ख़रीफ़ फसलें
बिहार में खरीफ मौसम जून से सितंबर तक होता है। इस दौरान, राज्य में कई महत्वपूर्ण फसलों की खेती की जाती है।
धान:
- बिहार में धान सबसे महत्वपूर्ण खरीफ फसल है।
- राज्य के कुल बोए गए क्षेत्र का लगभग 80% हिस्सा धान के अधीन है।
- भट्टा, सुगंध, पूसा बासमती, और श्यामा धान प्रमुख धान किस्में हैं।
- धान की खेती मुख्य रूप से गंगा और कोसी नदी के मैदानी इलाकों में की जाती है।
मक्का:
- मक्का बिहार की दूसरी सबसे महत्वपूर्ण खरीफ फसल है।
- इसका उपयोग भोजन और चारा दोनों के लिए किया जाता है।
- पूसा ज्वालामुखी, पूसा कृष्णा, और पूसा सुधा प्रमुख मक्का किस्में हैं।
- मक्के की खेती मुख्य रूप से दक्षिणी बिहार के जिलों में की जाती है।
अरहर:
- अरहर बिहार में एक महत्वपूर्ण दलहन फसल है।
- इसका उपयोग दाल और चारे के लिए किया जाता है।
- पूसा 4, पूसा 8, और पूसा 14 प्रमुख अरहर किस्में हैं।
- अरहर की खेती मुख्य रूप से पश्चिमी और मध्य बिहार के जिलों में की जाती है।
उड़द:
- उड़द बिहार में एक और महत्वपूर्ण दलहन फसल है।
- इसका उपयोग दाल और चारे के लिए किया जाता है।
- पूसा 11, पूसा 16, और पूसा 28 प्रमुख उड़द किस्में हैं।
- उड़द की खेती मुख्य रूप से उत्तर बिहार के जिलों में की जाती है।
सोयाबीन:
- सोयाबीन बिहार में एक महत्वपूर्ण तिलहन फसल है।
- इसका उपयोग खाद्य तेल और प्रोटीन के स्रोत के रूप में किया जाता है।
- पूसा 2, पूसा 3, और पूसा 9 प्रमुख सोयाबीन किस्में हैं।
- सोयाबीन की खेती मुख्य रूप से उत्तरी बिहार के जिलों में की जाती है।
मूंगफली:
- मूंगफली बिहार में एक महत्वपूर्ण तिलहन फसल है।
- इसका उपयोग खाद्य तेल और मूंगफली के दाने के लिए किया जाता है।
- पूसा 1, पूसा 4, और पूसा 5 प्रमुख मूंगफली किस्में हैं।
- मूंगफली की खेती मुख्य रूप से दक्षिणी बिहार के जिलों में की जाती है।
रबी फसलें
बिहार में रबी मौसम अक्टूबर से मार्च तक होता है। इस दौरान, किसान विभिन्न प्रकार की रबी फसलों की खेती करते हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
- गेहूं (Wheat):
- बिहार में गेहूं रबी मौसम की मुख्य फसल है।
- यह फसल दिसंबर से मार्च के बीच उगाई जाती है।
- गेहूं के उत्पादन में भागीदारी करते हैं: अररिया, सहरसा, और पूर्वी चंपारण।
- सरसों (Mustard):
- सरसों भी बिहार में रबी मौसम की महत्वपूर्ण फसल है।
- यह फसल नवंबर से मार्च के बीच उगाई जाती है।
- प्रमुख उत्पादन क्षेत्र हैं: अररिया, मधुबनी, और भागलपुर।
- मक्का (Maize):
- मक्का भी बिहार में रबी मौसम की फसलों में शामिल है।
- यह फसल अक्टूबर से मार्च तक उगाई जाती है।
- मक्का के मुख्य उत्पादन क्षेत्र हैं: कोसी, सीमांचल, और गया।
- चना (Chickpea):
- चना भी बिहार में रबी मौसम की मुख्य दाल फसल है।
- यह फसल नवंबर से मार्च के बीच उगाई जाती है।
- प्रमुख उत्पादन क्षेत्र हैं: बैंका, औरांगाबाद, और नालंदा।
- मसूर (Lentil):
