बिहार में हवाई परिवहन का विकास धीमा रहा है, लेकिन हाल के वर्षों में इसमें तेजी आई है। राज्य में वर्तमान में 10 हवाई अड्डे हैं, जिनमें से 6 वाणिज्यिक उड़ानों के लिए परिचालनशील हैं।
प्रमुख हवाई अड्डे:
पटना अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (PAT):
- यह बिहार का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है, जो राज्य की राजधानी पटना में स्थित है। यह दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु और कोलकाता सहित कई प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
- उपयोग: राज्य की राजधानी पटना का मुख्य हवाई अड्डा है। यहाँ से अनेक देशी और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें उपलब्ध हैं।
गया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (GAY):
- यह गया में स्थित है, जो बोधगया (बौद्ध धर्म का सबसे पवित्र स्थान) के करीब है। यह दिल्ली, कोलकाता और मुंबई से जुड़ा हुआ है।
- उपयोग: यह अड्डा मुख्य रूप से बौद्ध पर्यटन के लिए महत्वपूर्ण है, और अनेक अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए धारावाहिकता प्रदान करता है।
अन्य परिचालनशील हवाई अड्डे:
- Darbhanga Airport (DBR)
- Muzaffarpur Airport (MZP)
- Purnia Airport (PNI)
- Saharsa Airport (SHS)
- Gopalganj Airport (GOP)
हवाई अड्डों का विकास:
- बिहार सरकार राज्य में हवाई परिवहन के विकास के लिए कई पहल कर रही है।
- सरकार ने कई नए हवाई अड्डों के निर्माण की योजना बनाई है और मौजूदा हवाई अड्डों के विस्तार की योजना बनाई है।
- सरकार ने उड़ानों की संख्या बढ़ाने और हवाई किराए को कम करने के लिए भी कदम उठाए हैं।
हवाई परिवहन का महत्व:
- हवाई परिवहन बिहार के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह राज्य को देश के अन्य हिस्सों और दुनिया से जोड़ता है।
- यह व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा देने में भी मदद करता है।
- हवाई परिवहन आपातकालीन सेवाओं और चिकित्सा देखभाल तक पहुंच प्रदान करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
चुनौतियां:
- कमजोर बुनियादी ढांचा: राज्य में कई हवाई अड्डों का बुनियादी ढांचा अपर्याप्त है।
- कम उड़ानें: राज्य में कई शहरों से सीमित संख्या में उड़ानें हैं।
- उच्च हवाई किराए: हवाई किराए कई लोगों के लिए सस्ते नहीं हैं।
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