1. हथकरघा और हस्तशिल्प (Handloom and Handicrafts)
- मधुबनी पेंटिंग: मधुबनी क्षेत्र में प्रसिद्ध है।
- सिकी हस्तशिल्प: यह मिथिला क्षेत्र में बहुत प्रचलित है।
- लाख की चूड़ियां: मुजफ्फरपुर में प्रमुख रूप से बनाई जाती हैं।
2. खादी और ग्रामोद्योग (Khadi and Village Industries)
- खादी वस्त्र: पूरे बिहार में विभिन्न खादी संस्थानों द्वारा बनाए जाते हैं।
- मधु उत्पादन: विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में मधु उत्पादन किया जाता है।
3. काष्ठ कला (Woodcraft)
- लकड़ी के खिलौने: मधुबनी और वैशाली में प्रसिद्ध हैं।
- लकड़ी की नक्काशी: विभिन्न धार्मिक और सजावटी वस्तुएं बनाई जाती हैं।
4. अचार और मुरब्बा (Pickles and Preserves)
- विभिन्न प्रकार के अचार और मुरब्बे बनाना एक प्रमुख घरेलू उद्योग है, खासकर महिलाओं द्वारा।
5. जूट उद्योग (Jute Industry)
- जूट के बैग, रस्सी और अन्य उत्पादों का निर्माण भागलपुर और कटिहार क्षेत्रों में होता है।
6. मिट्टी के बर्तन (Pottery)
- मिट्टी के बर्तन, दीए, और अन्य वस्तुएं विभिन्न गांवों में बनाई जाती हैं।
7. बुना हुआ वस्त्र (Knitted Garments)
- बुनाई और सिलाई का काम विभिन्न ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में महिलाओं द्वारा किया जाता है।
8. अगरबत्ती निर्माण (Incense Stick Making)
- अगरबत्ती निर्माण का उद्योग भी प्रमुख रूप से फैला हुआ है।
9. मछली पालन (Fish Farming)
- खासकर उत्तरी बिहार के क्षेत्रों में मछली पालन एक प्रमुख लघु उद्योग है।
10. मशरूम खेती (Mushroom Farming)
- पटना और अन्य जिलों में मशरूम खेती एक उभरता हुआ उद्योग है।
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