- मसूर भी रबी मौसम की दाल फसल है और बिहार में उगाई जाती है।
- यह फसल दिसंबर से मार्च के बीच उगाई जाती है।
- मसूर के उत्पादन में भागीदारी करते हैं: भागलपुर, औरांगाबाद, और अररिया।
बिहार की प्रमुख दलहन फसलें
- अरहर (तुअर): यह एक महत्वपूर्ण दलहन फसल है जो बिहार में व्यापक रूप से उगाई जाती है। यह खाद्य फसल के रूप में उपयोग किया जाता है और कई भागों में किसानों द्वारा उत्पादन किया जाता है।
- मूंग: यह भी एक महत्वपूर्ण दलहन फसल है जो बिहार में प्रमुखतः रबी मौसम में उगाई जाती है। मूंग के दाने विभिन्न पकवानों में उपयोग होते हैं और इसका उत्पादन बिहार के विभिन्न क्षेत्रों में होता है।
- उड़द: उड़द भी एक प्रमुख दलहन फसल है जो बिहार में उगाई जाती है। यह अक्सर सब्जी के रूप में या दाल के रूप में उपयोग किया जाता है।
- मसूर: यह भी एक प्रमुख दलहन फसल है जो बिहार में उगाई जाती है। इसका उत्पादन मुख्यतः खाद्य फसल के रूप में होता है और यह राज्य के विभिन्न हिस्सों में किया जाता है।
- चना: चना भी बिहार में प्रमुख दलहन फसलों में से एक है। इसका उत्पादन विभिन्न भागों में होता है और इसे बीज, सब्जी और दाल के रूप में उपयोग किया जाता है।
बिहार की प्रमुख तिलहन फसलें:
बिहार में रबी और खरीफ दोनों मौसम में तिलहन फसलों की खेती की जाती है।
रबी मौसम (अक्टूबर-मार्च) में उगाई जाने वाली प्रमुख तिलहन फसलें निम्नलिखित हैं:
- सरसों (Mustard):
- उत्पादन क्षेत्र: सरसों बिहार के विभिन्न भागों में उगाया जाता है।
- उपयोग: सरसों के बीज से तेल निकाला जाता है जो खाद्य और औद्योगिक उपयोग में आता है।
- सूरजमुखी (Sunflower):
- उत्पादन क्षेत्र: बिहार में सूरजमुखी की कई विधियाँ उगाई जाती हैं।
- उपयोग: सूरजमुखी के बीजों से तेल निकाला जाता है, जो खाद्य और औद्योगिक उपयोग के लिए उपयुक्त होता है।
- तिल (Sesame):
- उत्पादन क्षेत्र: तिल को बिहार के विभिन्न इलाकों में उगाया जाता है।
- उपयोग: तिल के बीजों से तेल निकाला जाता है जो खाद्य, चिकित्सा, और धातुओं में उपयोग किया जाता है।
बिहार की प्रमुख नकदी फसलें:
- गन्ना (सगर और गुड़):
- बिहार में गन्ना मुख्य रूप से उत्पादित की जाती है और यह राज्य का एक प्रमुख नकदी फसल है। गन्ने से चीनी और गुड़ उत्पादित किया जाता है। प्रमुख उत्पादन क्षेत्र शामिल हैं पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, और समस्तीपुर।
- अदरक (जानी):
- बिहार में अदरक की खेती भी प्रमुख रूप से की जाती है और यह एक महत्वपूर्ण नकदी फसल है। अदरक बिहार के कुछ भागों में अच्छे मात्राओं में उत्पादित किया जाता है।
- तंबाकू:
- बिहार में तंबाकू की खेती भी कुछ इलाकों में की जाती है, लेकिन इसका उत्पादन सीमित होता है।
- मुंगफली:
- मुंगफली भी बिहार में उत्पादित की जाती है और यह एक महत्वपूर्ण नकदी फसल है जो उत्तरी बिहार के कुछ इलाकों में विशेष रूप से उगाई जाती है।
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