कृषि वानिकी योजना (Agroforestry Scheme) का उद्देश्य कृषि भूमि पर वृक्षारोपण को प्रोत्साहित करना है ताकि पर्यावरणीय लाभ, मृदा संरक्षण, और किसानों की आय में वृद्धि हो सके।
यह योजना कृषि और वानिकी के संयोजन पर आधारित है, जिससे किसानों को बहुपक्षीय लाभ मिलता है।
उद्देश्य:
1.पर्यावरण संरक्षण: वृक्षारोपण के माध्यम से पर्यावरण की सुरक्षा और सुधार।
2. मृदा संरक्षण: मिट्टी की गुणवत्ता और उपजाऊपन में सुधार।
3. आर्थिक लाभ: वृक्षारोपण से किसानों की आय में वृद्धि।
4. जल संसाधन संरक्षण: जल संसाधनों का सही उपयोग और संरक्षण।
मुख्य विशेषताएँ:
- वृक्षारोपण: किसानों को उनकी कृषि भूमि पर पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
- प्रशिक्षण और तकनीकी सहायता: किसानों को कृषि वानिकी के लाभ, तकनीकी जानकारी, और देखभाल के बारे में प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
- वित्तीय सहायता: किसानों को वृक्षारोपण के लिए वित्तीय सहायता और सब्सिडी प्रदान की जाती है।
- बाजार सहयोग: पेड़ उत्पादों के लिए बाजार उपलब्ध कराना और उनकी बिक्री में सहायता करना।
पात्रता:
- किसान: योजना का लाभ सभी पंजीकृत और योग्य किसानों को मिलता है।
- पंजीकरण: किसानों को स्थानीय कृषि विभाग या वानिकी विभाग में पंजीकरण कराना होता है।
आवेदन प्रक्रिया:
1.पंजीकरण: किसान को स्थानीय कृषि या वानिकी विभाग में पंजीकरण कराना होगा।
2. आवेदन पत्र: योजना के अंतर्गत आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन पत्र भरना होगा।
3. स्वीकृति: आवेदन की जाँच और स्वीकृति के बाद, वित्तीय सहायता और तकनीकी सहायता प्रदान की जाती है।
कार्यान्वयन:
- कृषि और वानिकी विभाग: योजना के कार्यान्वयन और निगरानी की जिम्मेदारी।
- राज्य सरकारें: योजना के स्थानीय स्तर पर कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार होती हैं।
- स्थानीय अधिकारी: किसानों को योजना के लाभ और सहायता प्रदान करने में मदद करते हैं।
लाभ:
- पर्यावरणीय लाभ: वृक्षारोपण से पर्यावरण में सुधार।
- आर्थिक सुधार: पेड़ों से उत्पादित सामग्री की बिक्री से किसानों की आय में वृद्धि।
- मृदा और जल संरक्षण: मिट्टी की गुणवत्ता और जल संसाधनों का संरक्षण।
- जैव विविधता: कृषि भूमि पर वृक्षारोपण से जैव विविधता में वृद्धि।
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