बिहार में महिला उद्यमिता को प्रोत्साहित करने और समर्थन देने के लिए विभिन्न सरकारी योजनाएँ और कार्यक्रम उपलब्ध हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक सशक्तिकरण, व्यवसायिक कौशल, और वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
1. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY)
- उद्देश्य: छोटे और सूक्ष्म उद्यमों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना।
- उपलब्धता: महिलाओं को विशेष रूप से ऋण देने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
- वर्गीकरण: शिशु (10,000 रुपये तक), किशोर (10,000 रुपये से 1 लाख रुपये तक), और तरुण (1 लाख रुपये से 10 लाख रुपये तक) श्रेणियों में ऋण प्रदान किया जाता है।
2. महिला उद्यमिता प्रोत्साहन योजना
- उद्देश्य: महिलाओं के लिए व्यवसाय स्थापित करने और उनके विकास को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष योजनाएँ और सब्सिडी।
- सहायता: सरकारी सब्सिडी, वित्तीय सहायता, और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से समर्थन।
3. स्वयं सहायता समूह (SHGs)
- उद्देश्य: महिलाओं को सामूहिक रूप से संगठन बनाकर व्यवसायिक गतिविधियों में संलग्न करना।
- समर्थन: SHGs को वित्तीय सहायता, प्रशिक्षण, और सामग्री की आपूर्ति की जाती है। ये समूह छोटे व्यवसायों, बचत योजनाओं और ऋण के लिए सहायता प्रदान करते हैं।
4. स्टैंड अप इंडिया योजना
- उद्देश्य: अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), और महिलाओं को उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित करना।
- सहायता: 10 लाख रुपये से 1 करोड़ रुपये तक का ऋण प्रदान किया जाता है, विशेषकर महिलाओं के लिए।
5. राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (MGNREGA)
- उद्देश्य: ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार और कार्य के अवसर प्रदान करना।
- सहायता: महिला श्रमिकों को रोजगार और कौशल विकास के अवसर प्रदान किए जाते हैं, जिससे वे स्व-रोजगार की ओर अग्रसर हो सकती हैं।
6. बिहार राज्य महिला विकास निगम
- उद्देश्य: महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए विभिन्न कार्यक्रम और योजनाएँ।
- सहायता: महिला उद्यमियों को व्यवसायिक प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता, और अन्य संसाधनों की उपलब्धता।
7. बिहार ग्रामीण लघु उद्योग निगम
- उद्देश्य: ग्रामीण क्षेत्रों में लघु उद्योगों के विकास को बढ़ावा देना।
- सहायता: ग्रामीण उद्यमियों को वित्तीय सहायता, तकनीकी सलाह, और मार्केटिंग समर्थन प्रदान किया जाता है।
8. कौशल विकास योजनाएँ
- उद्देश्य: महिलाओं के लिए कौशल विकास और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देना।
- सहायता: विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम और वर्कशॉप आयोजित किए जाते हैं, जो महिलाओं को उद्यमिता के लिए तैयार करते हैं।
9. स्त्री शक्ति योजना
- एसबीआई(SBI) की एक पहल, स्त्री शक्ति योजना विशेष रूप से उन महिला उद्यमियों के लिए तैयार की गई है जो या तो पहले से ही कोई व्यवसाय चला रही हैं या फिर कोई व्यवसाय चलाने की योजना बना रही हैं। इस योजना के तहत, विनिर्माण, खुदरा या सेवा क्षेत्र में कार्यरत महिलाएँ ऋण प्राप्त कर सकती हैं। यहाँ तक कि डॉक्टर और आर्किटेक्ट जैसी स्व-रोजगार वाली महिलाएँ भी ऋण प्राप्त कर सकती हैं।
- महिला उद्यमियों को 2 लाख रुपये से अधिक के ऋण के लिए लागू ब्याज दरों में 0.5% की कमी की गई है। इसके अलावा, 5 लाख रुपये तक के ऋण के लिए गिरवी रखी गई सुरक्षा की कोई आवश्यकता नहीं है। हालाँकि, इस योजना के तहत पात्र होने के लिए, महिलाओं को अपनी राज्य सरकारों द्वारा चलाए जा रहे उद्यमिता विकास कार्यक्रमों (EDP) का हिस्सा होना चाहिए।
निष्कर्ष
बिहार में महिला उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न सरकारी योजनाएँ और कार्यक्रम उपलब्ध हैं। इन योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को वित्तीय सहायता, प्रशिक्षण, और व्यवसायिक समर्थन प्रदान किया जाता है। हालांकि, इन योजनाओं का प्रभावी कार्यान्वयन और पहुंच सुनिश्चित करना आवश्यक है ताकि अधिक से अधिक महिलाओं को लाभ मिल सके और वे उद्यमिता के क्षेत्र में सफल हो सकें।
Leave a Reply