए पक्की नालियाँ बनाना।
- स्वच्छता: योजना के तहत साफ-सफाई के लिए विशेष ध्यान दिया जाता है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से निजात मिल सके।
पात्रता:
- इस योजना का लाभ बिहार राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले सभी परिवारों को मिलता है।
- योजना के अंतर्गत आने वाले गाँवों की पहचान और चयन पंचायत स्तर पर किया जाता है।
आवेदन प्रक्रिया:
इस योजना के तहत गाँवों का चयन पंचायत और जिला प्रशासन द्वारा किया जाता है। ग्राम सभा की बैठक में ग्रामीणों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए प्राथमिकता के आधार पर कार्य योजना बनाई जाती है।
कार्यान्वयन:
- पंचायत और जिला प्रशासन द्वारा योजना के कार्यान्वयन की निगरानी की जाती है।
- संबंधित विभागों के इंजीनियर और अधिकारी नियमित रूप से कार्य की प्रगति की समीक्षा करते हैं।
लाभ:
- बेहतर जल निकासी व्यवस्था से ग्रामीण क्षेत्रों में जलजमाव की समस्या का समाधान।
- पक्की गलियों के निर्माण से आवागमन में सुविधा।
- स्वच्छ और सुरक्षित आवासीय परिवेश से ग्रामीणों के जीवन स्तर में सुधार।
Anku kumar says
हमारे घर के पास पिछले 50 साल से सड़क, नाली, या ढलाई का काम नहीं हुआ है। मेरे दादा और पिताजी के समय से ही ये स्थिति है, अब मुझे भी 24 साल हो गए हैं।