सड़क नेटवर्क
- राष्ट्रीय राजमार्ग (NH): बिहार में कई राष्ट्रीय राजमार्ग हैं जो राज्य को अन्य राज्यों और प्रमुख शहरों से जोड़ते हैं।
- राष्ट्रीय राजमार्ग 19 (NH 19)
- रूट: दिल्ली – आगरा – कानपुर – इलाहाबाद – वाराणसी – सासाराम – गया – पटना – बख्तियारपुर।
- महत्व: यह राजमार्ग बिहार की राजधानी पटना को उत्तर प्रदेश और दिल्ली से जोड़ता है।
- राष्ट्रीय राजमार्ग 20 (NH 20)
- रूट: बख्तियारपुर – मुंगेर – भागलपुर – बांका – दुमका।
- महत्व: यह बिहार के पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों को जोड़ता है।
- राष्ट्रीय राजमार्ग 27 (NH 27)
- रूट: पोरबंदर – अहमदाबाद – उदयपुर – कोटा – झांसी – कानपुर – लखनऊ – गोरखपुर – सीवान – मोतिहारी – रक्सौल।
- महत्व: यह बिहार को नेपाल से जोड़ता है और पूर्व से पश्चिम भारत को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण मार्ग है।
- राष्ट्रीय राजमार्ग 31 (NH 31)
- रूट: बारा – कोलकाता – सिलीगुड़ी – किशनगंज – पूर्णिया – मुजफ्फरपुर – पटना।
- महत्व: यह बिहार के उत्तर-पूर्वी हिस्सों को पश्चिम बंगाल और असम से जोड़ता है।
- राष्ट्रीय राजमार्ग 19 (NH 19)
राज्य राजमार्ग (SH):
राज्य राजमार्ग बिहार के विभिन्न जिलों और कस्बों को जोड़ते हैं। ये सड़कें राज्य के आंतरिक क्षेत्रों में परिवहन सुविधा प्रदान करती हैं।
बिहार में कुल 5,703.40 किलोमीटर राज्य राजमार्ग (SH) हैं। इन सड़कों को राज्य सरकार द्वारा बनाए रखा जाता है और ये राज्य के विभिन्न शहरों और कस्बों को जोड़ती हैं।
बिहार के कुछ प्रमुख राज्य राजमार्गों में शामिल हैं:
- एसएच 1: यह राज्य का सबसे लंबा राज्य राजमार्ग है, जो पटना को मोतिहारी से जोड़ता है। इसकी लंबाई 320 किलोमीटर है।
- एसएच 2: यह राज्य राजमार्ग पटना को गया से जोड़ता है। इसकी लंबाई 150 किलोमीटर है।
- एसएच 3: यह राज्य राजमार्ग पटना को मुजफ्फरपुर से जोड़ता है। इसकी लंबाई 120 किलोमीटर है।
- एसएच 4: यह राज्य राजमार्ग पटना को दरभंगा से जोड़ता है। इसकी लंबाई 200 किलोमीटर है।
- एसएच 5: यह राज्य राजमार्ग पटना को सहरसा से जोड़ता है। इसकी लंबाई 180 किलोमीटर है।
ग्रामीण सड़कें:
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) और राज्य सरकार की अन्य योजनाओं के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क निर्माण और सुधार का कार्य किया जा रहा है। बिहार भारत का तीसरा सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है, जिसकी लगभग 12.4 करोड़ आबादी है। बिहार का क्षेत्रफल 94,163 वर्ग किलोमीटर है। बिहार में, ग्रामीण सड़कें राज्य के परिवहन ढांचे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
विकास और सुधार के प्रयास
- सड़क निर्माण और सुधार: राज्य सरकार और केंद्र सरकार के सहयोग से सड़क नेटवर्क के सुधार और विस्तार का कार्य जारी है। इसमें राष्ट्रीय राजमार्गों का उन्नयन, राज्य राजमार्गों का सुधार, और ग्रामीण सड़कों का निर्माण शामिल है।
- स्मार्ट सिटी परियोजनाएँ: पटना, भागलपुर, और मुजफ्फरपुर जैसे शहरों में स्मार्ट सिटी परियोजनाओं के तहत सड़क और परिवहन ढाँचे का विकास।
- पुल और फ्लाईओवर का निर्माण: यातायात की भीड़ को कम करने और परिवहन को सुगम बनाने के लिए नए पुल और फ्लाईओवर का निर्माण किया जा रहा है।
चुनौतियाँ
- अपर्याप्त बुनियादी ढाँचा: कई क्षेत्रों में सड़क बुनियादी ढाँचा अपर्याप्त है और सुधार की आवश्यकता है।
- रखरखाव की कमी: मौजूदा सड़कों का उचित रखरखाव नहीं होने से उनकी स्थिति खराब होती है।
- यातायात भीड़: शहरी क्षेत्रों में यातायात भीड़ और जाम की समस्याएँ।
- सुरक्षा चिंताएँ: सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता और दुर्घटनाओं की संख्या में कमी लाने के उपायों की आवश्यकता।
- भ्रष्टाचार: भ्रष्टाचार परियोजनाओं के कार्यान्वयन में बाधा डाल सकता है।
महत्वपूर्ण परियोजनाएँ
- गंगा पथ वे (Ganga Pathway): पटना में गंगा नदी के किनारे विकसित हो रहा यह पथ मार्ग शहर में यातायात के दबाव को कम करेगा।
- पटना रिंग रोड (Patna Ring Road) : पटना शहर के चारों ओर एक रिंग रोड का निर्माण। शहर के भीतर ट्रैफिक दबाव को कम करना और बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करना।
- पूर्वांचल एक्सप्रेसवे: यह एक्सप्रेसवे बिहार के पूर्वी हिस्से को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
पर्यावरणीय दृष्टिकोण
- ग्रीन कॉरिडोर: सड़कों के किनारे वृक्षारोपण और हरियाली बढ़ाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर विकसित किए जा रहे हैं।
- इलेक्ट्रिक वाहन: इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित करने के लिए चार्जिंग स्टेशन और सब्सिडी जैसी नीतियाँ।
सरकारी नीतियाँ और योजनाएँ
- बिहार राज्य सड़क विकास निगम (BSRDCL): राज्य की सड़कों के विकास और सुधार के लिए BSRDCL की महत्वपूर्ण भूमिका।
- प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY): ग्रामीण सड़कों के निर्माण और सुधार के लिए केंद्र सरकार की योजना।
- मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना (MGSY): राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण और सुधार।
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